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लाड पागे समिति की सिफारिश लागू करने की मांग
संवाददाता
मुंबई । मुंबई महानगर में मलनिसारण की समस्या को दूर करने व गन्दगी साफ़ किए जाने  का काम मनपा के  मलनिसारण विभाग के  चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा किया जाता है ।लेकीन इन्हे आवश्यक सुविधाओं से वंचित रखा गया है । जिसे देखते हुए इस विभाग में कामकरने वाले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों पर लाड पागे समिति की सिफारिश लागू कर उनकी मृत्यु के बाद उनके वारिसों को नौकरी दिए जाने की मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण महापालिका कामगार कर्मचारी सेना ने मनपा    आयुक्त से पत्र द्वारा की है ।
                           बता दे  कि पालिका के मलनिसारण विभाग में  कामकरने वाले कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन काम कर गंदगी साफ़ की जाती है । लेकीन इन कर्मचारियों को आवश्यक सुविधाएँ जैसे ग्लव्स, गमबूट,हेलमेट, पानी आदि मुहैया नहीं किये जाते । जिससे गटर भूमिगत होने से उसमे पैदा होनेवाले जहरीली हवा के कारण कर्मचारियों को गंभीर चमडी रोग का सामना करना पड़ता है । वहीँ इन कर्मचारियों को हाल ही में केवल मुकादम पद तक ही नियुक्त किया जाता है जबकि पहले इस विभाग के मिस्त्री श्रेणी-१ व श्रेणी-२ इस पद पर कई वर्षों से नियुक्ति न किये जाने से कर्मचारियों की पदोन्नति का मार्ग मुश्किल हो गया है । जिसके कारण इन्हे आर्थिक नुकसान का मुकाबला करना पड़ रहा है । कर्मचारियों की हाजरी के लिए बनी चौकियों की स्थिति भी ख़राब है । मुश्किलों में काम कर रहे कर्मचारियों को छुट्टी, वेतन व अनेक भत्तों का समाधानकारक उत्तर अधिकारी वर्ग द्वारा नहीं मिलता । मनपा के निवास स्थान न मिलने से दूर से ये कर्मचारी यहाँ काम करने आते है जिससे इनके कार्यक्षमता पर असर पड़ता है । मुंबई में भारी संख्या में गल्लियां है । सफाई कामगार के साथ ड्रेनेज कामगार न होने पर काम नहीं किया जाता । भारी संख्या में ड्रेनेज पाइप टूटे होते है विशेषकर मैला बहाकर लाने वाले पाइप फूटे होने से इन कर्मचारियों द्वारा गटर साफ़ किया जाता है धारावी,कुर्ला, कलिना, माटुंगा लेबर कैंप आदि भागों में सूअरों के खाद्य के लिए आवश्यक मानवी मैला के लिए शौचालय की पाइप तोड़ी जाती है । ऐसे वातावरण में गन्दगी साफ़ करने का काम कर्मचारी करते है । शौचालय चोक होने पर समस्या का निपटारा किया जाता है । इन कर्मचारियों को कई समस्याओं का मुकाबला करना पड़ता है । इस विभाग के काम के कारण होने वाली परेशानी से कई कर्मचारी पेंशन लेने के लिए जीवित नहीं रहते । सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर कर्मचारियों को भूमिगत गटरों में उतारा जा रहा है । इन कर्मचारियों को सभी सुविधाएँ देने के साथ ही सफाई कर्मचारियों पर लाड पागे समिति की सिफारिश लागू होने से उनकी मृत्यु के बाद उनके वारिसों को नौकरी दी जाती है । ऐसे ही मलनिसारण विभाग में कामकरने वाले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों पर लाड पागे समिति की सिफारिश लागू कर उनकी मृत्यु के बाद उनके वारिसों को नौकरी देने की मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण महापालिका कामगार कर्मचारी सेना ने आयुक्त से पत्र के माध्यम द्वारा की है ।

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