संवाददाता,भिवंडी। भिवंडी शहर का स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल मरम्मत के लिए एक बार फिर भारी वाहनों के आवागमन के लिए शुक्रवार से बंद कर दिया गया है।जो मरम्मत के बाद भी इस उड़ान पुल से भारी वाहनों का आवागमन नहीं होसकेगा। क्योंकि उड़ान पुल की क्षमता को ध्यान में रखते हुए भारी वाहनों के लिए यह उड़ान पुल हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। उड़ान पुल बंद किए जाने के कारण वंजारपट्टी नाका से कल्याण नाका होकर आने जाने वाले भारी वाहनों के कारण यातायात बाधित होने से सबसे अधिक परेशानी स्कूल,कॉलेज जाने वाले छात्रों सहित रोजाना कामकाज के लिए कल्याण,ठाणे एवं मुंबई आदि क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को उठानी पड़ रही है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
ज्ञात हो कि शहर के नागरिकों की सुविधा के लिए रामेश्वर मंदिर से बागेफिरदौस मस्जिद तक स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल निर्माण किया गया था लेकिन निम्न दर्जे का निर्माण होने के कारण यह उड़ान पुल हमेशा से विवादों में घिरा रहा है। उड़ान पुल मरम्मत के नाम पर हर वर्ष भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया जाता है। लगभग छह महीना पहले एसटी डिपो के पास उड़ान पुल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके कारण उड़ान पुल मरम्मत के लिए एक महीने तक बंद कर दिया गया था। मनपा प्रशासन द्वारा उड़ान पुल की मरम्मत करवाकर एक महीने के बाद आवागमन के लिये खोल दिया गया था। लेकिन उड़ान पुल की मरम्मत भी सही ठंग से न करके केवल मरहम लगाकर के कर दिया गया था। जिसके कारण उड़ान पुल जगह-जगह टूट गया था जिसके कारण भारी वाहनों के आवागमन से उड़ान पुल वाहन चालकों को हिलता हुआ महसूस होने लगा था। उड़ान पुल हिलने की शिकायत स्थानीय नागरिकों ने मनपा प्रशासन से की थी, दुर्घटना की संभावना को ध्यान में रखते हुए मनपा प्रशासन ने उड़ान पुल को बरसात से पूर्व ही मरम्मत करने के लिए भारी वाहनों के लिये बंद कर दिया है और उड़ान पुल के मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया गया है। उड़ान पुल की क्षमता को देखते हुए भारी वाहनों के लिए यह उड़ान पुल हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
उक्त संदर्भ में एल.पी. गायकवाड़ - शहर अभियंता ने बताया कि
स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल भारी वाहनों के आवागमन के लिए नहीं बनाया गया था इसके बावजूद उड़ान पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन रहता था। भारी वाहनों के आवागमन के लिए उड़ान पुल की क्षमता न होने के बावजूद भी भारी वाहनों का आवागमन होता था। भारी वाहनों के आवागमन के कारण ही उड़ान पुल के लिए खतरा पैदा हो गया है, आगामी दिनों में कोई दुर्घटना घटित न हो इसलिए स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल से भारी वाहनों का आवागमन हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि शहर के नागरिकों की सुविधा के लिए रामेश्वर मंदिर से बागेफिरदौस मस्जिद तक स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल निर्माण किया गया था लेकिन निम्न दर्जे का निर्माण होने के कारण यह उड़ान पुल हमेशा से विवादों में घिरा रहा है। उड़ान पुल मरम्मत के नाम पर हर वर्ष भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया जाता है। लगभग छह महीना पहले एसटी डिपो के पास उड़ान पुल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके कारण उड़ान पुल मरम्मत के लिए एक महीने तक बंद कर दिया गया था। मनपा प्रशासन द्वारा उड़ान पुल की मरम्मत करवाकर एक महीने के बाद आवागमन के लिये खोल दिया गया था। लेकिन उड़ान पुल की मरम्मत भी सही ठंग से न करके केवल मरहम लगाकर के कर दिया गया था। जिसके कारण उड़ान पुल जगह-जगह टूट गया था जिसके कारण भारी वाहनों के आवागमन से उड़ान पुल वाहन चालकों को हिलता हुआ महसूस होने लगा था। उड़ान पुल हिलने की शिकायत स्थानीय नागरिकों ने मनपा प्रशासन से की थी, दुर्घटना की संभावना को ध्यान में रखते हुए मनपा प्रशासन ने उड़ान पुल को बरसात से पूर्व ही मरम्मत करने के लिए भारी वाहनों के लिये बंद कर दिया है और उड़ान पुल के मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया गया है। उड़ान पुल की क्षमता को देखते हुए भारी वाहनों के लिए यह उड़ान पुल हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
उक्त संदर्भ में एल.पी. गायकवाड़ - शहर अभियंता ने बताया कि
स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल भारी वाहनों के आवागमन के लिए नहीं बनाया गया था इसके बावजूद उड़ान पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन रहता था। भारी वाहनों के आवागमन के लिए उड़ान पुल की क्षमता न होने के बावजूद भी भारी वाहनों का आवागमन होता था। भारी वाहनों के आवागमन के कारण ही उड़ान पुल के लिए खतरा पैदा हो गया है, आगामी दिनों में कोई दुर्घटना घटित न हो इसलिए स्व. राजीव गांधी उड़ान पुल से भारी वाहनों का आवागमन हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
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