भिवंडी।एम हुसेन। प्रधानमंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को ट्विटर पर ट्वीट कर भेजे गणेश संदेश और ई-मेल द्वारा भेजे गये ज्ञापन में विवेकानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष ने मांग की है कि भिवंडी मनपा में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच उच्च स्तरीय जांच कमेटी कैग द्वारा जांच कराई जाये। जांच के दौरान भिवंडी के वर्तमान मनपा आयुक्त का तबादला कर भिवंडी मनपा में आईएएस अधिकारी को नियुक्त किया जाते, जिससे भिवंडी मनपा प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोका जा सके और नागरिकों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सेवा सुविधा का पूरा लाभ मिल सके और शहर का संपूर्ण विकास हो सके। फाउंडेशन के अध्यक्ष ने बताया है कि वह शीघ्र ही भिवंडी- निजामपुर शहर महानगरपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर मुम्बई उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।
ट्विटर पर ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे ज्ञापन में विवेकानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट विवेकानंद पांडे ने बताया है कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के शीर्ष अधिकारी आपस में मिलकर लॉकडाउन के कार्यकाल में महामारी कोरोना को सरकारी धन के दुरुपयोग का साधन बना लिया है ।इसी दरम्यान एडवोकेट द्वारा सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो जारी कर घटिया सड़क निर्माण कर बड़ा घोटाला करने का मामला प्रस्तुत किया गया है। जिसमें लाखों की धनराशि के घोटाले की आशंका है। इसी प्रकार पूर्व माह भिवंडी मनपा द्वारा लॉकडाउन के कार्यकाल में गरीबों को भोजन उपलब्ध कराये जाने के नाम पर शुरू किये गये कम्युनिटी किचन में भी भारी लूट और भ्रष्टाचार की खबरें सुर्खियों में रही हैं। इसमें जरूरतमंद गरीब बेसहारा, बेरोजगार और भूखे मजदूरों को पर्याप्त भोजन और सुविधायें नहीं मिली है। बड़ी राजनीतिक दलों के नेताओं और नगर सेवकों ने भी इस मामले की शिकायत शासन से की है।शहर में आज भी लोग भूख से परेशान होकर गांव की तरफ निरंतर पलायन कर रहे हैं जो थमने का नाम नहीं ले रहा है । इसी प्रकार भिवंडी शहर में दिनोंदिन कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसकी अव्यवस्था के लिये केवल मनपा आयुक्त ही जिम्मेदार हैं जो भिवंडी शहर में बाहर से आने वाले लोगों को रोकने में पूर्ण रूप से असफल साबित हुये हैं। मनपा की सीमा सील करने का केवल प्रोपेगंडा फैलाया गया। इसी प्रकार कोरोनावायरस संबंधित दवाओं और संसाधनों को खरीदने में भी काफी भ्रष्टाचार की शिकायतें नागरिकों ने की है, लेकिन मनपा आयुक्त ने नागरिकों की शिकायतों को नजरअंदाज कर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जिससे शहर के नागरिकों में भारी असंतोष व आक्रोश व्याप्त है, जबकि उक्त संबंधित सामाजिक संस्थाओं ने बहुत कुछ विविध सामग्री मनपा प्रशासन को डोनेट किया है । शहर के राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के मनपा नगरसेवकों और जिम्मेदार नागरिकों की शिकायत पर विवेकानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट पांडे ने प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री से मांग की है कि भिवंडी मनपा में केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा लाॅकडाउन के दौरान दी गई सारी सहायता धनराशि का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने के संगीन मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी कैग द्वारा कराई जाये।इस प्रकार जांच के दौरान मनपा आयुक्त का तुरंत तबादला कर एक ईमानदार आईएएस आयुक्त को नियुक्त किया जाये ताकि जांच के कार्य में किसी प्रकार का अवरोध ना उत्पन्न हो । भिवंडी महानगरपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोक कर लोगों को यथोचित सहायता दी जा सके और भिवंडी के रुके व बंद पड़े हुये विकास को पटरी पर लाने में नई गति दी जा सके और स्वच्छ व सुंदर भिवंडी का सपना साकार हो सके।
ट्विटर पर ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे ज्ञापन में विवेकानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट विवेकानंद पांडे ने बताया है कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के शीर्ष अधिकारी आपस में मिलकर लॉकडाउन के कार्यकाल में महामारी कोरोना को सरकारी धन के दुरुपयोग का साधन बना लिया है ।इसी दरम्यान एडवोकेट द्वारा सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो जारी कर घटिया सड़क निर्माण कर बड़ा घोटाला करने का मामला प्रस्तुत किया गया है। जिसमें लाखों की धनराशि के घोटाले की आशंका है। इसी प्रकार पूर्व माह भिवंडी मनपा द्वारा लॉकडाउन के कार्यकाल में गरीबों को भोजन उपलब्ध कराये जाने के नाम पर शुरू किये गये कम्युनिटी किचन में भी भारी लूट और भ्रष्टाचार की खबरें सुर्खियों में रही हैं। इसमें जरूरतमंद गरीब बेसहारा, बेरोजगार और भूखे मजदूरों को पर्याप्त भोजन और सुविधायें नहीं मिली है। बड़ी राजनीतिक दलों के नेताओं और नगर सेवकों ने भी इस मामले की शिकायत शासन से की है।शहर में आज भी लोग भूख से परेशान होकर गांव की तरफ निरंतर पलायन कर रहे हैं जो थमने का नाम नहीं ले रहा है । इसी प्रकार भिवंडी शहर में दिनोंदिन कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसकी अव्यवस्था के लिये केवल मनपा आयुक्त ही जिम्मेदार हैं जो भिवंडी शहर में बाहर से आने वाले लोगों को रोकने में पूर्ण रूप से असफल साबित हुये हैं। मनपा की सीमा सील करने का केवल प्रोपेगंडा फैलाया गया। इसी प्रकार कोरोनावायरस संबंधित दवाओं और संसाधनों को खरीदने में भी काफी भ्रष्टाचार की शिकायतें नागरिकों ने की है, लेकिन मनपा आयुक्त ने नागरिकों की शिकायतों को नजरअंदाज कर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जिससे शहर के नागरिकों में भारी असंतोष व आक्रोश व्याप्त है, जबकि उक्त संबंधित सामाजिक संस्थाओं ने बहुत कुछ विविध सामग्री मनपा प्रशासन को डोनेट किया है । शहर के राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के मनपा नगरसेवकों और जिम्मेदार नागरिकों की शिकायत पर विवेकानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट पांडे ने प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री से मांग की है कि भिवंडी मनपा में केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा लाॅकडाउन के दौरान दी गई सारी सहायता धनराशि का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने के संगीन मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी कैग द्वारा कराई जाये।इस प्रकार जांच के दौरान मनपा आयुक्त का तुरंत तबादला कर एक ईमानदार आईएएस आयुक्त को नियुक्त किया जाये ताकि जांच के कार्य में किसी प्रकार का अवरोध ना उत्पन्न हो । भिवंडी महानगरपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोक कर लोगों को यथोचित सहायता दी जा सके और भिवंडी के रुके व बंद पड़े हुये विकास को पटरी पर लाने में नई गति दी जा सके और स्वच्छ व सुंदर भिवंडी का सपना साकार हो सके।
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