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।। स्थाई समिति सभापति के 3 दावेदार।।
।।ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर होंगे मौजूद।।
भिवंडी। एम हुसेन ।भिवंडी मनपा का मालदार विभाग  मानी जाने वाली स्थायी समिति के सभापति का चुनाव 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे पीठासीन अधिकारी ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर की  उपस्थिति  में  स्व विलास राव देशमुख सभागृह में  संपन्न  होगा । दोपहर 12 बजे मनपा की अन्य विशेष समितियों के सभापति, उपसभापति का चुनाव भी संपन्न होगा,उक्त जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले द्वारा  दी गई है।
 उल्लेखनीय है कि  , 90 नगरसेवकों वाली भिवंडी मनपा के स्थाई समिति सभापति सहित अन्य विशेष समितियों का चुनाव  आज होने जा रहा है,भिवंडी मनपा स्थाई समिति में कुल सदस्योंं की संख्या16 है।मनपा स्थाई समिति में कांग्रेस 8, शिवसेना 2, भाजपा 4 व कोणार्क विकास आघाडी 1 व सपा से 1सदस्य का समावेश है।भिवंडी मनपा में कांग्रेस-शिवसेना का गठबंधन ढाई वर्षों से चला आ रहा है।स्थायी समिति में  सदस्यों के आंकड़ों को देखा जाय तो, कांग्रेस शिवसेना को मिलाकर कुल 10 सदस्यों का संख्यां बल अर्थात भिवंडी मनपा स्थाई समिति में कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन की स्पष्ट बहुमत है।मनपा स्थाई समिति सदस्यों की संख्या बल को मानें तो, कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन के अलावा कोई चाहकर भी लाख कोशिशों के बावजूद मनपा स्थायी समिति का सभापति  बनना  असंभव था  लेकिन 5 दिसंबर को संपन्न  हुए महापौर, उपमहापौर चुनाव में कांग्रेस के बागी 18 नगरसेवकों नें कांग्रेस शिवसेना का पूरा गणित बिगाड़ कर रख दिया है।मनपा स्थायी समिति सभापति हेतु कांग्रेस से इमरान खान,गट नेता हलीम अंसारी व भाजपा से सुमित पाटिल नें नामांकन दाखिल किया है। कांग्रेस से स्थाई समिति सभापति का नामांकन करने वाले कांग्रेस नगरसेवक इमरान खान कांग्रेस को बाय बाय कहकर कोणार्क विकास आघाडी का दामन थामकर उप महापौर बन बैठे हैं। कांग्रेस- शिवसेना के 59 नगरसेवक होने के बावजूद कांग्रेस के 18 नगरसेवकों द्वारा व्हिप का उलंघन कर कोणार्क विकास आघाडी के पक्ष में मतदान किया  था जिससे कोणार्क विकास आघाडी से श्रीमती   प्रतिभा विलास  पाटिल महापौर चुनाव जीत गईं व कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी रिसिका प्रदीप राका को पराजय का  सामना करना  पड़ा है।महापौर चुनाव से बदले राजनीतिक समीकरण में कांग्रेस पार्टी के 8 मनपा स्थायी समिति सदस्यों में से 3 सदस्य कांग्रेस बागी नगरसेवकों की जमात में शामिल हो चुके हैं।देखना बेहद दिलचस्प होगा कि, महापौर  चुनाव के बिगड़े हालात के बाद क्या कांग्रेस पार्टी अपने 8 स्थायी समिति सदस्यों को एकजुट रख सकती है ? कांग्रेस सदस्यों की एकजुटता से ही मनपा स्थायी समिति पर कब्जा हो सकता है अन्यथा कोणार्क विकास आघाडी सुप्रीमो विलास पाटिल द्वारा अपनाया गया महापौर चुनाव का गेमप्लान कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन को एक सप्ताह में ही दूसरी बार भी करारी शिकस्त दे सकता है।जिसपर शहरवासियों की निगाहें  आज होने वाले मनपा के अहम चुनावों पर टिकी हुई  हैं।


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