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केंद्र सरकार की पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने वैश्विक शौचालय दिन के औचित्य पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस प्रतियोगिता के 12 जिलों के विजेताओं में सांगली जिले ने 11 वा स्थान प्राप्त किया है ।  विशेष प्रतिभाग के लिए पहले 30 जिलों में कोल्हापूर, नांदेड और वर्धा इन तीन जिलों का सम्मान किया गया है।

     पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने वैश्विक शौचालय दिन के औचित्य पर 9 से 19 नवंबर 2018 के दरम्यान स्वच्छ भारत अभियान के जनजागरूकता के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया था। इस स्पर्धा में देश के 25 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के 412 जिलों ने प्रतिभाग लिया था। महाराष्ट्र के सभी ग्रामीण जिलों ने इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग लिया था। इस प्रतियोगिता के परिणाम हाल ही में केंद्र सरकारने घोषित किए थे। इसमें सांगली के साथ ही कोल्हापूर, नांदेड और वर्धा जिलों ने सफलता प्राप्त की है। इस जिले के जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और पानी वितरण एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारियों का जलापूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री बबनराव लोणीकर और राज्यमंत्री सदाभाऊ खोत इन्होंने अभिनंदन किया है।

     केंद्र सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार आयोजित किए गए विभिन्न अभियान और प्रतियोगिताओं में महाराष्ट्र ने अधिकाधिक सफलता प्राप्त की है। इसमें 'स्वच्छ  सर्वेक्षण ग्रामीण 2018' में राज्य का सातारा जिला देश में प्रथम स्थान पर रहा। इसके अलावा नाशिक और सोलापूर जिले भी पुरस्कृत किए गए हैं। 'स्वच्छता ही सेव' इस अभियान में भी महाराष्ट्र अग्र स्थान पर रहा है। राज्य के ग्रामीण स्वच्छता में निरंतरता रहे इसलिए सभी जिला परिषद की ओर से अथक प्रयास जारी हैं।

     केंद्र सरकार ने तारीख 1 जनवरी 2019 से 'स्वच्छ सुंदर शौचालय' इस प्रतियोगिता की शुरुआत की है। इसमें शौचालय, रंगकार्य और उसकी स्वच्छता इन बातों का समावेश है। इस प्रतियोगिता में भी राज्य के सभी जिलों में जनता का सक्रिय प्रतिभाग रहेगा और राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर उज्ज्वल होगा, यह विश्वास श्री. लोणीकर और श्री. खोत इन्होंने व्यक्त किया है।

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