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प्रतापगड, हिंदुस्तान की आवाज़, प्रमोद श्रीवास्तव

प्रतापगढ़।  परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प के लिए प्रदेश  सरकार पूरी तरह से  कमर कस चुकी है और नए शिक्षण सत्र से प्रदेश के सभी जनपदों के विकास खंडो के पांच परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित करने की योजना बना चुकी है वही जनपद प्रतापगढ़ का बेसिक शिक्षा महकमा सरकार की नीति को अमली जामा पहनाने में मुस्तैद दिख रहा है। वही  बेसिक शिक्षा विभाग व पंचायत विभाग दोनों मिलकर परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प  करने की भी ठान चुका है। प्रदेश सरकार की ओर से परिषदीय विद्यालयों की रंगाई पुताई के लिए  बेसिक शिक्षा विभाग को धनराशि आवंटित कर दी गयी है वहीं पंचायत विभाग भी बेसिक शिक्षा विभाग से कंधा मिलाकर चलने की तैयारी में जुटा है ।
        जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों की रंगाई पुताई कराने हेतु धनराशि मिल चुकी है शीघ्र ही विद्यालय प्रबन्ध समिति खातों में हस्तानांतरण की कार्यवाही की जा रही है। बीएसए ने विद्यालयों के विकास के लिए जहाँ पंचायतों के सहयोग के प्रति  विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया है वही जिला पंचायत राज अधिकारी ने भी दो टूक कहा है कि वे परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प के लिए हर स्तर पर पंचायत विभाग सहयोग करेगा।
      जिला पंचायत राज अधिकारी शशिकांत पाण्डेय ने बताया कि ग्राम पंचायतों में स्थित परिषदीय विद्यालयों की आवश्यकतानुसार मरम्मत, चहार दीवारी, पेय जल की सुविधा, शौचालय, फर्श , मॉडल कक्ष निर्माण के निर्देश जारी किए जा चुके है। डीपीआरओ पाण्डेय ने बताया कि चौदहवें राज्य वित्त की गाइड लाइन में साफ किया गया है कि पंचायतों द्वारा विद्यालयों व आँगनबाड़ी केंद्र के लिए समस्त प्रकार की सुविधाओं को ध्यान में रखा जाय। डीपीआरओ ने बताया कि विकास खंडो में तैनात सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों व एडीओ पंचायतों को परिषदीय विद्यालयों की सुविधाओं को ध्यान रखने के निर्देश दिए जा चुके है। उन्होंने कहा वे भी समय-समय पर शासन की मंशा के अनुरूप मानिरिटिंग करेंगे।

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