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भिवंडी पुलिस उपायुक्तालय  क्षेत्र  अंतर्गत  भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन के पुलिस कांस्टेबल दिगंबर तुपकर कोरोना को  मात देकर  पुनः अपनी सेवा में हाजिर हो गये हैं ।लॉकडाउन के दौरान नाकाबंदी एवं पेट्रोलिंग के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने के कारण वह कोरोना संक्रमित हो गये थे। लेकिन कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलते ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। जिसके कारण वह कोरोना को मात देकर  भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में  पुनः  अपनी उसी सेवा में जुट गये हैं । कोरोना को हराकर सेवा में हाजिर होने पर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कल्याणराव कर्पे द्वारा जहां गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया गया है वहीं पुलिस स्टेशन के अन्य पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा उनके ऊपर फूलों की वर्षा करके भव्य  स्वागत किया गया ।
   भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कल्याणराव कर्पे ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा काफी सतर्कता बरती जाती है।भिवंडी  पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे के निर्देश पर सभी अधिकारी एवं कर्मचारी जहां मास्क,फेसशील्ड एवं ग्लब्ज का उपयोग करते हैं और साथ में हैंडसेनेटाइज भी रखते हैं, वहीं पुलिस स्टेशन एवं पुलिस के वाहनों को समय-समय पर सेनेटाइज भी किया जा रहा है। इतनी सतर्कता बरतने के बावजूद 12 पुलिस कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गये थे। जिसमें 11 पुलिस कांस्टेबल थे और एक पुलिस अधिकारी, लेकिन कोरोना संक्रमित होने वाले 12 पुलिस कर्मचारियों में से 11 पुलिस कर्मचारी कोरोना की जंग जीतकर अपनी सेवा में हाजिर हो गये हैं। कोरोना को  मात देकर  आने वाले पुलिस कर्मचारियों में पुलिस कांस्टेबल दिगंबर तुपकर का भी समावेश है ।
    ठाणे में रहने वाले पुलिस कांस्टेबल दिंगबर तुपकर भिवंडी के भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में कार्यरत हैं, जिनकी ड्यूटी प्रायः बीटमार्शल के लिये रहती है। जिसके कारण उन्हें काफी भागदौड़ करना पड़ता है,वहीं लॉकडाउन के दौरान  जगह-जगह नाकाबंदी एवं पेट्रोलिंग के कारण वह संक्रमित हो गये थे। कई दिनों तक बुखार आने के बाद उन्होंने जब अपने स्वैब का जांच कराया तो वह कोरोना पॉजिटिव पाये गये ।कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उन्हें  9 जून को  उपचार  के लिये ठाणे के घोड़बंदर रोड स्थित वेदांत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां लगभग एक सप्ताह के उपचार  के बाद उनकी हालत ठीक हो गई, वेदांत हॉस्पिटल में उनकी हालत ठीक होने के बाद जब उनके स्वैब का जांच कराया गया तो निगेटिव पाया गया। जिसके बाद 16 जून को उन्हें घर भेज दिया गया  था । अस्पताल से आने के बाद लगभग 14 दिनों तक घर पर स्वास्थ्य लाभ लेने के बाद जब वह पूरी तरह से ठीक हो गये तो उसके बाद पुनः पुलिस स्टेशन में अपनी सेवा में हाजिर हो गये हैं। पुलिस स्टेशन में हाजिर होने पर पुलिस अधिकारीयों एवं कर्मचारियों द्वारा उनका पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया गया है  । 

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