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भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी।इलेक्ट्रो होमियोपैथी के जनक डॉ काउंट सीजर मैटी के 209 वें जयंती समारोह का आयोजन इलेक्ट्रो होमियोपैथी प्रेकटिशनर एसोसिएशन द्वारा सुभम हॉल एलआईसी कार्यालय के सामने धामनकरनाका भिवंडी स्थित वैज्ञानिक डॉ अशोक शर्मा की अध्यक्षता में  किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ नगरसेवक संतोष एम शेट्टी व भाजपा युवा अध्यक्ष मोहन कोंडा तथा एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ बी आर पटेल आदि मान्यवर मंचासीन थे। सभी ने डॉ काउंट सीजर मैटी के फोटो पर माल्यार्पण कर आदरांजली दी। सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ बी आर पटेल ने इलेक्ट्रो होमियोपैथी का परिचय देते हुए कहा कि इस  पैथी के जनक डॉ काउंट सीजर मैटी का आज जन्मदिन है इसी के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष उक्त प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। वहीं डॉ बी आर पटेल ने कहा कि अन्य पैथियों की अपेक्षा इलेक्ट्रो होमियोपैथी की औषधि केमिकल मुक्त होती है। शरीर में 18 खनिज तत्वों की आवश्यकता होती है, यही खनिज वनस्पतियों में बहुत्यक मात्रा में पाया जाता है, यही औषधियों के साथ रक्त में घुलकर कोशिकाओं, उतको, अंगों और चय पचय का पालन पोषण करते हैं। खनिज पदार्थों द्वारा निर्मित औषधि रक्त में सही तौर से घुल नही पाती जिसकारण शरीर में कहीं न कहीं किसी भी अंगों पर जमा हो जाती है तथा शरीर से बाहर  भी नहीं जा पाती है, जबकि इलेक्ट्रो होमियोपैथी की औषधि वनस्पति जगत से प्राप्त पदार्थों से निर्मित की जाती है, न कि खनिज पदार्थ न ही पशु और न ही केमिकल पदार्थ से निर्मित की जाती है।  मुख अतिथि संतोष शेट्टी ने इलेक्ट्रो होमियोपैथी प्रेकटिशनर एसोसिएशन को बधाई देते हुए कहा कि भिवंडी में टी बी, केंसर आदि  जैसी संक्रामक बीमारियों का बढता प्रकोप चिंता का विषय है, भिवंडी मजदूर बहुल क्षेत्र है इसे ध्यान में रखते हुए डॉ अपने महत्व को जानें और अपने दायित्व को निभाएं। इलेक्ट्रो होमियोपैथी के साथ मनपा प्रशासन के आरोग्य विभाग का समन्वय कायम करने के लिए हमारी जहां व जब जरूरत पडेगी  मैं एसोसिएशन के साथ हूँ। भाजपा का यही नारा है सबका साथ सबका विकास अर्थात किसी के साथ अन्याय नहीं। मैं आशा करता हूँ कि इस मजदूर बहुल क्षेत्र को रोग मुक्त करने के लिए एसोसिएशन हरसंभव प्रयास करने के तत्पर रहेगा। डॉ अशोक शर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमें लाचार नहीं होना है बल्कि अपने अथक प्रयास व परिश्रम द्वारा ईएचपी को समझना है। पूर्व 20 वर्षों से सरकार ने हमें रोकने का प्रयास किया है परंतु ईएचपी अपनी क्षमता, योग्यता के आधार पर आज इस स्थान पर पहुंच चुकी हैं, बल्कि हम विश्व में शांतिशाली। अन्य पैथी की अपेक्षा ईएचपी ने औषधि में विकास किया है और विकास के तत्पर है जो इस पैथी व हमारे लिए बडी उपलब्धि है।उक्त अवसर पर  डॉ विजय मौर्य, डॉ प्रेम दुबे, डॉ एन एल पटेल, डॉ सैय्यद नईमूद्दीन,डॉ आयशा अंसारी, डॉ शहनाज़ अंसारी  आदि भारी संख्या में डॉक्टर्स उपस्थित थे      । संचालन डॉ एम एल यादव ने किया।  

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