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शासन - प्रशासन को गुमराह करने वालों पर कार्यवाही की मांग

तहसील मुख्यालय घंसौर में पत्रकार भवन के निर्माण हेतु भूमि आवंटन की मांग लंबे समय से स्थानीय मीडियाकर्मियों द्वारा उठाई जा रही है किंतु कुछ स्थानीय लोगों द्वारा निजी स्वार्थों के चलते पत्रकार भवन के निर्माण एवं भूमि आवंटन प्रक्रिया को प्रभावित करने के उद्देश्य से जातिगत हवाला देते हुए पत्रकारों के विरूध्द झूठी शिकायत की जा रही है जिसकी जानकारी घंसौर के मीडियाकर्मियों को मिलने के बाद सभी ने एकत्रित होकर पुलिस थाना घंसौर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग रखी है ज्ञापन में बताया गया है कि  ग्राम घंसौर स्थित भूमि खसरा नंबर 107/3 रकवा 0.12 हेक्टेयर भूमि में से 50 ×60 वर्गफुट भूमि पर  घंसौर के समस्त पत्रकार साथियों द्वारा पत्रकार भवन के निर्माण हेतु जिला कलेक्टर एवं तहसीलदार महोदय के समक्ष उक्त भूमि के आवंटन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया है ,इसी बीच उक्त भूमि पर अस्थाई रूप से कुछ निर्माण कार्य सभी पत्रकारों द्वारा स्वयं के व्यय पर कराया जा रहा था जिसके संबंध में ग्राम घंसौर निवासी रिक्खीलाल बकोडे, चोखेलाल अहिरवार एवं सत्येन्द्र अहिरवार द्वारा संयुक्त रुप से न्यायालय तहसीलदार घंसौर के समक्ष आवेदन पेश कर स्थगन आदेश जारी कराया था इस संबंध में पत्रकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए जवाब उपरांत माननीय न्यायालय तहसीलदार द्वारा स्थगन प्रकरण को खारिज कर दिया गया जिससे बौखलाकर रिक्खी लाल, चोखेअहिरवार एवं सत्येंद्र अहिरवार के द्वारा शासन प्रशासन ,जनप्रतिनिधियों, व आम जनों को भ्रमित करते हुए पुलिस थाना सहित अन्य स्थानों पर लिखित एवं मौखिक रूप से झूठी शिकायत की जा रही है जिसमें हमारे पत्रकार साथी महेंद्र सोलंकी पर यह झूठा आरोप लगाया जा रहा है कि वह सवर्ण होने के नाते पत्रकार भवन के लिए प्रस्तावित भूमि के बाजू में स्थित रिक्त भूमि पर डॉ भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति स्थापित नहीं होने दे रहे हैं तथा पत्रकार भवन  निर्माण के नाम पर उक्त भूमि पर कब्जा कर रहे हैं आरोप लगाया गया कि उक्त व्यक्तियों द्वारा झूठी एवं भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है जबकि महेंद्र सोलंकी को सभी पत्रकार साथियों की ओर से पत्रकार भवन निर्माण हेतु भूमि आवंटित करने संबंधी प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया है पत्रकारों का उद्देश्य डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति स्थापित होने से रोकने का कतई नहीं है ,एवं हम सभी एससी, एसटी, ओबीसी एवं सवर्ण वर्ग के पत्रकारों के द्वारा प्रस्तावित पत्रकार भवन का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भवन प्रस्तावित किया गया है  तथा विधिवत् रूप से भूमि के आवंटन संबंधी प्रक्रिया जारी है। उक्त तीनों ही व्यक्तियों द्वारा लोगों को जातिगत रूप से भ्रमित करते हुए गुमराह किया जा रहा है।


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