दुगाड़ स्थित जिला परिषद स्कूल का कबेलू,संयोग से स्कूल बंद होने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई।
संवाददाता, भिवंडी । शनिवार की रात में हुई तेज बरसात के कारण जर्जर हो चुका दुगाड़ स्थित जिला परिषद स्कूल की छत का कबेलू रविवार की अलस्सुबह भरभराकर गिर गया। इस दुर्घटना में स्कूल का आर्थिक नुकसान तो हुआ लेकिन रविवार की छुट्टी होने के कारण संयोग से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। स्कूल की इमारत धोखादायक होने की सूचना स्थानीय नागरिकों द्वारा पंचायत समिति को अनेकोबार देने के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया था, जिससे स्थानीय नागरिकों में भारी नाराजगी व्याप्त है।
गौरतलब है कि भिवंडी के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित जिला परिषद के अधिकांश स्कूलों की इमारतें सर्व शिक्षा अभियान के तहत नई बनाई गई हैं, लेकिन आज भी आदिवासी क्षेत्रों में संचालित जिला परिषद स्कूलों की इमारतें वर्षों पुरानी कबेलू की छत वाली हैं। वर्षों पुरानी स्कूल की इमारतें जर्जर होने के बावजूद सैकड़ों बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर उसमें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।इसी क्रम में भिवंडी तालुका के अंबाड़ी के पास दुगाड़ स्थित जिला परिषद स्कूल में पहली से चौथी तक 102 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल की इमारत धोखादायक एवं उसमें कबेलू के लिये लगाई गई लकड़ी खराब हो जाने के कारण तेज बरसात के कारण रविवार की सुबह भरभराकर गिर गई। सुबह होने के कारण संयोग से न तो वहां कोई छात्र था और न ही कोई शिक्षक जिसकारण स्कूल का आर्थिक नुकसान तो हुआ है लेकिन किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।यदि स्कूल चलने के दौरान यह दुर्घटना घटित हुई होती तो शिक्षकों सहित कई बच्चे इसका शिकार हो सकते थे।
दुगाड के निवासी गणेश पाटील ने बताया कि स्कूल की इमारत के धोखादायक होने की सूचना उन्होंने पंचायत समिति में अनेकोबार दिया था परंतु पंचायत समिति ने कोई ध्यान नहीं दिया।वहीं उन्होंने बताया कि ग्रामीणों में भय का वातावरण व्याप्त है कि स्कूल चलने के दौरान उक्त दुर्घटना घटित हुई होती तो उसका जिम्मेदार कौन होता?
संवाददाता, भिवंडी । शनिवार की रात में हुई तेज बरसात के कारण जर्जर हो चुका दुगाड़ स्थित जिला परिषद स्कूल की छत का कबेलू रविवार की अलस्सुबह भरभराकर गिर गया। इस दुर्घटना में स्कूल का आर्थिक नुकसान तो हुआ लेकिन रविवार की छुट्टी होने के कारण संयोग से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। स्कूल की इमारत धोखादायक होने की सूचना स्थानीय नागरिकों द्वारा पंचायत समिति को अनेकोबार देने के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया था, जिससे स्थानीय नागरिकों में भारी नाराजगी व्याप्त है।
गौरतलब है कि भिवंडी के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित जिला परिषद के अधिकांश स्कूलों की इमारतें सर्व शिक्षा अभियान के तहत नई बनाई गई हैं, लेकिन आज भी आदिवासी क्षेत्रों में संचालित जिला परिषद स्कूलों की इमारतें वर्षों पुरानी कबेलू की छत वाली हैं। वर्षों पुरानी स्कूल की इमारतें जर्जर होने के बावजूद सैकड़ों बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर उसमें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।इसी क्रम में भिवंडी तालुका के अंबाड़ी के पास दुगाड़ स्थित जिला परिषद स्कूल में पहली से चौथी तक 102 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल की इमारत धोखादायक एवं उसमें कबेलू के लिये लगाई गई लकड़ी खराब हो जाने के कारण तेज बरसात के कारण रविवार की सुबह भरभराकर गिर गई। सुबह होने के कारण संयोग से न तो वहां कोई छात्र था और न ही कोई शिक्षक जिसकारण स्कूल का आर्थिक नुकसान तो हुआ है लेकिन किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।यदि स्कूल चलने के दौरान यह दुर्घटना घटित हुई होती तो शिक्षकों सहित कई बच्चे इसका शिकार हो सकते थे।
दुगाड के निवासी गणेश पाटील ने बताया कि स्कूल की इमारत के धोखादायक होने की सूचना उन्होंने पंचायत समिति में अनेकोबार दिया था परंतु पंचायत समिति ने कोई ध्यान नहीं दिया।वहीं उन्होंने बताया कि ग्रामीणों में भय का वातावरण व्याप्त है कि स्कूल चलने के दौरान उक्त दुर्घटना घटित हुई होती तो उसका जिम्मेदार कौन होता?
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