मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज़ । मोहम्मद मुकीम शेख
आज तक दुनिया श्रीकृष्ण को ही 16 कला के अवतारी कहते आ रही है।लेकिन वसंत नगरी मैदान में अपने 9 दिन की राम कथा में कथा श्रोता राम भक्तोंं को रामायण की केवल एक चौपाई,कौन से काम कठिन जग माही,पर बोलकर श्रीराम को 16 कला का अवतारी साबित कर दूँगा।
उपरोक्त बातें कथाचार्य पद्म विभूषण संतशिरोमणि तुलसी पीठाधिश्वर जगत गुरु रामानन्दाचार्य,परम पूज्य स्वामीश्रीरामभद्राचार्या जी महाराज ने अपने मुखारविंद से कही।उन्होनें अपने कथा में पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के 16 कला को एक एक कर के बताया।240 दोहा की 6वीं पक्ति में लिखा विमल,श्रीराम की पहली कला विमल जस जो दायक फल चारी पर रात्रि के 8 बजे कथा को विराम दिया इन शब्दों में,आप सभी राम भक्तों का मुझे सुनने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।कथा के आरंभ में समिति द्वारा उनका पुष्पमाला से स्वागत किया गया।आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश पांडेय मार्गदर्शक पूर्व महापौर उमेश नाईक,के डी शर्मा,शैलेश तिवारी,वंशनारायण मिश्रा,विजय सिंह,संजय शर्मा,अजय तिवारी,कमल झा,संजय कुंवर सिंह,मुकेश तिवारी के अलावा समिति की युवा टीम के सौरभ सिंह,ओम तिवारी,आशिष सिंह,सुधीर तिवारी,एस पी पांडेय,आर्यन तिवारी,अवनीश सिंह,मनोज पाल,गौरव जयसवाल के साथ समिति के सभी पदाधिकारी इस धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने के लिए अपना कीमती और बहुमूल्य समय दे रहे हैं।
उत्तर भारतीय विकास संस्था(उत्तर भारतीय पिपल्स चैरिटबल ट्रस्ट रजि)द्वारा आयोजित श्रीराम कथा शाम को 4 बजे से रात्रि के 8 बजे तक चलेगी।इसका समापन 31 दिसम्बर को विधिवत हवन और पूजा पाठ से होगा।बिठठल मंदिर से वसंत नगरी मैदान कथा स्थल तक शोभा यात्रा निकाली गई थी जिसमें स्थानिक हजारों महिलाएं और पुरुष शामिल थे।
फोटो:-कपिलदेव खरवार
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