भिवंडी।एम हुसेन। भिवंडी आरएसएस की जनकल्याण समिति द्वारा लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद से ही गरीब मजदूरों, ईंटभट्ठी पर काम करने वाले मजदूरों एवं तृतीय पंथी लोगों के लिये भोजन एवं खाद्य सामग्री आदि का प्रबंध करना शुरू कर दिया गया था। जिसके तहत इस समय लगभग 3500 लोगों को भोजन का पैकेट उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन का पैकेट देने के अलावा जरूरत मंद लोगों को खाद्य सामग्री एवं सब्जी-भाजी भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।
जनकल्याण समिति की मीणा कुंटे ने बताया कि भाजी मार्केट में हो रही भीड़ को टालने के लिये शहर के 425 घरों तक भाजी पहुंचाने का प्रबंध किया जा रहा है। जिसके लिये बिना किसी नफा नुकसान के एक किट का केवल 250 रूपये लिया जाता है। गरीब मजदूरों के लिये 26 मार्च से केवल 50 मजदूरों को भोजन का पैकेट देने का काम शुरू कर दिया गया था, लेकिन इस समय लगभग 3500 मजदूरों को भोजन पहुंचाया जा रहा है। 16 अप्रैल से एक हजार भोजन का पैकेट प्रतिदिन मनपा को दिया जा रहा है ।उन्होंने बताया कि मजदूरों के लिये सप्ताह में चार दिन रोटियां बनाकर दी जाती हैं, जिसके लिये 300 परिवारों द्वारा 24 हजार रोटियां बनाकर मजदूरों एवं जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता है। जिन परिवारों के पास राशनकार्ड नहीं है ऐसे परिवार वालों के लिये राशन दिया गया है। जिसके अनुसार 10 किलो चावल,दो किलो दाल एवं अन्य सामान दिया गया है ।
इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों के समाज के विभिन्न घटकों वनवासी परिवार,तृतीय पंथी,सेक्स वर्कर्स महिलायें एवं एड्स पीड़ित 1099 परिवारों को खाद्य सामग्री का किट दिया गया है। इसी प्रकार टेमघर में रहने वाले उड़ीसा के 16 परिवारों, भादवड़ के 25 परिवारों एवं बालसुधार गृह में राशन दिया गया है। जिसके लिये 60 स्वंयसेवक एवं 20 स्वंयसेविकायें अपना सहयोग दे रही हैं ।
जनकल्याण समिति की मीणा कुंटे ने बताया कि भाजी मार्केट में हो रही भीड़ को टालने के लिये शहर के 425 घरों तक भाजी पहुंचाने का प्रबंध किया जा रहा है। जिसके लिये बिना किसी नफा नुकसान के एक किट का केवल 250 रूपये लिया जाता है। गरीब मजदूरों के लिये 26 मार्च से केवल 50 मजदूरों को भोजन का पैकेट देने का काम शुरू कर दिया गया था, लेकिन इस समय लगभग 3500 मजदूरों को भोजन पहुंचाया जा रहा है। 16 अप्रैल से एक हजार भोजन का पैकेट प्रतिदिन मनपा को दिया जा रहा है ।उन्होंने बताया कि मजदूरों के लिये सप्ताह में चार दिन रोटियां बनाकर दी जाती हैं, जिसके लिये 300 परिवारों द्वारा 24 हजार रोटियां बनाकर मजदूरों एवं जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता है। जिन परिवारों के पास राशनकार्ड नहीं है ऐसे परिवार वालों के लिये राशन दिया गया है। जिसके अनुसार 10 किलो चावल,दो किलो दाल एवं अन्य सामान दिया गया है ।
इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों के समाज के विभिन्न घटकों वनवासी परिवार,तृतीय पंथी,सेक्स वर्कर्स महिलायें एवं एड्स पीड़ित 1099 परिवारों को खाद्य सामग्री का किट दिया गया है। इसी प्रकार टेमघर में रहने वाले उड़ीसा के 16 परिवारों, भादवड़ के 25 परिवारों एवं बालसुधार गृह में राशन दिया गया है। जिसके लिये 60 स्वंयसेवक एवं 20 स्वंयसेविकायें अपना सहयोग दे रही हैं ।
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