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संवाददाता ,भिवंडी ।विद्यार्थियों को अपने पाठ्यपुस्तक के अतिरिक्त अन्य उपक्रमों में भाग लेना व इस काम में उन्हें शिक्षकों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है।  पहले के समय में  विद्यार्थी चौफेर वाचन करते थे , लिखने की आदत रखना आवश्यक है।प्रतिदिन का उपक्रम यह स्कूल के बच्चों के उपक्रम का एक भाग है। उक्त उपक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होना संभव है।पूर्व वर्ष स्कूल के बाहर उपक्रमांतर्गत महानगरपालिका के मराठी स्कूल के बत्तीस स्कूलों में 32 शिक्षकों ने यह  उपक्रम विद्यार्थियों के लिए शुरू किया था। इस प्रकार का मनोगत विकास प्रतिदिन लिखाई कार्यक्रम में प्रथम वर्षीय स्नेहसम्मेलन भिवंडी महानगरपालिका व भाग्यश्री फाउंडेशन के संयुक्त रूप से हलारी विसा ओसवाल पदवी महाविद्यालय में आयोजित किए गए कार्यक्रम में आयुक्त मनोहर हिरे बोल रहे थे।उक्त अवसर पर व्यासपीठ पर महानगरपालिका अतिरिक्त आयुक्त अशोककुमार रणखांब , मेजर सुभाष गावंड, ग्रंथाली प्रकाशन के सुरेश  हिंगलासपूरकर, हलारी विसा ओसवाल  पदवी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. स्नेहल दोंदे, भाग्यश्री फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉक्टर जितेंद्र खेर, भाग्यश्री फाउंडेशन की संचालिका शिल्पा खेर, नवभारत शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष डॉक्टर विवेक जोशी , जागतिक कीर्ती के शल्य विशारद डॉक्टर विनायक श्रीखंडे, महानगरपालिका शिक्षणविभाग उपायुक्त पंढरीनाथ वेखंडे, आदि मान्यवर उपस्थित थे।मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने वहीं यह भी कहा कि  महानगरपालिका के  स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता को अच्छी तरह से बढाया जाना आवश्यक है।इसके लिए शिक्षक वर्ग अच्छे प्रकार से प्रयत्न कर रहे हैं जिससे प्रतिदिन जैसे उपक्रमों के कारण विद्यार्थियों में आत्मविश्वास निर्माण हुआ है, विद्यार्थियों को मानसिक स्तर पर तैयार होने के बाद एक उपक्रम दिए गए हैं जिसका भाग्यश्री फाउंडेशन ने आभार व्यक्त किया है।उक्त उपक्रम आगामी दो वर्षों तक स्कूल में आयोजित होंगे।स्कूल के उपक्रम में स्पर्धा परीक्षा, सैनिक शिक्षण के मौखिक पहचान, क्रीडा विभाग,
 अर्थकारण इसकी जानकारी विद्यार्थी वर्ग को होना आवश्यक है। महानगरपालिका स्कूल के शिक्षक विद्यार्थियों का सकारात्मक मनोबल तैयार कराएं जिससे  महानगरपालिका स्कूलों की श्रेणी  सुधारने में मदद मिलेगी व इसका वैकल्पिक लाभ समाज को होगा इस प्रकार की प्रतिक्रिया मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने व्यक्त की। इसके लिए महानगरपालिका शिक्षकों द्वारा किए जा रहे हैं  विशेष परिश्रम के लिए आयुक्त ने सरहाना की।उक्त अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त अशोककुमार रणखांब की कल्पना से स्कूल के उपक्रमांतर्गत बच्चों का सर्वांगीण विकास हेतु उपक्रम आयोजित किया गया है। अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि बच्चों का शारीरिक मानसिक व बौद्धिक विकास होना, उनकी भावना का व्यक्त होना आवश्यक है। विद्यार्थियों में विविध विषयों के अवांतर वाचन व लिखाई की आवड निर्माण कर सकारात्मक भावनिक बदलाव लाना व  विद्यार्थी वर्ग के मन की भावनाओं को संतुलन करना आवश्यक है इस प्रकार का प्रतिपादन अतिरिक्त आयुक्त रणखांब ने व्यक्त किया है।उक्त अवसर पर डॉक्टर स्नेहल दोंदे ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थी वर्ग द्वारा उपस्थित की गई समस्याओं का समाधान करने के लिए शिक्षक के अलग अलग स्तर पर प्रशिक्षण लेना आवश्यक है।  भाग्यश्री फाउंडेशन द्वारा  इस अभिनव उपक्रम को अच्छा प्रतिसाद मिला।वहीं जागतिक कीर्ती के शल्यविशारद डॉक्टर विनायक श्रीखंडे व उनके शिष्य विवेक जोशी ने शिक्षक व विद्यार्थियों के दरम्यान संवाद पर मार्गदर्शन किया।मेजर सुभाष गावडे ने सैनिकीशाला उपक्रम बाबत मार्गदर्शन किया। ग्रंथाली प्रकाशन के सुरेश हिंगलासपूरकर ने  शिक्षकोंं को मार्गदर्शन किया, शिक्षक व विद्यार्थी के दरम्यान प्रतिदिन के उपक्रम के कारण एक भावनिक रिश्ता तैयार किया गया है  जिसे कायम रखना आवश्यक है।प्रतिदिन लिखाई जैसे अभिनव उपक्रम  है भाग्यश्री फाउंडेशन की संचालिका शिल्पा खेर ने कहा। स्कूल के बच्चों के लिए  अच्छे प्रकार का उपक्रम आयोजित करने के परिणामस्वरूप सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षक महेंद्र बोबडे, सोनाली देशमुख, सुजाता भोईर, शंकर पाटिल , वंदना कुंभार,मीनाक्षी खत्री, आदि शिक्षकों का उक्त अवसर पर प्रतिदिन उपक्रम में  अच्छे काम  करने के लिए मान्यवरों के शुभहस्तों सम्मानित किया ग

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