Ads (728x90)

संवाददाता, भिवंडी । बरसात शुरू होते ही भिवंडी में पुरानी एवं जर्जर इमारतों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं का सिलसिला शुरू हो गया है।इसी क्रम में शहर के पद्मानगर  क्षेत्र स्थित दो महले की एक पुरानी धोकादायक इमारत के पहले महले के एक कमरे की छत का प्लास्टर रात में अचानक गिरने से अपनी मां के साथ सो रही 11 वर्षीय एक लड़की की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई और मां एवं उसकी एक छोटी बहन घायल हो गई हैं। जिन्हें उपचार हेतु स्व आईजीएम उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।ज्ञात हो कि 24 घंटा सतर्क रहने की दावा करने वाले मनपा के आपातकालीन कक्ष एवं अग्निशमन दल को दुर्भाग्य से इस घटना की जानकारी तीन घंटे के बाद हुई जो चिंता का विषय है । 
 पद्मानगर के गणेश टॉकीज के पास मार्कंडेय नगर में लगभग 30 वर्ष पुरानी गंगा जमुना दो महले की इमारत है इस पुरानी इमारत के पहले महले के एक कमरे में उमेश एनगुंडला अपनी पत्नी स्नेहा एवं दो लड़कियों के साथ पिछले दो वर्षों से किराये पर रहते थे। उमेश सोमवार को काम से देर रात वापस आने के बाद घर के बाहर अपने दोस्तों के साथ बात कर रहा था और उसकी पत्नी स्नेहा अपनी दोनों लड़कियों साक्षी (11) एवं प्रगति (8) के साथ सो रही थी। रात लगभग 11 बजे कमरे के छत का प्लास्टर गहरी नींद में सोते समय टूटकर भरभराकर मां एवं दोनों बेटी के ऊपर गिर गया, प्लास्टर का ज्यादा हिस्सा साक्षी के ऊपर गिरने के कारण साक्षी के सिर एवं सीने में गंभीर चोट लगने के कारण उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई और मां स्नेहा एवं छोटी बहन प्रगति (8) गंभीर रूप से घायल हो गई हैं जिन्हें स्थानीय लोगों ने उपचार के के लिए स्व आईजीएम उपजिला अस्पताल में पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने साक्षी को मृत घोषित कर दिया। प्लास्टर का मामूली हिस्सा गिरने से इस दुर्घटना में मां स्नेहा एवं छोटी बहन प्रगति मामूली रूप से घायल हुई हैं। इस दुर्घटना के तीन घंटे बाद मनपा आपातकालीन कक्ष एवं अग्निशमन दल के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे सके जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। उक्त संदर्भ में प्रभाग अधिकारी सुदाम जाधव ने बताया कि मनपा के प्रभाग समिति क्रमांक 3 अंतर्गत पद्मानगर क्षेत्र स्थित साबय्या अंकूल सामल के नाम की इमारत जिसका घर नंबर 410 है जो पूर्व सन 1992 में निर्माण की गई है, जिसमें कुल 42 परिवार रहता है। उक्त इमारत के जर्जर होने के कारण मनपा प्रशासन द्वारा धोकादायक घोषित किया गया  है, जिसकारण 30 मई 019 को मनपा प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर रहिवासियों को इमारत खाली करने का नोटिस दिया गया है। परंतु उक्त इमारत के रहिवासियों ने मनपा की नोटिस पर दुर्लक्ष करते हुए इस इमारत में रहते थे इसलिए दुर्घटना घटित हुई है। इसी प्रकार मनपा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी मनपा क्षेत्र अंतर्गत कुल 978 धोकादायक इमारत है जिसमें कुल 2460 परिवारों के जीवन खतरे में है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है। 

Post a Comment

Blogger