मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । मोहम्मद मुकीम शेख
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले अव्वल दर्जे के नेता होने के साथ साथ एक अत्यंत कुशल जौहरी भी हैं।
दक्षिण मध्य मुंबई जिला कॉंग्रेस कमिटी उत्तर भारतीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ठाकुर विजय सिंह चेम्बूर जनता मार्केट के अपने जनसंपर्क कार्यालय में स्थानिक मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे।उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि जिस प्रकार जौहरी एक नजर में ही हीरे की पहचान कर लेता है ठीक उसी तरह नाना पटोले भी तबके मुंबई कॉंग्रेस उत्तर भारतीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ठाकुर यशवंत सिंह को मालाड मालवणी चर्च के पीछे उनके चंद्रा विला आवास पर उन्हें एक ही नजर में पहचान लिया था।यह मौका था जब यशवंत सिंह ने नाना पटोले के सम्मान में अपने आवास पर एक प्रीति भोज का आयोजन किया था।कोई घड़ी दो घड़ी के लिए मेहमान बनकर जाने वाले नाना ने अपना अत्यंत बहुमुल्य समय 4 घंटे चंद्रा (चांद) की शीतल छाया में गुजार दी।
विजय सिंह ने आगे कहा कि मैं यह बात पुरे यकिन और विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि जब नाना पटोले ने चंद्रा विला से विदा लिया। तब उनके चेहरे पर साफ तौर पर दिखाई दे रहा था।इस घर के लिये अब वो केवल एक नेता नहीं बल्कि सिंह परिवार का एक ख़ास सदस्य बन चुके हैं।और बनते भी कैसे नहीं जब उन्हें सिंह परिवार ने अपने सर आंखों पर बिठा जो लिया था।
महज 4 घंटे की छोटी सी मुलाकात में यशवंत सिंह के भीतर की उर्जा को उन्होंने जान और पहचान लिया।फिर बिना किसी बिलम्ब और सिफारिश के नाना पटोले ने उनको अपने साथ महाराष्ट्र की कांग्रेस की कमिटी में बतौर सचिव के रुप में शामिल कर लिया है।
ऐसे नाजुक समय में जब मुंबई कॉंग्रेस से तमाम दिग्गज उत्तर भारतीय समाज के प्रतिष्ठित नेता एक के बाद एक पलायन कर रहे हैं।ऐसे में एक ऐसे उत्तर भारतीय उच्च शिक्षा प्राप्त सर्वगुण संपन्न व्यक्ति यशवंत सिंह को महाराष्ट्र प्रदेश कॉंग्रेस का सचिव बनाकर नाना पटोले ने अपने राजनीतिक सुझबुझ का उपयोग किया है।जहाँ मुंबई में लाखों की संख्या में उत्तर भारतीय लोग निवास करते हैं।वहीं नई मुंबई,कल्याण, पनवेल,नासिक,पुनेऔर नागपुर में भी भारी संख्या में उत्तर भारतीयों का निवास है।यशवंत सिंह की इस नियुक्ति से मुंबई में होने वाला नगर सेवक चुनाव में कांग्रेस को लाभ मिलेगा ही महाराष्ट्र विधान सभा और लोक सभा चुनाव में भी कॉंग्रेस को निश्चित तौर पर इसका फायदा मिलने वाला ही है।
गौरतलब बात यह है कि सर्व प्रथम नाना पटोले ने यशवंत सिंह के पिताश्री स्व जयप्रकाश सिंह (मास्टर जी) की तैल चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर उनकी पवन स्मृति का अभिवादन किया।इसके उपरांत नाना पटोले को शाल श्रीफल पुष्प माला स्मृति चिन्ह भेंटकर यशवंत सिंह और उनके परिजनों ने उनको सामूहिक रूप से सम्मानित किया।
प्रस्तुति कपिलदेव खरवार
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