मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज़ । मोहम्मद मुकीम शेख
कुशीनगर:-जगदीश मिश्रा(बाल्टी बाबा)कुशीनगर जिला के बसडीला खुर्द उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासी हैं।वर्तमान भाजपा सरकार के शासनकाल में जगदीश मिश्रा जिन्हें पूर्वांचल के लोग बड़े ही अदब और सम्मान से बाल्टी बाबा के नाम से पुकारते हैं।
भारतीय सिनेमा जगत का एक चर्चित और सदाबहार गीत,मेरा दर खुला है खुला ही रहेगा तम्हारे लिये।कुछ इसी तर्ज पर जिला के सर्व सामान्य लोगों के लिये चाहे दिन हो की रात बिना किसी भेद भाव के उनके घर का दरवाजा खुला ही रहता है।जब कोई थका और हारा हुआ निराश आदमी उनके दरवाजे पर पहुंच गया तो आप यह मानकर चलिये कि उसकी समस्या का समाधान हो ही गया।
गांव की एक पुरानी कहावत है,हर मर्ज की दवा जमाल गोटा।इस कहावत से यह जोड़ दिया जाय कि हर समस्या का एक ही समाधान बाल्टी बाबा तो इसमें किसी को कोई विरोध नहीं होना चाहिए।
यूपी के इतिहास में पहलीबार एक बाबा और फकीर योगी आदित्यनाथ जैसा कर्मठ और बेहद ईमानदार व्यक्ति हम सबको बतौर मुख्य मंत्री के रुप में मिला है।उनके सानिध्य में बाल्टी बाबा एक मंत्री के रुप में प्रदेश की जनता की सेवा कर रहे हैं।यह उपलब्धी उनके लिये एक सौभाग्य की बात कही जा सकती है।विधायक से मंत्री तक का सफर तय करने वाले बाल्टी बाबा को राजनीति में महारत हासिल है।देश और प्रदेश की राजनीति में गल्ली से दिल्ली तक की पहुंच रखने वाले बाल्टी बाबा ने अपने परिसर के किसान मजदूर और दीन हीन लोगों को बहुत करीब से देखा और जाना है।
आश्रम में जाकर बिमार आदमी के घाव पर मरहम पट्टी करने वाले महात्मा गाँधी ने कहा था कि गरीब और बिमार व्यक्ति की सेवा ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है।बापू के कथन को चरितार्थ कर रहे हैं बाल्टी बाबा समउर बाजार में विनायक हॉस्पिटल (डायग्नोस्टिक)सेंटर बनवाकर।यहाँ पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत द्वारा मुफ्त ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध है।लखनऊ और पटना जैसे किसी बड़े शहर के अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधा से सुसज्जित विनायक हॉस्पिटल की संचालिका डॉ संध्या मिश्रा(एमबीबीएस,एमएस,पीजीडीएम) मानसिक रोग विशेषज्ञ ने स्थानिक पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मंत्री महोदय जगदीश मिश्रा उर्फ बाल्टी बाबा के आदेश का पालन करते हुए गरीब और जरुरतमंद लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रत्येक मंगलवार से शनिवार तक हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों से ओपीडी चार्ज और बेड चार्ज नहीं लिया जायेगा।उन्होंने यह भी कहा कि इस हॉस्पिटल की एक खासियत यह भी है कि यहाँ पर मेडिकल की पढ़ाई कर आने वाले क्षात्र और क्षात्राओं को प्रक्टिस करने का अवसर दिया जाता है।इसका एक उदाहरण समउर बाजार निवासी चन्द्रभान गुप्ता के चिरंजीव डॉ विश्राम गुप्ता हैं।जो हिमांचल प्रदेश से मेडिकल की पढ़ाई कर यहाँ पर प्रक्टिस कर रहे हैं।
मरीजों के इलाज लिए दी गई छूट के लिये लोग मुझे मोबाईल फोन पर और व्यक्तिगत रूप से मिलकर बधाई दे रहे हैं।
प्रस्तुति:-कपिलदेव खरवार
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