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उर्दू भाषा के विकास में मुशायरों  के महत्व से इनकार नहीं किया जासकता ,मुशायरे हमारी सभ्यता और संस्कृति की पहचान होते हैं। उर्दू भाषा को बढ़ावा देने में मुशायरे कल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे और आज भी यह सिलसिला निरंतर जारी है। अलहम्द  एजुकेशन सोसायटी  भिवंडी उर्दू साहित्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य के तहत अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए है। जो गाहे गाहे विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है। इसी सिलसिले में ५ जनवरी की रात नौ बजे अलहम्द  हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज भिवंडी,में विभिन्न उर्दू स्कूलों के शिक्षकों द्वारा तमसीली मुशायरे का आयोजन किया गया।तमसीली मुशायरे का उद्घाटन प्रख्यात शायर मोहम्मद रफी अंसारी ने किया।अध्यक्षता उर्दू ग़ज़ल के प्रख्यात शायर जिगर मुरादाबादी (सीमाब अनवर) ने की।संचालन मशहूर नाज़िमे मुशायरा अनवर जलालपुरी(सरफ़राज़ मुरुमकर)ने की।तमसीली मुशायरे में जिन प्रख्यात शायरों की तमसील प्रस्तुत की गई उनमें प्रोफेसर वसीम बरेलवी,अहमद फ़राज़,शमीम जयपुरी,खुर्शीद हैदर,ए.एम.तुराज़,डॉ माजिद देवबंदी,इक़बाल अशहर,रफीक शादानी,डॉ कलीम कैंसर,खुमार बारहबंकवी,अज़्म शाकिरी,सागर आज़मी,खालिद ज़ाहिद, वाहिद मलेगांवीं,हाशिम फिरोजाबादी,इमरान प्रतापगढ़ी,शकील मुबारकपुरी एवं सुफियान प्रतापगढ़ी आदि ने अपनी प्रस्तुती को वास्तविकता के करीब कर दिया था। जिसकी उपस्थित दर्शकों ने भरपूर सराहना की।कार्यक्रम के  मुख्य अतिथिगण प्रिंसिपल शब्बीर फ़ारूक़ी थे।.मुशायरे के कन्वीनर अब्दुल अजीज अंसारी ने अपने स्वागत भाषण में सभी तमसीली शायरों और उपस्थित अतिथियों खान मोहम्मद हुसैन,अंसारी मुश्ताक़ इक़बाल,डॉ मुजीबुल्लाह,शेख दय्यान,गुलाम मोहम्मद खान,गयासुद्दीन अंसारी, अरशद खान चुन्नू,शेख मोहम्मद अहमद,क़ुतबुद्दीन शाहिद,अरक़म मोमिन आदि का स्वागत किया।अलहम्द एजुकेशन सोसायटी के महासचिव और  मुशायरे  के संरक्षक  रियाजुद्दीन खान ने अतिथियों और कवियों  की सेवा में पुष्पगुच्छ पेश किया। उक्त अवसर पर सोसायटी के पदाधिकारियों व सदस्यों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति और श्रोता उपस्थित थे। मुशायरे को सफल बनाने में मुशायरा समिति के सदस्यों डॉ नियाज़ अहमद आजमी, मौलाना अहमद अली खान,खान कयामुद्दीन, डॉ मतीउल्ला खान, मौलाना शहरोज़ ,शमीम अहमद अंसारी,अबुल कलाम शेख,नदीम अहमद आज़मी,अब्दुललतीफ खान के अतिरिक्त मोमिन सरजील, रिजवान अंसारी, अख़लाक़ अहमद और सभी टीचिंग और नॉनटीचिंग स्टाफ का सहयोग शामिल रहा,डॉ मतीउल्लाह खान के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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