संवाददाता, भिवंडी ।भिवंडी मनपा प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण मनपा क्षेत्र में पूर्व पांच वर्षों से धोकादायक इमारत की संख्या दिनोदिन बढते जा रही है जो लगभग ९७८ धोकादायक इमारत होने का खुलासा मनपा प्रशासन के सर्वेक्षण में हुआ है। उक्त इमारतों में २४६० परिवार रहता है इस प्रकार लगभग १५ हजार नागरिकों के जीवन को धोका निर्माण हुुुआ है। पूर्व दो वर्ष में भिवंडी में विविध क्षेत्रों में होने वाले इमारत दुर्घटना में २२ लोगों की मृत्यु हो गई है तथा ३० से अधिक लोग जखमी हो गए हैं। उस समय शासन ने संज्ञान में लेते हुए अवैध धोकादायक इमारत तोड़कर ध्वस्त करने हेतु निर्देश मनपा प्रशासन को दिया गया था। परंतु भिवंडी मनपा प्रशासन के बांधकाम उपायुक्त दीपक कुरलेकर जो राज्यय शासनके अधिकारी हैं जो पूर्व पांच वर्षों से एक ही स्थान पर बैठकर केवल कागज पर कार्रवाई किए जाने का चित्र प्रस्तुत कर केे इमारत की ओर दुर्लक्ष कर रहे हैं जिसकारण २२ लोगों को अपने जान गंवानी पड़ी है वहीं पुन: धोकादायक इमारत का प्रश्न बना हुआ है जिसकारण लोग अपनी जान हथेली पर रखकर जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं।भिवंडी मनपा केवल इमारत खाली करो इस प्रकार की नोटिस देकर उनका पुनर्वसन न करते हुए अपनी जवाबदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।परंतु उक्त धोकादायक इमारत में रहने वाले परिवार कहां जाएं और कहां रहें इस प्रकार का प्रश्न निर्माण हुुुआ है और नागरिक अपनी जान हथेली पर रखकर एक एक दिन काट रहे हैं।
गौरतलब है कि मॅनचेस्टर मानी जानीी वाली नगरी के रूप में पहचानी जाने वाली भिवंडी शहर में बडे पैमाने पर मजदूर वर्ग रहता है जो दिनभर काम करने के बाद अपने परिवार का पेट भरने वाले पैसों में से जमा पैसाा व कर्ज अथवा आभूषण रेहन पर रखकर एक घर लेकर रहते हैं इसीलिए नये घर लेने की शक्ति नहीं है जिसकारण मजदूर नये घर लेने हेतु असमर्थ हैं। इस प्रकार धोकादायक इमारत में मजदूर सपरिवार बड़े पैमाने पर रहते हैं , भिवंडी - निजामपूर शहर महानगर पालिका में कुल पांच प्रभाग समिति हैै।
भिवंडी- महानगरपालिका में कुल ५ प्रभाग समिति है। जिसमें प्रभाग समिति क्र.१ में ९८, प्रभाग समिति क्र. २ में २५३ प्रभाग समिति क्र.३ में १३८, प्रभाग समिति क्र. ४ में १५८ प्रभाग समिति क्र.५ में ३३१ इस प्रकार कुल ९७८ धोकादायक इमारत है। उक्त इमारत में लगभग १५ हजार से अधिक नागरिक रहते हैं जिनके जीवन को धोखा कायम का है।
पूर्व तीन वर्षों से शहर में विविध स्थानों पर इमारत दुर्घटना होने के बाद राज्य शासन ने अनधिकृत, धोकादायक इमारत तोड़कर ध्वस्त करने हेतु निर्देश मनपा प्रशासन को दिया है। जिसके अनुसार मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने अतिधोकादायक इमारत पर कार्रवाई करने हेतु निर्देश उपयुक्त दीपक कुरलेकर को दिए हैं। परंतु , मनपा प्रभाग प्रशासन द्वारा धीमीगति से काम शुरू है परिणामस्वरूप धोकादायक इमारत पर निष्कासन कार्रवाई बरस्त तक पूर्ण हीगी कि नहीं ? इस प्रकार शंका उपस्थित किया जा रहा है।इसलिए मनपा प्रशासन एवं लोक प्रतिनिधियों को आगे आकर धोकादायक इमारत का धोका कैसे टाला जाए उनका पुनर्वसन कैसे किया जाएगा इसके लिए प्रयत्न करना आवश्यक है। उक्त प्रकार की प्रतिक्रिया यहां के रहिवासियों ने व्यक्त की है।
गौरतलब है कि मॅनचेस्टर मानी जानीी वाली नगरी के रूप में पहचानी जाने वाली भिवंडी शहर में बडे पैमाने पर मजदूर वर्ग रहता है जो दिनभर काम करने के बाद अपने परिवार का पेट भरने वाले पैसों में से जमा पैसाा व कर्ज अथवा आभूषण रेहन पर रखकर एक घर लेकर रहते हैं इसीलिए नये घर लेने की शक्ति नहीं है जिसकारण मजदूर नये घर लेने हेतु असमर्थ हैं। इस प्रकार धोकादायक इमारत में मजदूर सपरिवार बड़े पैमाने पर रहते हैं , भिवंडी - निजामपूर शहर महानगर पालिका में कुल पांच प्रभाग समिति हैै।
भिवंडी- महानगरपालिका में कुल ५ प्रभाग समिति है। जिसमें प्रभाग समिति क्र.१ में ९८, प्रभाग समिति क्र. २ में २५३ प्रभाग समिति क्र.३ में १३८, प्रभाग समिति क्र. ४ में १५८ प्रभाग समिति क्र.५ में ३३१ इस प्रकार कुल ९७८ धोकादायक इमारत है। उक्त इमारत में लगभग १५ हजार से अधिक नागरिक रहते हैं जिनके जीवन को धोखा कायम का है।
पूर्व तीन वर्षों से शहर में विविध स्थानों पर इमारत दुर्घटना होने के बाद राज्य शासन ने अनधिकृत, धोकादायक इमारत तोड़कर ध्वस्त करने हेतु निर्देश मनपा प्रशासन को दिया है। जिसके अनुसार मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने अतिधोकादायक इमारत पर कार्रवाई करने हेतु निर्देश उपयुक्त दीपक कुरलेकर को दिए हैं। परंतु , मनपा प्रभाग प्रशासन द्वारा धीमीगति से काम शुरू है परिणामस्वरूप धोकादायक इमारत पर निष्कासन कार्रवाई बरस्त तक पूर्ण हीगी कि नहीं ? इस प्रकार शंका उपस्थित किया जा रहा है।इसलिए मनपा प्रशासन एवं लोक प्रतिनिधियों को आगे आकर धोकादायक इमारत का धोका कैसे टाला जाए उनका पुनर्वसन कैसे किया जाएगा इसके लिए प्रयत्न करना आवश्यक है। उक्त प्रकार की प्रतिक्रिया यहां के रहिवासियों ने व्यक्त की है।
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