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भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका प्रशासन  द्वारा कोविड 19 की महामारी से निपटने के लिये डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की अस्थायी पद की नियुक्ति करने का कदम उठाया गया है।जिसके लिये मनपा ने  95 डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ के लिये आवेदन मंगाया था ।लेकिन अभी तक किसी भी पद के लिये एक भी आवेदन नहीं किया गया है । जिसके बाद 24 जून को साक्षात्कार के लिये पुनः आवेदन मंगाया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण के भय का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मनपा द्वारा अच्छा वेतन देने के बावजूद किसी ने भी आवेदन नहीं किया है जो चिंता का विषय  है ।
  उल्लेखनीय है कि भिवंडी मनपा द्वारा आईजीएम उपजिला अस्पताल को कोविड 19 का अस्पताल बनाया गया है, लेकिन आईजीएम उपजिला अस्पताल में डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की काफी कमी है।वहीं  शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ते जा रही है ।जिसके कारण मनपा प्रशासन  द्वारा  कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था के लिये डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की 6 महीने के लिये अस्थायी नियुक्ति करने का कदम उठाया गया है ।जिसके लिये मनपा द्वारा 10 जून को विज्ञापन देकर फिजीशियन के तीन पद,डेफनेस एक्सपर्ट (बधिरीकरण तज्ञ) के तीन पद,चिकित्साधिकारी के तीन पद,स्टॉफ नर्स के 51 पद,एएनएम के 31 पद एवं लैब टेक्नीशियन के 4 पद की अस्थायी नियुक्ति के लिये 11 जून को साढ़े 11 बजे सीधे साक्षात्कार के लिये मनपा मुख्यालय स्थित मुख्य प्रशासकीय कार्यालय में बुलाया गया था। मनपा जन संपर्क विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार डेढ़ सप्ताह से अधिक दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी पद के लिये एक भी आवेदन नहीं आया है। जबकि इन दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ी है। बताया जाता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के भय के कारण किसी ने सीधे साक्षात्कार के लिये भी आवेदन नहीं किया है ।
  10 जून को विज्ञापन देने के बाद जब किसी ने भी आवेदन नहीं किया तो मनपा द्वारा 22 जून को पुनः आवेदन मंगाया गया है। जिसमें लगभग 125 पदों की अस्थायी भर्ती के लिये 24 जून को सीधे साक्षात्कार के लिये बुलाया गया है। डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की अस्थायी भर्ती की प्रक्रिया में उपायुक्त मुख्यालय ने कहा है कि अभी यह भर्तियां 6 महीने के लिये अस्थायी की जा रही है । लेकिन काम की गुणवत्ता देखने के बाद आवश्यकता पड़ने पर काम की अवधि और बढ़ाई जा सकती है। 
    कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण शहर के कई डॉक्टरों,मेडिकल स्टॉफ एवं लैबटेक्नीशियन आदि भी कोरोना संक्रमित हो गये हैं । जिसमें डॉक्टरों सहित कई लोगों की मौत भी हो गई है। कोरोना के संक्रमण के भय के कारण शहर के अधिकांश अस्पताल भी बंद कर दिये गये हैं और कई निजी डॉक्टर अपनी डिस्पेंसरी में भी जाना बंद कर दिये हैं,जिसमें  शहर के कान,नाक एवं गला के दवाखाने तो खुल ही नहीं रहे हैं ।
   गौरतलब हो कि भिवंडी शहर एवं शहर से लगे ग्रामीण  क्षेत्रों में  कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिनों दिन बड़ी तेजी से बढ़ते जा  रही है। आईजीएम उपजिला अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी से भारी परेशानी हो रही थी, जिसके कारण कोरोना की महामारी के वर्तमान संकट से निपटने के लिये डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की विशेष आवश्यकता है ।

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