Ads (728x90)



अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर का शिवसेना सांसद संजय राऊत के करकमलों से सत्कार!

मुंबई - आज की धर्मनिरपेक्ष सरकार अपनी छद्म धर्मनिरपेक्षता को बचाए रखने के लिए 100 निर्दोष हिन्दुआें को फांसी पर चढाने पर तुली है । आज स्वयं को हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाली सरकार के राज्य में हिन्दू मार खा रहे हैं और विविध स्तरों पर उनका मनोबल तोडा जा रहा है । यह देश हिन्दुआें का है और हम इसे ‘हिन्दू राष्ट्र मानते हैं ।

हिन्दुआें का राज्य होते हुए सत्ताधारी राममंदिर के विषय में एक भी शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं । आज राज्य से केंद्र तक भाजपा की सत्ता होते हुए भी राममंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश क्यों नहीं निकाला जाता ? समान नागरिक कानून से लेकर राममंदिर निर्माण तक अनेक सूत्रों में हो रही देरी से पिछले 4 वर्ष से सत्ता में बनी और स्वयं को हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाली सरकार से हिन्दुआें का विश्‍वास उठ चुका है । आज के राजनेताआें को हिन्दूहदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और वीर सावरकर की

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने तक परिषद के अधिवक्ता लडते ही रहेंगे ! - अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर
हिन्दुत्वनिष्ठ धारणाएं मान्य नहीं । आतंकवादी अजमल कसाब और याकूब मेमन को यदि अधिवक्ता मिल सकते हैं, तो हिन्दुत्व के लिए कार्य करनेवाले निर्दोष कार्यकर्ताआें के लिए हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता लडते हैं, इसमें गलत क्या है ? अधिवक्ता पुनाळेकर ने अनेक हिन्दुआें को निर्दोष सिद्ध किया है और वे अपना कार्य आगे ऐसे ही जारी रखें, ऐसा प्रतिपादन शिवसेना के सांसद नेता और ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक सांसद श्री. संजय राऊत ने किया । हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय सचिव अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर द्वारा हिन्दुत्व के लिए किए गए अनमोल कार्य के




निमित्त आयोजित कृतज्ञतापर सत्कार समारोह में वे बोल रहे थे । राष्ट्रीय पत्रकार मंच की ओर से मुंबई मराठी पत्रकार संघ में इस समारोह का आयोजन किया गया था ।इस समय सांसद संजय राऊत के करकमलों से अधिवक्ता पुनाळेकर को शॉल, श्रीफल, पुष्पहार, कृतज्ञतापत्र तथा श्रीकृष्णार्जुन रथ की प्रतिमा देकर उनका सत्कार किया गया तथा परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर का सत्कार भारताचार्य सु.ग. शेवडे ने किया । इस अवसर पर अधिवक्ता धर्मराज चंदेल, राष्ट्रीय पत्रकार मंच के संयोजक श्री. अरविंद पानसरे आदि व्यासपीठ पर उपस्थित थे । इस कार्यक्रम में अनेक अधिवक्ता, प्रतिष्ठित नागरिक तथा अनेक धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।


अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर ने कृतज्ञतास्वरूप सत्कार का उत्तर देते हुए कहा कि वर्ष 2008 में कथित ‘हिन्दू आतंकवाद’ का हव्वा निर्माण कर अनेक निर्दोष हिन्दुआें को कारागृह में रखा गया । इस प्रकार कथित हिन्दू आतंकवाद के नाम पर बंदी बनाए गए युवक निर्दोष होंगे, तो हम उन्हें अवश्य ही छुडाएंगे; परंतु यदि वे अपराधी हैं, तब भी उनके हिन्दुत्व और उद्देश्य के विषय में शंका ना होने के कारण हम उनकी निःशुल्क कानूनी सहायता करेंगे, यह हिन्दू विधिज्ञ परिषद की भूमिका है । परिषद के अधिवक्ताआें में से किसी की भी राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा नहीं है । अनेक अधिवक्ता, जो नेता और कथित हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाले संगठनों के दमनचक्र की बलि चढे हैं, वे केवल धर्मसेवा के रूप में हिन्दुत्वनिष्ठ युवकों के समर्थन में खडे हैं और आगे भी खडे रहेंगे । जिस प्रकार कथित ‘हिन्दू आतंकवाद’ की सच्चाई उजागर की गई, उसी प्रकार भ्रष्टाचारी, हिन्दुआें पर अन्याय और अत्याचार करनेवालों की सच्चाई जब तक उजागर नहीं की जाती, तब तक तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने तक परिषद के अधिवक्ता लडते ही रहेंगे ।

इस समय भारताचार्य सु.ग. शेवडे ने कहा, ‘हिन्दू बंधू हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर का आदर्श लें और उनके समान सर्वस्व का त्याग कर हिन्दुत्व का कार्य करें ।’ कार्यक्रम में अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने सत्कार का उत्तर देते हुए कहा कि हिन्दू विधिज्ञ परिषद एक आंदोलन है और हम हिन्दू धर्म, छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज के ऋणी हैं । उनका ऋण चुकाने तक हम धर्म का कार्य अखंड करते रहेंगे ।’


इस समय हिन्दू विधिज्ञ परिषद के सदस्य श्री. विक्रम भावे ने प्रतिकूल परिस्थिति में जब पूरे समाज में कथित हिन्दू आतंकवाद का हव्वा निर्माण हो रहा है, उस समय अधिवक्ता पुनाळेकर द्वारा किए गए कानूनी सहयोग तथा मिले आधार के विषय में अनुभव हुए क्षण व्यक्त किए । कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद से किया गया । श्री. अरविंद पानसरे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना तथा श्री. नित्यानंद भिसे ने आभार व्यक्त किया । गोवंश रक्षा समिति के श्री. दीप्तेश पाटील ने सूत्रसंचालन किया ।

Post a Comment

Blogger