भिवंडी ।एम हुसेन। लॉकडाउन के दौरान सभी उद्योग धंधे बंद हो गए हैं जिसके कारण भिवंडी के श्री समस्त जैन महासंघ द्वारा अजय नगर में गरीब मजदूरों एवं बेसहारा लोगों के लिये भोजन का पैकेट वितरित किया जा रहा है,जहां से प्रतिदिन दोपहर लगभग डेढ़ हजार लोगों को और रात में भी डेढ़ हजार लोगों को निरंतर भोजन का पैकेट दिया जा रहा है । लेकिन मनपा के शहर विकास अधिकारी ने पॉस इलाके में गरीबों को भोजन का पैकेट देने से मना कर दिया है।उन्हें डर है कि पॉस इलाके में गरीबों एवं मजदूरों के आने के कारण अमीर लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है ।
श्री समस्त जैन महासंघ के संयोजक अशोक जैन ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से लड़ने के लिये सरकार द्वारा लॉकडाउन करने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था,कर्फ्यू के कारण शहर उद्योग धंधों एवं दुकानों सहित होटल एवं मजदूरों के खाने वाली बिस्सीयां भी बंद हो गई हैं। जिसके कारण मजदूरों एवं बेसाहारा लोगों के सामने पेट भरने की बडी समस्या खड़ी हो गई थी।लेकिन मजदूरों को दोनों समय भोजन उपलब्ध कराने के लिए श्री समस्त जैन महासंघ ने अजयनगर में शुरू कर दिया था ,उन्होंने बताया कि महासंघ के कार्यकर्ता अधिकतर मजदूरों को उनके घर पर ही भोजन का पैकेट पहुंचा रहे हैं। लेकिन कुछ गरीब परिवार अजय नगर स्थित उनके केंद्र पर आकर भोजन का पैकेट लेते हैं जिन्हें महासंघ के कार्यकर्ता कोरोना वायरस के संक्रमण से सावधान रहने की जानकारी देते हैं और सामाजिक अंतर का ध्यान रखते हुये उन्हें भोजन का पैकेट देते हैं । इसके बावजूद मनपा के शहर अभियंता राजू वरलीकर पुलिस बल के साथ आकर मनपा आयुक्त के आदेश का हवाला देकर पॉस इलाके में गरीबों को भोजन देने से मना कर दिया है।
महासंघ के अशोक जैन ने इसकी जानकारी जिलाधिकारी डॉ. राजेश नार्वेकर एवं पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे सहित उपविभागीय अधिकारी डॉ. मोहन नलदकर एवं तहसीलदार शशिकांत गायकवाड़ को दी है।गरीबों को भोजन का पैकेट उपलब्ध कराने वाला केंद्र बंद करने के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार का कोई आदेश नहीं दिया गया है,उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने उनसे केंद्र बंद न करने के लिये कहा हो ।
मदद केंद्र बंद करने के बारे में शहर विकास अधिकारी राजू वरलीकर ने बताया कि वह निजामपुर पुलिस के साथ अजयनगर स्थित समस्त जैन महासंघ के कार्यालय में गये थे, अजय नगर एवं आदर्शनगर सहित आसपास का पॉस इलाका है ,जहां कोई गरीब नहीं रहता है।पॉस इलाके में गरीबों एवं मजदूरों के आने से यहां के अमीर लोगों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है,यह महापौर का भी इलाका है,जिसके कारण उन्हें गरीब इलाकों में जाकर भोजन देने के लिये कहा गया है ।पॉस इलाके में गरीबों की भीड़ न करने के लिये उनसे कहा गया है।
उक्त संदर्भ में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु उनसे कोई बात नहीं हो सकी, क्योंकि मनपा आयुक्त प्रायः फोन उठाने से बचते रहते हैं।इस संदर्भ में मनपा के जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले ने बताया कि शहर विकास अधिकारी द्वारा इस प्रकार की कोई जानकारी मनपा को नहीं दी गई है ।
श्री समस्त जैन महासंघ के संयोजक अशोक जैन ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से लड़ने के लिये सरकार द्वारा लॉकडाउन करने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था,कर्फ्यू के कारण शहर उद्योग धंधों एवं दुकानों सहित होटल एवं मजदूरों के खाने वाली बिस्सीयां भी बंद हो गई हैं। जिसके कारण मजदूरों एवं बेसाहारा लोगों के सामने पेट भरने की बडी समस्या खड़ी हो गई थी।लेकिन मजदूरों को दोनों समय भोजन उपलब्ध कराने के लिए श्री समस्त जैन महासंघ ने अजयनगर में शुरू कर दिया था ,उन्होंने बताया कि महासंघ के कार्यकर्ता अधिकतर मजदूरों को उनके घर पर ही भोजन का पैकेट पहुंचा रहे हैं। लेकिन कुछ गरीब परिवार अजय नगर स्थित उनके केंद्र पर आकर भोजन का पैकेट लेते हैं जिन्हें महासंघ के कार्यकर्ता कोरोना वायरस के संक्रमण से सावधान रहने की जानकारी देते हैं और सामाजिक अंतर का ध्यान रखते हुये उन्हें भोजन का पैकेट देते हैं । इसके बावजूद मनपा के शहर अभियंता राजू वरलीकर पुलिस बल के साथ आकर मनपा आयुक्त के आदेश का हवाला देकर पॉस इलाके में गरीबों को भोजन देने से मना कर दिया है।
महासंघ के अशोक जैन ने इसकी जानकारी जिलाधिकारी डॉ. राजेश नार्वेकर एवं पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे सहित उपविभागीय अधिकारी डॉ. मोहन नलदकर एवं तहसीलदार शशिकांत गायकवाड़ को दी है।गरीबों को भोजन का पैकेट उपलब्ध कराने वाला केंद्र बंद करने के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार का कोई आदेश नहीं दिया गया है,उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने उनसे केंद्र बंद न करने के लिये कहा हो ।
मदद केंद्र बंद करने के बारे में शहर विकास अधिकारी राजू वरलीकर ने बताया कि वह निजामपुर पुलिस के साथ अजयनगर स्थित समस्त जैन महासंघ के कार्यालय में गये थे, अजय नगर एवं आदर्शनगर सहित आसपास का पॉस इलाका है ,जहां कोई गरीब नहीं रहता है।पॉस इलाके में गरीबों एवं मजदूरों के आने से यहां के अमीर लोगों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है,यह महापौर का भी इलाका है,जिसके कारण उन्हें गरीब इलाकों में जाकर भोजन देने के लिये कहा गया है ।पॉस इलाके में गरीबों की भीड़ न करने के लिये उनसे कहा गया है।
उक्त संदर्भ में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु उनसे कोई बात नहीं हो सकी, क्योंकि मनपा आयुक्त प्रायः फोन उठाने से बचते रहते हैं।इस संदर्भ में मनपा के जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले ने बताया कि शहर विकास अधिकारी द्वारा इस प्रकार की कोई जानकारी मनपा को नहीं दी गई है ।
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