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राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने एल्बम का अनावरण किया।

शेखर सुमन द्वारा होस्ट किया गया

शो में अनूप जलोटा , रूप कुमार राठोड, राकेश चौरसिया और साबिर खान जैसी कई महान हस्तिया देखने को मिली

"मन भीतर " - एक शाश्वत कविता का पाठ।

मन भीतर  में कुल 8 गाने शामिल है, निर्देशक : संदीप महावीर, डी. ओ. पी. : सुदीप चटर्जी, संपादक: हेमंती सरकार

म्यूजिक एल्बम "मन भीतर" हिन्दुस्तान के संगीत , कला और परंपरा को अलग रूप देता है। शास्त्रीय संगीत- समकालीन सिम्फोनिक लेयरिंग और समृद्ध व्याकरण और इन दो सुंदर विरासत शास्त्रीय संगीत रूपों- रागों और सिम्फनी की बारीकियों की खोज करता है।  शास्त्रीय संगीत के शुद्ध दिल को ध्यान में रखते हुए, लयबद्ध गतियों में धड़कता है।



पद्म विभूषण श्री पंडित बिरजू महाराज ने कहा, "मैं हमेशा से ही रचना  और उनके परिवार के करीब रहा हूं। मैं उन्हें काफी लंबे समय से जानता हूं, जबकि हमारा रिकार्डर एक शानदार काम करता है, वह ठीक से जानता है कि एक अच्छे गीत के लिए क्या जरूरी है। इस तरह के भव्य प्रोजेक्ट में काम करना बहुत अच्छा था। राजीव बहुत मेहनती हैं और अपने प्रोजेक्ट और गानों पर बहुत ही बारीकी से काम करते हैं, इससे उन्हें अपने काम को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है। मुझे लगता है कि एक व्यक्ति के लिए उसके संगीत के हर विवरण को समझना बहुत जरूरी है और राजीव को उसकी उत्कृष्ट जानकारी है। मेरे पास इस प्रोजेक्ट पर बहुत अच्छा समय था। यहां स्टूडियो में  घर जैसा महसूस होता था, जबकि यहां के लोग पारिवारिक थे। मैंने श्रेया घोषाल और जावेद अली के गीत पहले ही सुने हैं। और वे सभी शानदार हैं। सभी सितारे इस एल्बम को बनाने के लिए एक साथ आए हैं, यह एक बड़ी सफलता है "



संगीतकार राजीव महावीर ने कहा, "मन के भीतर की जो बात है वह बहार आने का वक़्त आगया है । यह १ /२  दिनों का एक सपना नहीं है, यह पीढ़ियों का सपना है और इसलिए इस तरह की एक परियोजना सामने आती है, जिसमें ऐसा होता है और सपना हकीकत बन जाता है। मैं पंडित बिरजू महाराज  के साथ काम करने का अवसर पाने के लिए बेहद भाग्यशाली हूं।पंडित  बिरजू महाराज जी और रचाना सारंग जी के कारण उनकी कविताओं की रचना करते हैं, में उनका बेहद शुक्रगुज़ार हु। में इस एल्बम के हर कलाकार के साथ  एक आध्यात्मिक संबंध को निभाए रखने की पूरी कोशिश करता हु और में उनके साथ बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हु । इन सभी अद्भुत कविता और गीतों को बनाना, गायकों के साथ काम करना ऐसा था जैसे वे इस गीत के लिए बने है । व्यावसायिक रूप से उन्हें बहुत अलग और परंपरा की रचना में सुनना एक अद्भुत बात है। मेरा मुख्य उद्देश्य इस पीढ़ी के लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए संगीत देना है । मैं अपने सभी कलाकार, किंवदंती संगीतकारों और तकनीशियनों, विशेष रूप से गायकों सुखविंदर सिंह, श्रेया घोषाल, उस्ताद  राशीद खान, बॉम्बे जयश्री, जावेद अली और पंडित बिरजू महाराज के साथ एक अद्भुत क्षण का अनुभव करना चाहता हूं। बिरजू महाराज जी ने अपनी आवाज़ में डबिंग करते हुए देखना और सुन्ना और बाकी सारे सारे कलाकार  एक साथ आना  मेरे सपने को सच कर दिया । मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं एक सपने या वास्तविकता का अनुभव कर रहा हूं। मैं सभी से इन अद्भुत गीतों को सुनने का अनुरोध करता हूं।अपनी पीढ़ी को इस प्रकार के संगीत देने की आशा करते हैं जो संगीत की जड़ें और आत्मा हैं, क्योंकि संगीत के पीछे आत्मा बहुत महत्वपूर्ण है "



निर्माता और कोरियोग्राफर रचना सारंग ने कहा, "आप इसे मेरे गुरु पंडित बिरजू महाराज के लिए एक उपहार या एक छोटा सा भेंट कहे , जब  मैंने उनकी कविताओं को सुना और उनसे पूछा कि आपकी कविताओं में से एक एल्बम बनाना मेरी इच्छा है और उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया और तब मैंने राजीव महावीर से बात की, जो मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। वह एक शानदार संगीत निर्देशक हैं, जो आत्मीय संगीत पैदा करते हैं और ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने पंडित बिरजू महाराज की सभी कविताओं को सजाया और हर गीत को अलग और इतना सुंदर बनाया कि आप सुनें प्रत्येक गीत आपको एक अलग राग मिलता है जो आपको पवित्र अनुभूति देता है। पंडित बिरजू महाराज जब उन्होंने कविता सुनी और पता चला कि यह संगीत के साथ इतने सुंदर तरीके से बनाया  है  कि उन्होंने अपने महान कार्य के लिए राजीव महावीर को प्रचुर आशीर्वाद दिया। हम इस एल्बम को जारी कर रहे हैं और बहुत सारे कलाकार हैं जिन्होंने हमें इस भव्य एल्बम को बनाने में मदद की है और हम हर एक के लिए आभारी हैं जिन्होंने इस सपने को सच करने में हमारी मदद की। मैं सभी कलाकार  की बहुत आभारी हूं। संगीतकारों से लेकर गायकों तक हर कोई जिन्होंने इस एल्बम में भाग लिया है, मैं वास्तव में आभारी हूं और हमारी टीम के महान काम से सम्मानित और विशेष रूप से मैं पंडित बिरजू महाराज की  शुक्रगुजार हूं जिन्होंने इस पर हमें भरोसा किया  और हमें हर दिन कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया "



निर्देशक संदीप महावीर ने कहा, "जीवन का सबसे अच्छा पल केवल तब शुरू होता है जब आप उन चीजों को करने के लिए तैयार हो जाते हैं, जिनके लिए आप तरसते हैं। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरी सबसे प्यारीऔर सबसे ख़ास रचना सारंग जी  द्वारा निर्मित और संगीतबद्ध है " मन भीतर "में मुझे एक गाने का हिस्सा बनने का मौका मिला । इस एल्बम का सबसे उत्कृष्ट संगीत मेरे बड़े भाई राजीव महावीर द्वारा रचा गया है। मैं इस एल्बम में श्रेया घोषाल द्वारा गाए गए मेरे पसंदीदा गीत "भरी  भरी " को निर्देशित करने के लिए भाग्यशाली हूं। मुझे खुशी है कि  मैंने श्रेया सरन को इस गाने की मुख्या अभिनेत्री के तौर पर चुना ।मेरे एक और सबसे ख़ास दोस्त "सुदीप चैटर्जी " जो भारत सबसे बेहतरीन दी. ओ. पि. में से एक है और वो भी इस गीत का हिस्सा बने और यह गीत इन सभी महान लोगों के समर्थन और प्यार के वजह से ही पूरा हो पाया है ।जैसे की यह एल्बम पंडित बिरजू महाराज के सम्मान में बनाया गया है हम सभी बेहद खुश है की हम इसका एक हिस्सा बन पाए और इस ख़ुशी से बड़ी हमारे लिए कोई और ख़ुशी नहीं है.



एल्बम का विवरण-

१ .- भरी भरी

गायक-श्रेया घोषाल

तबला-संजीव सेन, जीतू शंकर, हितेश सृसाद  , रूपक सेसाई, मल्हार महावीर।

मेंडोलिन -  यू-राजेश।

प्रोग्राम -शिवम बागची

संगीत- राजीव महावीर

लिरिक्रस- पंडित  बिरजू महाराज,

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख- कृष्णा स्टूडियो मुंबई



२. इठलाती

गायक- जावेद अली

तबला- पंडित  कुमार बोस,

 प्रोग्राम द्वारा - शिवम बागची,

लिरिक्रस- पंडित  बिरजू महाराज,

संगीत- राजीव महावीर

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई



३. तुम संग

सिंगर- उस्ताद रशीद खान

सितार- नीलाद्रि कुमार।

तबला- संजीव सेन, जीतू शंकर, हितेश प्रसाद, रूपक देसाई, मल्हार महावीर।

प्रोग्राम द्वारा - शिवम बागची

लिरिक्रस- पंडित  बिरजू महाराज,

संगीत- राजीव महावीर

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई



४. मन भीतर

गायक- श्रेया घोषाल

तबला- मल्हार महावीर और जीतू शंकर।

सारंगी- सबिर खान

मैंडोलिन- यू. राजेश

प्रोग्राम   - शिवम बागची

लिरिक्रस- पंडित  बिरजू महाराज,

संगीत - राजीव महावीर

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई / मणिवन्नन अनंदन एम्पायर स्टूडियो मुंबई



५ - बाजी रे

गायक: - सुखविंदर सिंह

बांसुरी: राकेश चौरसिया

तबला: राजीव महावीर और मल्हार महावीर

परकरशन : समीर महावीर

प्रोग्राम  : राजू शंकर

संगीत- राजीव महावीर

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई



६. में ना  मानूंगी

गायक: बॉम्बे जयश्री।

सारंगी: सबिर खान

संतूर: रोहन रतन

तबला- संजीव सेन, जीतू शंकर, हितेश प्रसाद, रूपक देसाई, मल्हार महावीर।

ढोलक: संजीव सेन, जीतू शंकर, हफीज, मनोज भाटी।

परकरशन : समीर महावीर

प्रोग्रामिंग: शिवम बगची

स्टूडियो: कृष्णा स्टूडियो मुंबई

ढोल: जीतू शंकर

संगीत- राजीव महावीर

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई



७ : थुंगा थुंगा

गायक: पं.बिरजू महाराज।

संगीत: पं. बिरजू महाराज।

बांसुरी: राकेश चौरसिया।

पखवाज: पं.फतेहसिंह गंगानी।

तबला: मल्हार महावीर

प्रोग्रामिंग: शिवम बगची

रिकॉर्ड किया गया- आमेर शेख-कृष्णा स्टूडियो मुंबई



८: ब्रिकुटी

गायक: बॉम्बे जयश्री।

वीणा: जयंती कुमारेश।

घाटम: गिरिधर उदुपा।

पखवाज : पंडित फतेहसिंह गंगानी।

तबला: मल्हार महावीर।

प्रोग्राम : शिवम बागची

संगीत- राजीव महावीर

स्टूडियो: चेन्नई स्टूडियो / कृष्णा स्टूडियो मुंबई / लाया  डिगी स्टूडियो, बैंगलोर



यशराज स्टूडियो में विजय दयाल द्वारा सभी गाने मिश्रित और पुरे किये गए.

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