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कोरोना कोविड -19 की महामारी ने पूरी दुनिया को तबाही के कगार पर पहुंचा दिया है । भारत भी इससे अछूता नहीं रह गया है । इसकी चपेट में आने से उच्च वर्ग के लोग परेशान तो हैं लेकिन तबाह नही हैं । इस बिन बुलाए मेहमान कोरोना ने तो गरीब मजदूर किस्म के लोगों को तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है ।  कोरोना के पहले हमले से अभी सम्हल भी नहीं  पाए थे की इसने दुबारा हमला बोल दिया । लॉकडाउन में लोग अपने घरों में दुबके सहमे निराशा भारी जिंदगी जीने को मजबूर हैं ।

भारतीय समाज में एक वर्ग ऐसा है जो अपने कला को ही अपनी रोटी , कपड़ा और मकान का माध्यम बना लिया है । इसके अंतर्गत आने वाले लोक कलाकारों के अलावा रास्ते पर खेल तमाशा करने वाले , कवि , गीतकार , आर्केस्ट्रा कलाकार , गायक कलाकार बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं । इनमें कुछ ऐसे कलाकार भी हैं जो बहुत मुश्किल से साल के 2 ही महीने किसी महापुरुष की जयंती और किसी खास त्योहार के मौके पर अपनी गायकी से प्राप्त धन से पूरे साल अपने परिवार का पेट पालते हैं ।

पूर्व नगर सेवक रमेश कांबले ने दक्षिण मध्य मुंबई जिला के शिवसेना सांसद राहुल शेवाले से उनके जनसंपर्क कार्यालय में मिलकर उनको एक निवेदन के माध्यम से इन कलाकारों को महाराष्ट्र सरकार से आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव रखा है । सांसद राहुल शेवाले ने उनकी मांग को उचित ठहराया और रमेश कांबले को मुख्य मंत्री उद्धव ठाकरे से मिलकर इस समस्या के उचित समाधान और लॉकडाउन में परेशान हाल कलाकारों को आर्थिक सहायता देने के लिए सार्थक प्रयास करने का विश्वास दिलाया । 

फोटो --कपिलदेव खरवार

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