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उन्नाव हिन्दुस्तान की आवाज मोहित मिश्रा

विकासखंड फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में ब्लाक के अधिकारी कर्मचारियों की सरपरस्ती में सफाई कर्मियों की मौज मस्ती चल रही है।कभी नौकरी न मिलने पर यही लोग नौकरी पाने के लिए गिड़गिड़ाते घूमते थे कि उन्हें चपरासी या सफाई कर्मी अथवा इससे भी नीचे की कोई नौकरी दे दी जाये।अब जब नौकरी मिल गई तो लापरवाही की हद पार करते हुए काम से जी चुरा रहे हैं।अब इन्हें सफाई जैसा काम करने में शर्म आ रही है।अब अधिकारियों कर्मचारियों की जेबें गर्म करके और सांठ गांठ करके गांवों में जाते ही नहीं है।कुछ तो और भी बड़े वाले हो गए हैं जो दूसरे लोगों को मजदूरी पर रखकर कभी कभी गांव में भेजकर सफाई का नाटक कर देते हैं।इतना ही नहीं जिस दिन मजदूर भेजते हैं उसदिन अधिकारी बनकर साफ सफाई की जाँच करने पहुँच जाते हैं और ग्रामीणों को अच्छी सफाई व्यवस्था की बात बताते हैं कि आपके यहां का सफाई कर्मी गांव की साफ सफाई का काम अच्छा कर रहा है।अधिकांश सफाई कर्मियों को गांव वाले पहचानते तक नहीं है।ऐसा ही एक मामला क्षेत्र की ग्राम सभा समसपुर अटिया कबूलपुर का है जहां क्षेत्र के ही गांव पखरा पुर निवासी तार बाबू की पत्नी गुड़िया सफाई कर्मी के पद पर तैनात है।यह सफाई कर्मी लखनऊ में रहती हैं।ब्लाक के सफाई कर्मियों से सम्बंधित अधिकारी से सांठ गांठ करके कभी गांव नही आती है।इसे गांव वाले जानते ही नही है।इसने अपने ही गांव पखरापुर निवासी रजय पाल पुत्र सरजू को 250 रूपये मजदूरी पर सफाई के लिए रखा है।अभी तक गांव वाले इसी को सफाई कर्मी समझते थे।इसका खुलासा तब हुआ जब एक अखबार के पत्रकार ने उससे सच्चाई पूँछी तो रजय पाल ने सारी पोल खोल दी।इसने बताया कि लगभग दो माह पूर्व नालियों का कचरा निकाला गया था जो अभी तक फैला था उसी को उठाने सफाई कर्मी ने मजदूरी पर भेजा है।इस सांठ गांठ में ग्राम विकास अधिकारियों का भी पूरा हाथ रहता है वह भी अपनी जेबें गर्म करवाकर हाजिरी लगाकर वेतन का भुगतान करा देते हैं।इसी तरह जाजमऊ एहत्माली व गैर एहत्माली, मंझरिया, सरहा सकतपुर, ज्मरुद्दीनपुर, शिवपुरी, रज्जाकपुर बरिथाना पतौली, तकिया सैंता,दोस्तपुर शिवली, सकुराबाद जैतपुर, रुस्तमपुर नौशहरा पैसरा आदि गांवों में सफाई कर्मचारी कभी कभी ही जाते हैं।जिनमे अधिकांश मजदूरों से ही एक दो दिन काम कराकर महीने में मोटी रकम लेकर सरकार की साफ सफाई अभियान को ठेंगा दिखा कर बदनाम करने में कोई कसर नही छोंड़ रहे हैं।क्षेत्रीय लोगों ने उच्चाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से इनकी गांवों में जनता के बींच जाकर जाँच करने की मांग करते हुए इन सफाई कर्मियों और सांठ गांठ करने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।

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