इंजीनियर शमीम दुर्राज कामनकर को भिवंडी में जरूरतमंदों को 50,000 खाद्य पदार्थों को वितरित करने के लिए मान्यता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया, उन्हें प्रांत अधिकारी और तहसीलदार द्वारा सम्मानित किया गया।
भिवंडी। एम हुसेन। विश्व के साथ-साथ हमारे देश में भी कोरोना वायरस का संक्रमण बढते जा रहा है, जिसे रोकने के लिए और इस पर अंकुश लगाने के लिए, सरकार ने औपचारिक रूप से लाॅकडाउन लागू करने की घोषणा की है और कर्फ्यू लगा दिया है ताकि प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में रहे और सुरक्षित रहे।और इस घातक प्रकोप को रोकने के लिए हरसंभव सहयोग करें , यह जरूरी है कि देश के लोग इस घातक बीमारी के विरुद्ध एकत्रित होकर पूरी ताकत से लड़ें।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण, सभी उद्योग और व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गए हैं , जिसके कारण श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं और वह अपने घरों और कारखानों में ही क़ैद होकर रह गए हैं, जिसकारण उनके सामने पेट भरने के लिए भी एक गंभीर समस्या बनते जा रही है । उपरोक्त स्थिति को गंभीरता से लेते हुए,शहर की विभिन्न संगठन, संस्थाएं, जनप्रतिनिधि, आदि आगे बढ़कर गरीबों और श्रमिकों को निरंतर भोजन प्रदान करने के लिए प्रबंधन कर रहे हैं, लेकिन कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी को रोकने के लिए सावधानी बरतने व जिस कारण की उपाय योजना होनी चाहिए इसमें भारी कमी पाई है में। जिसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए में शहर के प्रसिद्ध सामाजिक व्यक्ति इंजीनियर शमीम दुर्राज कामनकर ने शहर में 50,000 खाद्य पदार्थों का किट वितरित किया और इसी के साथ ही विभिन्न संगठनों को राशन भी वितरित किया।इसी प्रकार जनता को भारी संख्या में सैनिटाइज़र और मास्क भी वितरित किया है। ज्ञात हो कि इंजीनियर शमीम दुर्राज कामनकर द्वारा उक्त प्रकार की सराहनीय सेवाओं के परिणामस्वरूप,भिवंडी प्रांताधिकारी डॉ मोहन नलदकर और तहसीलदार शशीकांत गायकवाड़ ने उनकी सेवाओं को स्वीकारते हुए इन्हें कार्यालय में आमंत्रित कर इनका भव्य स्वागत किया और उन्हें उनके सम्मान में मान्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सम्मानित किया गया है ।
भिवंडी। एम हुसेन। विश्व के साथ-साथ हमारे देश में भी कोरोना वायरस का संक्रमण बढते जा रहा है, जिसे रोकने के लिए और इस पर अंकुश लगाने के लिए, सरकार ने औपचारिक रूप से लाॅकडाउन लागू करने की घोषणा की है और कर्फ्यू लगा दिया है ताकि प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में रहे और सुरक्षित रहे।और इस घातक प्रकोप को रोकने के लिए हरसंभव सहयोग करें , यह जरूरी है कि देश के लोग इस घातक बीमारी के विरुद्ध एकत्रित होकर पूरी ताकत से लड़ें।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण, सभी उद्योग और व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गए हैं , जिसके कारण श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं और वह अपने घरों और कारखानों में ही क़ैद होकर रह गए हैं, जिसकारण उनके सामने पेट भरने के लिए भी एक गंभीर समस्या बनते जा रही है । उपरोक्त स्थिति को गंभीरता से लेते हुए,शहर की विभिन्न संगठन, संस्थाएं, जनप्रतिनिधि, आदि आगे बढ़कर गरीबों और श्रमिकों को निरंतर भोजन प्रदान करने के लिए प्रबंधन कर रहे हैं, लेकिन कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी को रोकने के लिए सावधानी बरतने व जिस कारण की उपाय योजना होनी चाहिए इसमें भारी कमी पाई है में। जिसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए में शहर के प्रसिद्ध सामाजिक व्यक्ति इंजीनियर शमीम दुर्राज कामनकर ने शहर में 50,000 खाद्य पदार्थों का किट वितरित किया और इसी के साथ ही विभिन्न संगठनों को राशन भी वितरित किया।इसी प्रकार जनता को भारी संख्या में सैनिटाइज़र और मास्क भी वितरित किया है। ज्ञात हो कि इंजीनियर शमीम दुर्राज कामनकर द्वारा उक्त प्रकार की सराहनीय सेवाओं के परिणामस्वरूप,भिवंडी प्रांताधिकारी डॉ मोहन नलदकर और तहसीलदार शशीकांत गायकवाड़ ने उनकी सेवाओं को स्वीकारते हुए इन्हें कार्यालय में आमंत्रित कर इनका भव्य स्वागत किया और उन्हें उनके सम्मान में मान्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सम्मानित किया गया है ।
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