Ads (728x90)

राज्यपाल ने प्रवासी भारतीय युवकों को भारत की विकास प्रक्रिया में भाग लेने का आवाहन किया

मुंबई, दि. 28 : सन २०२० तक भारत विश्व में सबसे युवा देश के रूप में उभर रहा है है। आजादी के बाद भारत ने विज्ञान, प्रोद्योगिकी समेत सूचना प्रोद्योगिकी में तेजी से प्रगति की है और इससे लोगों के जीवनप्रणाली में परिवर्तन हुआ है। भारत की प्रगत देशों की ओर कदम बढ़ते समय में प्रवासी (अनिवासी) भारतीय युवकों ने भी भारत की विकास प्रक्रिया में भाग लेने का आवाहन राज्यपाल चे विद्यासागर राव ने आज यहाँ किया।

विविध देशों ने निवासित मूलत: भारतीय वंशज के युवकों के एक ४५ सदस्यींय शिष्टमंडल ने राज्यपाल विद्यासागर राव से राज भवन में मुलाक़ात कर विविध विषयों पर चर्चा की।  इस दौरान गयाना, त्रिनिदाद, फिजी, दक्षिण आफ्रिका, सुरीनाम, मॉरीशस, श्रीलंका और  पोर्तुगाल के प्रवासी भारतीय युवक उपस्थित थे।

विदेश मंत्रालय की पहल से आयोजित ५३ वें ‘भारत को जाने’ (‘Know India Programme’) इस कार्यक्रम के अंतर्गत उपरोक्त आठ देशों के युवकों ने राज्यपाल से मुलाक़ात की।

प्रवासी भारतीय युवकों की ओर से त्रिनिदाद देश के निकोलस कन्हाय इस युवक ने भारत का रहन-सहन, संस्कृति, खान-पान, परंपराओं को देखते हुये हमारी मूलभूमि इस देश की है, इस बात का यकीन होने की भावना व्यक्त की। महाराष्ट्र ने की हुई प्रगति से हम प्रभावित हुये है, यह भी उन्होंने बताया। 

मूलतः भारतीय वंशज के विविध देशों में निवासित १८ से ३० आयुगुट के युवक भारत से जुड़े जा सके, साथ ही यहाँ की कला, ऐतिहासिक वारसा एवं संस्कृति के बारे में उन्हें पता चले, इस उद्देश्य से विदेश मंत्रालय ने ‘भारत को जानो’ इस कार्यक्रम का निर्माण किया है। इस देश में हो रहे समकालीन परिवर्तन के बारे में जानकार यह युवक प्रेरणा ले सके, यह भी इस कार्यक्रम का उद्देश है। इस वर्ष यह कार्यक्रम महाराष्ट्र सरकार एवं दमण और दीव के सहयोग के आयोजित किया गया है।

महाराष्ट्र में आए इस शिष्टमंडल ने आय टी पार्क पुणे, भिलार ‘किताबों का गाँव’, महाबलेश्वर का दौरा किया और महाराष्ट्र की लोकधारा इस कार्यक्रम से यहाँ की संस्कृति के बारे में जाना, यह   सांस्कृतिक कार्य संचालक स्वाति काले ने बताया।

महाराष्ट्र के साथ दमण और दीव इस जगहों को भेट देने के अलावा इन युवकों ने आग्रा, संसद संग्रहालय एवं ग्रंथालय, राष्ट्रपति भवन, लाल किला, राजघाट स्मारक इन जगहों पर भी उन्हें ले जाएगा, यह विदेश मंत्रालय ने सूचित किया है।

Post a Comment

Blogger