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भिवंडी में १५ से अधिक प्लास्टिक थैली कंपनी पर पर्यावरण मंत्री ने की छापेमार  कार्रवाई, घटनास्थल से सैकड़ों टन प्लास्टिक थैली व कच्चामाल जब्त ।
संवाददाता, भिवंडी ।पर्यावरण प्रदूषण को टालने के लिए  राज्य शासन द्वारा २४ जून २०१८ से प्लास्टिक थैली पर प्रतिबंध लगाया गया है।परंतु स्थानिक स्वराज्य संस्था,प्रदूषण नियंत्रण महामंडल आदि शासकीय यंत्रणा प्लास्टिक उपयोग पर उपाय योजना करने के लिए असफल साबित हुई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना से २ अक्टूबर से  देशभर में प्लास्टिक पर प्रतिबंध नियम लागू कर दिया गया है।जिसके अनुसार राज्य के  पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने भिवंडी क्षेत्र में प्लास्टिक थैली आपूूर्ति बडे पैमाने पर की जा रही है इसकी जानकारी होने पर गुरुवार की सुबह भिवंडी तालुुका के सोनाले औद्योगिक क्षेत्र में १५ से अधिक प्लास्टिक थैली निर्मित करने वाली कंपनियों पर छापा मार कार्रवाई की है।इस प्रकार की कडक कार्रवाई से संपूर्ण प्लास्टिक उत्पादकों में हडकंप मचा हुआ है।
                पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के विश्वसनीय अधिकारियों के साथ  सोनाले ग्रामपंचायत सीमांतर्गत गुरुदेव कंपाउंड में छापामारी की इस स्थान से असंख्य प्लास्टिक कंपनियों ने बाहर से ताला लगाकर फरार पाए गए। कारखाने के भीतर क्या चल रहा है ? इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है जिसमें कंपनी के शटरचे का ताला  तोडकर मंत्री रामदास कदम व अधिकारी  कंपनियों में प्रवेश किया। वहां प्लास्टिक थैली उत्पादन व कच्चामाल जमा देखकर सभी दंग रह गए।उक्त प्लास्टिक उत्पादन स्थान पर कंपनी मालिक सुबह के समय  काम पर  आने वाले मजदूरों को साथ में भोजन का  डब्बा लेकर आने के लिए बोलते थे। जो मजदूर एक बार कंपनी में आता था उस मजदूर को सायंकाल छह बजे छोडा  जाता था इसलिए लगे हुए ताले में कंपनी के शटर के भीतर २४ घंटे प्लास्टिक थैली का उत्पादन निरंतर शुरू रहने का मामला प्रकाश में आया है।उक्त कार्रवाई के दौरान मंत्री रामदास कदम ने तहसीलदार शशिकांत गायकवाड व तालुका पुलिस स्टेशन के वपुनि.संजय हजारे तथा ग्रामपंचायत प्रशासन आदि को घटनास्थल पर बुलाकर उक्त सभी प्लास्टिक थैली उत्पादन करने वाली कंपनियों के विरुद्ध योग्य  कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया है। महाराष्ट्र में प्लास्टिक थैली गुजरात तथा अन्य राज्यों से आयात किया जाता है इस प्रकार की चर्चा सभी के द्वारा शुरू थी।परंतु अनेकोबार सिग्नलपर थैली विक्री होता दिखाई देता है।उक्त थैली पर  गुजरात, उत्तरप्रदेश ,मध्यप्रदेश स्थित उत्पादन कंपनियों के नाम प्रिंट पाया गया। परंतु इस थैली का उत्पादन मुंबई से सटे हुए भिवंडी स्थित जारी होने की जानकारी मिलने से मुझे आश्चर्य हुआ है। इस स्थान पर  हजारों टन प्लास्टिक की थैली तथा  हजारों टन कच्चामाल ,यंत्रसामग्री जब्त की गई है और प्लास्टिक कंपनियों के मालिकों के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया जाएगा इस प्रकार की जानकारी पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने दी है।
 उक्त सभी प्लास्टिक कंपनियों में गणपती ,बालाजी ,शिवशक्ती , सरस्वती इस प्रकार विविध देवताओं के नाम पर पर राज्य के पते लिखे होते हैं  तथा विविध फूलों के थैली के उत्पादन इस स्थान पर धडल्ले से शुरू है परंतु प्रदूषण नियंत्रण महामंड इस पर कभी-कभी जैसे वैसे कार्रवाई करके प्लास्टिक कंपनियों को बल दे रहे थे। परंतु ऐन चुनाव के समय पर्यावरण मंत्री ने कार्रवाई की है निश्चित रूप से किस लिए ? इस प्रकार का प्रश्न नागरिकों द्वारा व्यक्त किया जा रहा है।इसी प्रकार भिवंडी क्षेत्र में पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने केमिकल गोदाम पर पूर्व २० जुलाई २०१७ को  छापामार कर गोदाम सील करने के लिए आदेश दिया था।परंतु उस समय केवल १९ गोदाम सील करने के बाद गोदाम मालिक व अधिकारियों के बीच बातचीत होते ही गोदाम सील की  कार्रवाई  ठंडे बस्ते में डाल दी गई थी जिसकारण रामदास कदम द्वारा की गई आज की कार्रवाई पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हुआ है।

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