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मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। शारदीय नवरात्र के छठें दिन विंध्याचल शक्तिपीठ धाम में शक्ति स्वरूपा मां कात्यायनी के स्वरूप का दर्शन करने के लिए देश के अनेक स्थानों एवं दुर-दराज से आयें भक्तो ने माता के चरणों में मत्था टेंका दुर्गा सप्तसती के अनुसार षष्ठी के दिन मां कात्यायनी का पूजन करने का विशेष महत्व का विधान है। श्रीमद्भागवत पुराण के दसवें स्कंध में कहा गया है कि ‘‘कात्यायनी महाभाग्ये सर्वयोगिन्यधीष्वरी नंद गोप सुतं देहि पति में कुरूवें नमः’’ अर्थात नवरात्रि की षष्ठी के दिन जो कन्या श्रद्धा भाव से मां कात्यायनी का ध्यान लगाकार भगवती की आराधना करती है। शीघ्र ही सुयोग्य एवं सुंदर एवं गुणवान एवं उत्तम वर की प्राप्ति होती। यहा यह भी कहा गया है कि यदि जिस कन्या का विवाह नहीं हो रहा हो यदि वह कन्या माता कात्यायनी की विधि विधान से पूजन आराधना करती है तो उसे शीघ्र सुंदर वर की प्राप्ति होती है और वह विवाह के सूत्र बंधन में बंध जाती है। इसीलिए नवरात्रि के महापर्व के छठें दिन माता कात्यायनी के स्वरूप का दर्शन करनें के लिए लोगों की भीड़ घंटा-घड़ियाल के बीच मंगला आरती के बाद से ही भक्तों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गया था। घाटों पर स्नान के लिए भारी भीड़ होने के बावजूद मेला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का स्नानार्थियों के लिए नगर पालिका द्वारा बड़े पैमाने पर शौचालय तथा वस्त्र बदलने व स्नान के लिए बैरिकेटिंग का इंतजाम नहीं किया गया है। अन्य दिनों के अपेक्षा सड़कांे पर मंगलवार के दिन भक्तों के भीड़ का रौनक देखनें को मिला लेकिन पुरानी वीआईपी, न्यू वीआईपी जैपुरियां, पक्का घाट व थाना वाली गली में भारी भीड़ देखनें को मिली। काली खोह स्थित महाकाली मंदिर में तथा मां अष्टभुजा मंदिर में भी दर्शन व त्रिकोण करनें वालों की लाईनें लगी रही। धाम परिसर के हवन कुण्ड़ में मंगलवार को आहुति देनें वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होनें के साथ हवन कुण्ड़ का भभूती लेनें वालें भक्त तुट पड़े थे। वहीं मंदिर के चैक में भीड़ को नियंत्रित करनें के लिए पुलिस प्रशासन तथा विन्ध्य पण्डा समाज सहित स्काउट गाईड तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के बच्चों के साथ-साथ समाज के पदाधिकारी दर्शनार्थियों सहित मेला व्यवस्था बनानें में पुरी ताकत लगा रखें है। दर्शनार्थी मां के झांकी पर विशेष ध्यान दे रहे है। चूंकि चरण स्पर्श पर प्रतिबंध होनें के चलतें लोगों को मां का अदभुत स्वरूप का दर्शन दूर से ही होने के चलते झांकी से ही मां का आशिर्वाद प्राप्त करें में लोग आरामदेय मान रहे है। वहीं मां के दूसरे नम्बर प्रवेश द्वार पर तैनात पुलिस के लोग अपने-अपने रिश्तेदारों के नाम पर अवैध ढंग से प्रवेश करा रहे है, जिसके चलते लम्बी कतार में घंटों खड़ों सामान्य दर्शनार्थी परेशानियों का सामना करने को मजबूर है।


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