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तम्बाकू जानलेवा हैए इस महामारी से नई पीढ़ी को बचाना होगा.बीएसए अशोक कुमार
  प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा कार्यालय स्थित स्थानीय राजा दिनेश सिंह सभागार में तरुण चेतना संस्थान द्वारा तम्बाकू मुक्त विद्यालय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी जिसमें पूरे जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारीए बीआरसी0 व सक्रिय शिक्षकों ने भाग लिया।
    इस अवसर पर उद्घाटन सत्र में बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह में कहा कि तम्बाकू सेवन स्वास्थ्य के हानिकारक हैए इससे खुद के साथ साथ अपने स्कूलों को भी मुक्त रखना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक बड़े तम्बाकू नहीं छोड़ेगे तब तक नई पीढ़ी में बदलाव नहीं आ सकता क्योंकि बच्चे बड़ों का ही अनुकरण करते है। श्री सिह ने नई पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए जनपद के स्कूलों को तम्बाकू मुक्त बनाने हेतु सभी शिक्षकों कों आगे आने का आह्वान किया।
इस अवसर पर तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने बताया कि ध्रूमपान व तम्बाकू का असर रोगों से लड़ने की क्षमता कम होने के कारण बच्चों में ज्यादा होता है। तंबाकू भारत में हर घंटे 137 जिंदगियां लील रहा है। और पूरी दुनिया में देखा जाय तो हर 08 सेकंड पर एक ब्यक्ति की मौत हो रही है। तंबाकू हमारे देश में हर साल बारह लाख लोगों की मौत का वजह बनता है और इससे जीवन के 15 साल कम हो जाते है। भारत में प्रतिवर्ष 5 लाख व्यक्ति धूम्रपान जन्य रोगों से ग्रसित हो जाते हैं।
     कार्यक्रम में सहयोगी संस्था सलाम मुम्बई के दीपेस ठक्कर ने कहा कि ने कहां की विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यू़ एच ओ के मुताबिक पूरी दुनिया में करीब एक अरब दस करोड़ लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं। उन्होंने ने बताया कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार एक सिगरेट  जिंदगी के 11 मिनट कम कर देता है। श्री ठक्कर ने पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम सें सिगरेट व अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए तम्बाकू मुक्त विद्यालय के 11 मानकों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
   इस अवसर पर तम्बाकू नियन्त्रण के नाछल अधिकारी डा0 नजीब अहमद ने बताया कि तंबाकू सेवन करने वाली आधे लोगों को यह पता नहीं है कि इससे दिल का दौरा का खतरा भी हो सकता है। तंबाकू सेवन करने वाले की मौत 90 प्रतिशत मुंह के कैंसर से होता है। जैसा कि एक सर्वे के मुताबिक भारत में 48 फीसदी पुरुष और 20 फीसदी महिलाएं तम्बाकू का इस्तेमाल करती हैं। उन्होनें तम्बाकू में पाये जाने वाले कीटनाशकों व उनके दुष्प्रभावों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
    कार्यक्रम के अन्त में नगरीय खण्ड शिक्षा अधिकारी सत्य प्रकाश जायसवाल नें कहा कि कोटपा एक्ट 2003 के तहत शिक्षण संस्थान के 100 गज के दायरे में तथा 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को या उसके द्वारा तम्बाकू जनित कोई भी पदार्थ बेचना अपराध है। श्री जायसवाल नें सस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए तम्बाकू मुक्त अघ्यापकों को बुकें देकर सम्मानित भी किया। 
इस अवसर पर जिला समन्वयक श्रीकृष्ण विश्वकर्माए खण्ड शिक्षा अधिकारी गौराए पट्टीए आसपुर देवसरा सहित विमलेश त्रिपाठीए आदित्य सोमवंशीए  कार्यक्रम के समन्वयक सुनील कुमारए सामाजिक कार्यकर्त्ता मो० शमीमए मैसवा मैन हकीम अंसारीए श्याम शंकर शुक्ला व मों0 अजफर आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। 


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