भारी असुविधा ; नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त ।संवाददाता,भिवंडी ।भिवंडी मनपा की निष्क्रियता के कारण शहर की अधिकांश स्मशान भूमि में पानी की व्यवस्था न होने के परिणामस्वरूप मृतक व्यक्तियों के परिजनों को अंतिम क्रिया विधि करने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है। आश्चर्य की बात यह है कि 600 करोड़ रुपये के वार्षिक बजट वाली भिवंडी- निजामपुर शहर महानगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत के स्मशान भूमि में पानी की व्यवस्था न किया जाना सबसे बड़ी प्रशासनिक अव्यवस्था को उजागर करता है।दुख की बात यह है कि नागरिकों की शिकायत के बावजूद मनपा प्रशासन के निर्लज्ज अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है। वही नागरिकों को अपने परिजनों की अंतिम क्रिया विधि के लिए पड़ोस के होटलों या घरों से पानी भरकर स्मशान भूमि में लाना पड़ता है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है।बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस संबंध में अपने चुनावी रैलियों में कब्रिस्तान और श्मशान भूमि की व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े भाषण दे चुके हैं ।जबकि भाजपा की सरकार केंद्र तथा राज्य दोनों में स्थापित है, लेकिन आज तक हकीकत भरी मुसीबत जस की तस बनी हुई है।ठीक ऐसी ही स्थिति का सामना पुराना मुंबई आगरा रोड स्थित काप आली स्मशान भूमि में देखने को मिल रही है। वहां जल आपूर्ति विभाग का नल तो लगा है, लेकिन उसमें पानी नहीं आता है। परिजनों को अंतिम क्रिया करने के लिए शर्मसार होकर पड़ोस के होटल या घरों से पानी मंगाना पड़ता है । शवयात्रा में शामिल होने आए लोगों ने आक्रोशित होकर शिकायत करते हुए बताया कि अनेकोबार लोगों को अपने परिजनों के शव के साथ साथ घर से बर्तनों में भर कर पानी लाना पड़ता है। इस विकट और शर्मनाक समस्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए पूर्व नगरसेवक अजय यादव, सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अब्दुस्सलाम नोमानी, समाजसेवक श्रीराज सिंह, पत्रकार पीडी यादव, भिवंडी चक्की एसोसिएशन के अध्यक्ष रामदेव यादव, ललित मौर्या,कैलाश शर्मा ,सुजीत गुप्ता आदि ने मनपा महापौर जावेद दलवी तथा मनपा आयुक्त मनोहर हिरे से मांग की है कि काप आली स्मशान भूमि की तरह भिवंडी शहर की अन्य स्मशान भूमि में पानी उपलब्ध कराने हेतु बोरिंग कर हैंडपंप तथा समरसेबल लगाकर प्लास्टिक की टंकी में पानी उपलब्ध कराने की तत्काल प्रभाव से व्यवस्था करें, जिससे ऐसी दुखद घड़ी में नागरिकों को अव्यवस्था का शिकार ना होना पड़े ।
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