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मुंबई | संवाददाता


मुंबई, शिवसेना के विकास के लिए और मेट्रो का विरोध नही है. सिर्फ मेट्रो कारशेड के लिए आरे कॉलनी में ३० हेक्टर जमीन में हजारो पेड़ो की हत्या करने के लिए शिवसेना, सामाजिक संघटनो का भारी विरोध है. पालिका ने भी मेट्रो को जमीन दिए जाने के प्रस्ताव को नामंजूर किया है. उसके बावजूद भी मुंबई के विकास योजना, के लिए कारशेड की जगह को मान्यता देने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परिपत्र निकाले का मतलब तानाशाही है यह आरोप महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर ने लगाया है, आरे के संदर्भ में सामाजिक संघटनो के प्रतिनिधींनी ने महापौर के शाथ चर्चा किया. इस चर्चा के बाद महापौर पत्रकारो से वार्तालाप कर रहे थे.

ग़ौरतलब है की मुंबई के महापौर महाडेश्वर ने हाल ही में आरे कॉलनी के मेट्रो कारशेड की स्थायी समिती अध्यक्ष रमेश कोरगावकर, सुधार समिती अध्यक्ष अनंत नर के शाथ निरीक्षण किया था. मेट्रो कारशेड के लिए हजारो पेड़ो की हत्या करकर आरे में हरित पट्टा हटाने के लिए शिवसेना, सामाजिक संस्था, संघटनो का भारी विरोध है. सरकार इस मेट्रो कारशेड की आरे की जमीन रद्द करकर यह मेट्रो कारशेड कांजूरमार्ग स्थित जगह में बनाया जाये, यह सुझाव महापौर महाडेश्वर के शाथ सामाजिक संघटनो के पदाधिकारियो ने किया है. उसी तरह इस एक मेट्रो - ३ प्रकल्प ले लिए लगभग सात हजार से अधिक पेड़ो की बली देना उचित नही है, यह सामाजिक संघटनो के पदाधिकारिओ ने कहा है. इन संघटन की तरफ से पिछले वर्षो से आरे की विवादित मेट्रो कारशेड के लिए जगह का विरोध किया जा रहा है. फिर भी सरकार ध्यान नही दे रही है पदाधिकारी तस्लिमा, रोहित, झोरू, आशिष पाटील व बिजू अगस्ती ने कहा. मेट्रो - ३ प्रकल्प के अंतर्गत काटे गये पेड़ो को दुबारा लगाया गया लेकिन यह पेड़ सुख जाते है यह महापौर ने कहा.

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