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मुंबई | हिन्दुस्तान की आवाज | संवाददाता

मुंबई : महाराष्ट्र सरकार के नए आदेश की मुताबिक विदेश से आने वाले लोगों को एयरपोर्ट पर ७ दिन और १४ दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया हैं इस फैसले को लेकर 

अबू आज़मी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर  किया निवेदन दिया। मुंबई एअरपोर्ट पर उतारनेवाले विदेशी यात्री के क्वारंटाइन रहने के फैसले पर मुख्यमंत्री ने फिरसे विचार करने का निवेदन पत्र लिखकर दिया गया।

गौरतलब हो की  विदेशी पैसेंजर अगर - गोवा, अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली एयरपोर्ट आकर वहां से फ्लाइट, ट्रैन या बाय-रोड मुंबई आए तो उसके लिए कोई क्वारंटाइन नहीं। यदि एक व्यक्ति दूसरे देश से मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे तो उसे १४ दिन अपने खर्चे पर उसे क्वारंटाइन होना पड़ेगा, अगर वही व्यक्ति मुंबई एयरपोर्ट ना उतरके दूसरे एयरपोर्ट उतरके मुंबई आया तो वह फ्री है, उसकी कोई जांच नहीं - जब की ये एहतियात कोरोना के नए उत्परिवर्ती विषाणु ना फ़ैल पाए इसलिए किया जा रहा है।

अबू आसिम आजमी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की यदि क्वारंटाइन करने से कोरोना की रोकथाम होगी तो यह कैसे मुमकिन है ? तथा उन्होंने गल्फ देशों से जो मजदूर छुटीपर आ रहे है  उनके बारे में बताते हुए कहा की, गल्फ देशों से ज़्यादातर काम करने वाले मज़दूर छुट्टी में अपने देश वापस आ रहे है जो एक-एक रूपया जमा करके अपने परिवार का पालन पोषण करते है, उन्हें भी अपने पैसों से क्वारंटाइन होना है, यदि वो मुंबई ना आकर अहमदाबाद या बैंगलोर या दूसरे किसी एयरपोर्ट पर आकर मुंबई फ्लाइट या ट्रैन से आएं तब भी उनका ज़्यादा पैसा खर्च हो रहा है। मैं समझता हूँ की उन लोगों के साथ आप ये बहुत बड़ी ना इंसाफ़ी कर रहे है।

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