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 भिवंडी।एम हुसेन। भिवंडी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई। शुक्रवार को शहर में कोरोना संक्रमित पांच नये मरीज पाये जाने से मनपा  क्षेत्र  में कोरोना  संंसंक्रमित  मरीजों की संख्या 38 हो गई है और ग्रामीण  क्षेत्र  में कोरोना संक्रमित तीन नये मरीज पाये जाने से कोरोना  संक्रमित  मरीजों की संख्या 35 हो गई है ।
     मनपा एवं ग्रामीण क्षेत्र  में कोरोना  संक्रमित  73 मरीजों में 23 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं और एक मरीज की मृत्यु हो चुकी है ।कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले 569 लोगों को टाटा आमंत्रा स्थित सरकारी क्वारंटीन में एवं 376 लोगों को होमक्वारंटीन में रखा गया है ।मुंबई के गोवंडी से 35 वर्षीय एवं 29 वर्षीय दो लोग 10 मई को भिवंडी आये थे, जिन्हें सरकारी क्वारंटीन में रखा गया था, जांच के बाद शुक्रवार को दोनों लोग कोरोना संक्रमित  पाये गये हैं।  इसी प्रकार  कामतघर के राजीव गांधी नगर का रहने वाला 55 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित एक मरीज के संपर्क में आया था, जांच के बाद वह भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।     कल्यान रोड नवीबस्ती के 37 वर्षीय एक व्यक्ति का टीबी का उपचार  चल रहा था, निजी लैब में जांच के दौरान कोरोना  संक्रमित  पाया गया है।  बंदर मोहल्ला की 70 वर्षीय एक महिला मुंब्रा के कालसेकर हॉस्पिटल में भर्ती थी, जांच के बाद वह भी कोरोना  संक्रमित  पाई गई हैं । मनपा  क्षेत्र  में शुक्रवार को संक्रमित  पाये गये पांचो मरीजों को  उपचार के लिये आईजीएम उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पंचायत समिति के गटविकास अधिकारी डॉ. प्रदीप घोरपड़े ने बताया कि ग्रामीण  क्षेत्र  में कोरोना संक्रमित तीन नये मरीज पाये जाने से कोरोना  संक्रमित  मरीजों की संख्या 35 हो गई है, जिसमें 12 मरीज ठीक हो चुके हैं ।       
   कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिये बनाये गये आईजीएम उपजिला अस्पताल का एक डॉक्टर भी कोरोना  संक्रमित  पाया गया है, जिन्हें उपचार के लिये मुंबई में भर्ती कराया गया है। आईजीएम उपजिला अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉ. अनिल थोरात ने बताया कि वह डॉक्टर मुंबई से आते थे , मुंबई से आने के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने पर जब जांच कराया गया तो वह भी कोरोना संक्रमित पाये गये। कोरोना  संक्रमित  पाये गये डॉक्टर के संपर्क में रहने वाले चिकित्साधीक्षक डॉ. अनिल थोरात सहित अस्पताल के लगभग  9 कर्मचारियों को क्वारंटीन किया गया है। डॉ. थोरात ने बताया कि कोरोना संक्रमित पाये गये डॉक्टर अस्पताल का ज्यादातर प्रशासनिक काम काज देखते थे , जिसके कारण उनके संपर्क में आने वाले अस्पताल कर्मचारियों को क्वारंटीन में भेज दिया गया है। सूत्र बताते हैं की आईजीएम के सभी कर्मचारियों को कल्याण रोड स्थित होटल अशोका में क्वारंटीन किया गया है। जबकि उन लोगों को भी टाटा आमंत्रा स्थित सरकारी क्वारंटीन में जाना चाहिये। शहर के नागरिकों ने कहा है कि  आईजीएम अस्पताल के उन कर्मचारियों को भी टाटा आमंत्रा स्थित सरकारी क्वारंटीन में भेजा जाना चाहिये,ताकि उन्हें मालूम हो जाये कि कोरोना के आम मरीजों को कैसे क्वारंटीन में रखा जा रहा है। 
सूत्र बताते हैं कि आईजीएम उपजिला अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित एक मरीज को अस्पताल में बिल्ली ने काट लिया है। लेकिन अस्पताल के डॉक्टर द्वारा उसे छिपाने का प्रयास किया जा रहा है, इस क्या कारण है ?   

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