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नाला सफाई का काम पूरा करने हेतु मनपा आयुक्त ने दिया है छह जून की डेडलाइन, 

शहर के 101 नालों को साफ़ करने के लिए लगाए गए हैं 300 मजदूर। 

संवाददाता, भिवंडी ।पूर्व की भांति इस वर्ष भी भिवंडी में नाला सफाई का काम ठेकापद्धति से कराने के बजाय मनपा द्वारा तिहाडी मजदूूरों द्वारा नाला सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। जिसके लिए 300 तिहाडी मजदूरों को लगाया गया है, तिहाडी मजदूरों पर नाला सफाई कराए जाने से जहां भ्रष्टाचार नहीं होगा वहीं नाला सफाई में मनपा का प्रतिवर्ष की अपेक्षा इस वर्ष भी लगभग 50 लाख रूपये की बचत होगी। मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने मानसून आने से पहले नाला सफाई के लिए मनपा अधिकारियों को छह जून की डेडलाइन दी है।   

   ज्ञात हो कि भिवंडी मनपा में पूर्व कई वर्षों से ठेका पद्धति से नाला सफाई कराए जाने के कारण नाला सफाई में जहां बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा था। वहीं नालों की समुचित सफाई न होने के कारण शहर के निचले क्षेत्र प्रायः डूब जाते थे, जिसके कारण मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने इस वर्ष ठेका पद्धति से नाला सफाई कराने के बजाय मनपा अधिकारियों की देखरेख में तिहाडी मजदूरों से नाला सफाई कराने का निर्णय लिया है। मनपा द्वारा जिसके लिए 300 मजदूर लगाए गए हैं, इससे पूर्व प्रतिवर्ष जहां नाला सफाई के नाम पर मनपा द्वारा सवा करोड़ रूपये से अधिक पानी में बहा दिया जाता था वहीं इस वर्ष केवल 70 लाख रूपये खर्च करके नाला सफाई का लक्ष्य रखा गया है, इससे मनपा का लगभग 50 लाख रूपये की बचत का अनुमान लगाया गया है।        

     ज्ञात हो कि लगभग 26 वर्ग किमी में फ़ैले भिवंडी मनपा क्षेत्र में छोटे-बड़े कुल 101 नालें हैं, जिसकी लंबाई लगभग 43.33 किलोमीटर है, जिसमें प्रभाग समिति क्रमांक-एक में 6.69 किमी लंबे 16 नाले, प्रभाग समिति क्रमांक- दो में 10.37 किमी लंबे 16 नाले, प्रभाग समिति क्रमांक- तीन में 10.16 किमी लंबे 26 नाले, प्रभाग समिति क्रमांक-चार में 8.76 किमी लंबे 18 नाले  एवं प्रभाग समिति क्रमांक-पांच में 7.95 किमी लंबे 25 नालों का समावेश है   जिसके लिए प्रत्येक प्रभाग समिति में 60 मजदूरों सहित पांचों प्रभाग समितियों में कुल 300 मजदूर लगाए गए हैं। इसके अलावा सात बड़े नालों के लिए 20 मजदूरों के अलावा पोकलेन सहित छोटे नालों के लिए जेसीबी और डंपर ठेके पर लेकर नाला सफाई का काम किया जाएगा।  

    मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने बताया कि इस बार नाला सफाई को लेकर मनपा पहले से ही पूरी तरह सतर्क है, जिसके कारण नाला सफाई का काम इस बार ठेका पद्धति पर न देकर तिहाडी मजदूरों से मनपा अधिकारियों की देखरेख में सफाई का काम कराया जा रहा है। मनपा आयुक्त ने बताया कि आचार संहिता लगने से पहले ही मनपा की साधारण सभा में नाला सफाई करने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया था। इस वर्ष मानसून आने से एक महीना पहले ही नाला सफाई का काम शुरू कर दिया गया है ताकि मानसून आने के पहले नालों की समुचित सफाई की जा सके, इसके लिए वार्ड अधिकारी के माध्यम से तिहाडी मजदूर लगाकर उन्हें प्रतिदिन 606 रूपये मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है, जिससे कम बजट में बेहतर काम हो जाएगा।  जबकि पहले ठेका पद्धति से बजट भी अधिक होता था और काम भी संतोषजनक नहीं होता था। मनपा आयुक्त ने नाला सफाई की देखरेख में लगे अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि नाला सफाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायगी। 

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