भिवंडी। एम हुसेन ।भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत अंजूरफाटा से वंजारपट्टी नाका के दरम्यान मुख्य रास्ते पर पूर्व सन २००६ में निर्मित किया गया स्वर्गीय राजीव गांधी उड्डाण पुल के नीचे कांक्रीट का कुछ भाग गिरने से पुल पर भगदड मच गई परंतु इस दुर्घटना में कोई जखमी नहीं हुआ, उड्डाणपुल पर दोनों ओर यातायात बंद कर दी गई है । महानगरपालिका द्वारा तत्काल प्रभाव से उड्डाणपुल के दुरुस्ती के लिए स्थापित विशेषज्ञ व्यक्ति की सलाह लेकर दुरुस्ती का काम शुरु किया जाएगा, जिससे इस मार्ग की यातायात वंजारपट्टी नाका से अंजूरफाटा के रास्ते की यातायात बाधित की समस्या निर्माण हुई है।
गौरतलब है कि भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र में सन २००६ में महानगरपालिका के मुख्य रास्ते के उड्डाणपुल का निर्माण किया था, इस पुल से रात व दिन यातायात शुरु रहती है, इस पुल पर पूर्व दो महीने से होने वाली मूसलाधार बरसात के बाद असंख्य खड्डे हो गए हैं परंतु इस खड्डों को समय से दुरुस्त न करने के कारण आज सुबह ८ . ३० बजे के समय एस टी स्टॅन्ड के सामने उड्डाणपुल के नीचे का भाग कांक्रीट का प्लास्टर गिरने लगा। इसलिए नागरिकों में भय व्याप्त हो गया है। उड्डानपुल का भाग गिरने से काफी भाग कमजोर होने की जानकारी को संज्ञान लेते हुए यातायात पुलिस ने अविलंब इस उड्डाणपुल पर यातायात बंद करते हुए सभी को सावधान किया है। उक्त पुल का कांक्रीट गिरते समय कोई मौजूद नहीं था इसलिए कोई जखमी नहीं हुआ और बडी जनहानि भी टली।
उक्त उड्डाणपुल पर जमा होने वाले पानी के कारण जमा कीचड साफ न होने से उड्डाणपुल पर भारी संख्या में खड्डे हो गए हैं परंतु उसकी दुरुस्ती करने मनपा प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की उपाययोजना नहीं करने के परिणामस्वरूप यह दुर्घटना घटित हुई है इस प्रकार का आरोप लगाते हुए दुर्घटना का मनपा प्रशासन जवाबदार है इस प्रकार का आरोप स्थानिक नागरिक अनंत पाटिल आदि ने लगाया है। तथा इस उड्डाणपुल के बांधकाम में निकृष्ट सामग्री का उपयोग करने के पश्चात संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने की मांग की है। तथा महानगरपालिका प्रशासन द्वारा संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कांग्रेस नगरसेवक अरुण राउत ने की है।
उक्त दुर्घटना के बाद महानगरपालिका आयुक्त मनोहर हिरे व प्रभारी शहर अभियंता एल पी गायकवाड सहित सहायक पुलिस आयुक्त के एस धारणे ने घटनास्थल पर पहुंच कर परिस्थिति का निरीक्षण किया तथा उड्डाणपुल पर हुए गड्ढों को तीन वर्ष पूर्व दुरुस्ती की गई थी। दो दिन पूर्व पुल पर मुख्यमंत्री दहीहंडी कार्यक्रम में उपस्थित रहकर मुंबई की ओर गए थे। अभी युद्ध स्तर पर इसे दुरुस्ती के लिए प्रयत्न करने के लिए वीजेटीआय की स्थापित तज्ञ् डॉ . कोलते व एमएमआरडीए के तज्ञ् से संपर्क कर उन्हें आमंत्रित किया गया है उनकी रिपोर्ट के बाद ही दुरुस्ती का काम शुरू किया जाएगा इस प्रकार की जानकारी मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने दी है।
गौरतलब है कि भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र में सन २००६ में महानगरपालिका के मुख्य रास्ते के उड्डाणपुल का निर्माण किया था, इस पुल से रात व दिन यातायात शुरु रहती है, इस पुल पर पूर्व दो महीने से होने वाली मूसलाधार बरसात के बाद असंख्य खड्डे हो गए हैं परंतु इस खड्डों को समय से दुरुस्त न करने के कारण आज सुबह ८ . ३० बजे के समय एस टी स्टॅन्ड के सामने उड्डाणपुल के नीचे का भाग कांक्रीट का प्लास्टर गिरने लगा। इसलिए नागरिकों में भय व्याप्त हो गया है। उड्डानपुल का भाग गिरने से काफी भाग कमजोर होने की जानकारी को संज्ञान लेते हुए यातायात पुलिस ने अविलंब इस उड्डाणपुल पर यातायात बंद करते हुए सभी को सावधान किया है। उक्त पुल का कांक्रीट गिरते समय कोई मौजूद नहीं था इसलिए कोई जखमी नहीं हुआ और बडी जनहानि भी टली।
उक्त उड्डाणपुल पर जमा होने वाले पानी के कारण जमा कीचड साफ न होने से उड्डाणपुल पर भारी संख्या में खड्डे हो गए हैं परंतु उसकी दुरुस्ती करने मनपा प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की उपाययोजना नहीं करने के परिणामस्वरूप यह दुर्घटना घटित हुई है इस प्रकार का आरोप लगाते हुए दुर्घटना का मनपा प्रशासन जवाबदार है इस प्रकार का आरोप स्थानिक नागरिक अनंत पाटिल आदि ने लगाया है। तथा इस उड्डाणपुल के बांधकाम में निकृष्ट सामग्री का उपयोग करने के पश्चात संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने की मांग की है। तथा महानगरपालिका प्रशासन द्वारा संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कांग्रेस नगरसेवक अरुण राउत ने की है।
उक्त दुर्घटना के बाद महानगरपालिका आयुक्त मनोहर हिरे व प्रभारी शहर अभियंता एल पी गायकवाड सहित सहायक पुलिस आयुक्त के एस धारणे ने घटनास्थल पर पहुंच कर परिस्थिति का निरीक्षण किया तथा उड्डाणपुल पर हुए गड्ढों को तीन वर्ष पूर्व दुरुस्ती की गई थी। दो दिन पूर्व पुल पर मुख्यमंत्री दहीहंडी कार्यक्रम में उपस्थित रहकर मुंबई की ओर गए थे। अभी युद्ध स्तर पर इसे दुरुस्ती के लिए प्रयत्न करने के लिए वीजेटीआय की स्थापित तज्ञ् डॉ . कोलते व एमएमआरडीए के तज्ञ् से संपर्क कर उन्हें आमंत्रित किया गया है उनकी रिपोर्ट के बाद ही दुरुस्ती का काम शुरू किया जाएगा इस प्रकार की जानकारी मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने दी है।
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