कमेटी प्रशासनिक अनुमति से करेगी सिर्फ धार्मिक रीतिरिवाजों एवं परम्पराओं की रस्म अदायगी
कमेटी की अपील लाकडाउन की अवधि में दरगाह पर न आयें जायरीन
मिहीपुरवा/मुर्तिहा -* हिन्दू-मुस्लिम एकता एवं गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक दरगाह हजरत सैयद हाशिम अली शाह उर्फ लक्कड़ शाह रह० अलैह की मजार पर 29 मई को आयोजित होने वाले सालाना ज्येष्ठ मेले को देश में चल रहे लाकडाउन के चलते स्थगित कर दिया गया है | यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा नामित दरगाह प्रबन्ध समिति द्वारा लाकडाउन को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार सालाना ज्येष्ठ मेले को लेकर मंथन कर यह निर्णय लिया गया | कमेटी के सदर रईस अहमद ने बताया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के मद्देनजर हर कदम उठाने का निर्णय लिया है । कोविड -19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु लाकडाउन के चलते कमेटी लगातार मंथन कर रही है | कमेटी ने अब सालाना ज्येष्ठ मेले की धार्मिक रीतिरिवाज एवं परम्पराओं की औपचारिकता मात्र ही निभाने का निर्णय किया है कमेटी ने इस सम्बन्ध में यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अवगत कराते हुए जिला एवं स्थानीय प्रशासन को भी धार्मिक रीतिरिवाजों एवं परम्पराओं का निर्वहन कराने हेतु अनुमति प्रदान किये जाने हेतु पत्र भी लिखा है |
कमेटी के सेक्रेट्री इसरार अहमद इदरीसी ने बताया कि हजरत सैयद हाशिम अली शाह उर्फ लक्कड़ शाह की दरगाह पर आयोजित होने वाले इस सालाना जेठ मेले की तिथि का निर्धारण सदियों पुरानी परंपरानुसार बहराइच स्थित हजरत सैयद सालार मसूद गाजी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर आयोजित होने वाले सालाना जेठ मेले की तिथि के आधार पर ही निर्धारित होता है तथा मेले की तारीख की घोषणा परंपरानुसार बसंत पंचमी के मेले में ही कर दिया जाता है | इसलिये बसंत पंचमी के अवसर पर पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार ज्येष्ठ मेला 29 मई को होना तय है | लिहाजा यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा नामित कमेटी के मेम्बरान रईस अहमद, इसरार अहमद इदरीसी, शमशेर बहादुर राना, जकी अहमद, सद्दाम हुसैन, हाजी लियाकत खां, शब्बीर अहमद, सईद खां, चुन्ना, अनवारुल हसन, राहत अली ने लाकडाउन के चलते मेले को लेकर उहापोह की स्थिति को दूर करने हेतु मेले को स्थगित करने का प्रस्ताव रखा । यदि पूर्व घोषित तिथि के अनुसार 29 मई को आयोजित होने वाले इस सालाना ज्येष्ठ मेले को स्थगित न किया जाता तो जायरीनों के आ जाने पर स्थिति को संभाल पाना असम्भव हो जाता क्योंकि विश्व प्रसिद्ध इस सालाना ज्येष्ठ मेले में लाखों की संख्या में जायरीन हाजिरी देने आते हैं । आगे के हालात के मद्देनजर केन्द्र व प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार निर्णय लिया जाएगा । कमेटी ने लाकडाउन के मद्देनजर सालाना मेला स्थगित करते हुए जायरीनों से दरगाह पर न आने की भी अपील की है |
उल्लेखनीय है कि यह दरगाह उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, लखनऊ द्वारा पंजीकृत है जिसका संचालन यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा नामित 11 सदस्यीय कमेटी करती है । यह जानकारी कमेटी के सेक्रेट्री इसरार अहमद इदरीसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी |
कमेटी की अपील लाकडाउन की अवधि में दरगाह पर न आयें जायरीन
मिहीपुरवा/मुर्तिहा -* हिन्दू-मुस्लिम एकता एवं गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक दरगाह हजरत सैयद हाशिम अली शाह उर्फ लक्कड़ शाह रह० अलैह की मजार पर 29 मई को आयोजित होने वाले सालाना ज्येष्ठ मेले को देश में चल रहे लाकडाउन के चलते स्थगित कर दिया गया है | यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा नामित दरगाह प्रबन्ध समिति द्वारा लाकडाउन को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार सालाना ज्येष्ठ मेले को लेकर मंथन कर यह निर्णय लिया गया | कमेटी के सदर रईस अहमद ने बताया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के मद्देनजर हर कदम उठाने का निर्णय लिया है । कोविड -19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु लाकडाउन के चलते कमेटी लगातार मंथन कर रही है | कमेटी ने अब सालाना ज्येष्ठ मेले की धार्मिक रीतिरिवाज एवं परम्पराओं की औपचारिकता मात्र ही निभाने का निर्णय किया है कमेटी ने इस सम्बन्ध में यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अवगत कराते हुए जिला एवं स्थानीय प्रशासन को भी धार्मिक रीतिरिवाजों एवं परम्पराओं का निर्वहन कराने हेतु अनुमति प्रदान किये जाने हेतु पत्र भी लिखा है |
कमेटी के सेक्रेट्री इसरार अहमद इदरीसी ने बताया कि हजरत सैयद हाशिम अली शाह उर्फ लक्कड़ शाह की दरगाह पर आयोजित होने वाले इस सालाना जेठ मेले की तिथि का निर्धारण सदियों पुरानी परंपरानुसार बहराइच स्थित हजरत सैयद सालार मसूद गाजी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर आयोजित होने वाले सालाना जेठ मेले की तिथि के आधार पर ही निर्धारित होता है तथा मेले की तारीख की घोषणा परंपरानुसार बसंत पंचमी के मेले में ही कर दिया जाता है | इसलिये बसंत पंचमी के अवसर पर पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार ज्येष्ठ मेला 29 मई को होना तय है | लिहाजा यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा नामित कमेटी के मेम्बरान रईस अहमद, इसरार अहमद इदरीसी, शमशेर बहादुर राना, जकी अहमद, सद्दाम हुसैन, हाजी लियाकत खां, शब्बीर अहमद, सईद खां, चुन्ना, अनवारुल हसन, राहत अली ने लाकडाउन के चलते मेले को लेकर उहापोह की स्थिति को दूर करने हेतु मेले को स्थगित करने का प्रस्ताव रखा । यदि पूर्व घोषित तिथि के अनुसार 29 मई को आयोजित होने वाले इस सालाना ज्येष्ठ मेले को स्थगित न किया जाता तो जायरीनों के आ जाने पर स्थिति को संभाल पाना असम्भव हो जाता क्योंकि विश्व प्रसिद्ध इस सालाना ज्येष्ठ मेले में लाखों की संख्या में जायरीन हाजिरी देने आते हैं । आगे के हालात के मद्देनजर केन्द्र व प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार निर्णय लिया जाएगा । कमेटी ने लाकडाउन के मद्देनजर सालाना मेला स्थगित करते हुए जायरीनों से दरगाह पर न आने की भी अपील की है |
उल्लेखनीय है कि यह दरगाह उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, लखनऊ द्वारा पंजीकृत है जिसका संचालन यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा नामित 11 सदस्यीय कमेटी करती है । यह जानकारी कमेटी के सेक्रेट्री इसरार अहमद इदरीसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी |
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