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भिवंडी। एम हुसेन ।यशवंत राव चव्हाण महाराष्ट्र ओपन युनिवर्सिटी ,नासिक द्वारा संचालित रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कालेज स्टडी सेंटर में प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिन ११ नवंबर को"राष्ट्रीय शिक्षा दिवस "के रूप में मनाये जाने हेतु उर्दू बसेरा हाल में एक समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता रईस हाई स्कूल एंड ज्यु कालेज कमेटी के चेयरमैन शफी मुकरी ने की।मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध कवि,साहित्यकार एवं हास्य व्यंग लेखक मोहम्मद रफी अंसारी आमंत्रित थे।विशेष अतिथि के रूप में सादिक़ अंसारी के अतिरिक्त सना आफरीन,मक़सूद अंसारी,एवं फ़राज़ अंसारी उपस्थित थे।स्टडी सेंटर के कोआर्डिनेटर अब्दुल अज़ीज़ अंसारी ने अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया तथा सेंटर की कारगुज़ारियों की विस्तृत जानकारी देते हुए मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को आदरांजली अर्पित की ।शफी मुकरी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में मौलाना अबुल कलाम आजाद को स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी,शिक्षाविद एवं देश के प्रति समर्पित इन्सान बताया। मोहम्मद रफीअंसारी ने मौलाना आजाद के जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा की वह सच्चे देश भक्त होने के साथ महान शिक्षाविद थे। भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में उन्हों ने न केवल शिक्षा के विकास पर बल दिया बलकि उच्च शिक्षा के विकास पर भी बल दिया। मक़सूद अंसारी एवं सना अंसारी ने अपने संबोधन में उपस्थित श्रोताओं से कहा कि हमें अपने पूर्वजों के सराहनीय कारनामों को न केवल याद रखना चाहिए बल्कि उस पर अमल भी करना चाहिए।उक्त अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र -छात्राएं उपस्थित थे।समारोह का संचालन मक़सूद अंसारी ने किया।आभार प्रदर्शन के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।    

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