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मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । मोहम्मद मुकीम शेख 

हमको कर्मों का बन्धन हर हाल में तोड़ना होगा।पुरुषार्थ के बल पर सब कुछ सम्भव हो सकता है।हमारे देश में जितने भी धर्म हैं सब के सब एक पाठशाला के समान हैं।इसमें मानव समाज को अपने अपने ढंग से शिक्षा दी जाती है।

उपरोक्त बातें प्रो मुनी श्री महेंद्र कुमार स्वामी ने सोमैया कालेज आडिटोरियम में जैन दर्शन और आधुनिक विज्ञान विषय पर आयोजित सेमिनार में बोलते हुए कहा।उन्होंने यह भी कहा कि मानव जाति की अनंत समस्याओं के चलते उसके अंदर इक्षायें बढ़ती जा रही है।यह एक ग्लोबल समस्या बन चुकी है।केवल एक ही बीमारी कोरोना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया।लेकिन भारत के लोगों ने इसको एकदम हल्के ढंग से लिया।आज मानव समाज धर्म और जाति के नाम पर आपस में लड़ रहा है।जब कि हमारा जैन धर्म भगवान महावीर के मुल मंत्र अहिंसा परमो धर्म और जियो और जीने दो के सिद्घांत को आज भी अपने आचरण में बरकरार रखा है।आज से सैकड़ों साल पहले हमारे तीर्थंकरों ने दुनिया के बारे में जो कुछ भी कहा था।उसको आज का विज्ञान भी मान रहा है।हमारे जैन समाज के पास वह शक्ति है जिससे वह समाज और देश को भी नई दिशा दे सकता है।

कार्यक्रम का आयोजन भारत जैन महामंडल,सोमैया विश्वविद्यालय श्वेतांबर तेरा पंथी सभा मुंबई ने सामूहिक रूप से जैन दर्शन और आधुनिक विज्ञान इस विषय पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण सेमिनार आचार्य महाश्रण के आज्ञानुवर्ति प्रो मुनी श्री महेन्द्र कुमार स्वामी के पावन सानिध्य में आयोजित किया था।

इस अवसर पर इसरो के वैज्ञानिक डॉ नरेंद्र भंडारी बीएआरसी के वैज्ञानिक डॉ सुधीर जैन जीएसटी कमिश्नर शुद्धतम प्रकाश जैन सोमैया विश्वविद्यालय अर्थशास्त्री डॉ डॉ वंदना  डांगी ने लोगों से अपना अनुभव साझा किया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ मुनी अभिजीत कुमार और भारत जैन महामंडल एवं तेरा पंथी सभा मुंबई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबुलाल बाफना और तेरा पंथी सभा के मुंबई अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़ ने प्रो मुनी श्री महेंद्र कुमार स्वामी और वैज्ञानिकों के अलावा सभी प्रमुख वक्ताओं तथा जैन समाज के प्रबुद्ध लोगों का दिल से आभार व्यक्त किया।दीप प्रज्वलित कर सामूहिक प्रार्थना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।उदघाटन भाषण मदन मुदलिया और स्वागत भाषण प्रो राजन पिल्लई ने किया।  

तेरा पंथी सभा मुंबई के सम्मानित सदस्य और चेंबूर जैन समाज के जाने माने समाज सेवी लक्ष्मण कोठारी ने इस सेमिनार के प्रचार प्रसार की व्यवस्था के लिए अपना विशेष योगदान दिया।सेमिनार के समापन पर लोगों ने शुद्ध शाकाहारी व्यंजन का आनंद लिया।

फोटो कपिलदेव खरवार

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