भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी। तालुुका के वेहले ग्रामपंचायत सरपंच पद का चुनाव विवादग्रस्त था जहां शांतिपूर्ण रूप से चुनाव संपन्न हुआ और वेहले ग्रामपंचायत के सरपंच पद पर शिवसेना के दुर्जन भोईर निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इनके चुनावी परिणाम की घोषणा होते ही शिवसैनिकों ने फटाखे फोडकर व गुलाल उडाकर जश्न मनाया।गौरतलब है कि वेहले ग्रामपंचायत की पूर्व सरपंच रेश्मा पाटिल ने आपसी सहमति के अनुसार त्यागपत्र देने से इनकार कर दिया था इसलिए दो महीने पूर्व उनके विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव मंजूर किया गया था।जिस कारण उक्त पद रिक्त था, रिक्त सरपंच पद के लिए ग्रामपंचायत कार्यालय में चुनाव कराया गया। इस चुनाव के लिए पिठासीन अधिकारी के रूप में पंचायत समिति के ग्रामविस्तार अधिकारी आर.बी.भोसले की नियुक्ति की गई थी।उक्त अवसर पर सरपंच पद हेतु दुर्जन भोईर का ही मात्र एक नामांकन भरा गया था परिणामस्वरूप सरपंचप पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा पिठासीन अधिकारी ने की।उक्त चुनाव के बाद उपसरपंच पुष्पा माली,ग्रा.पं.सदस्य गजानन पाटिल,संगीता पाटिल,राजेश माली,अनिता पाटिल,रुपेश मुकादम,वंदना थले,मधुकर थले,कमला पाटिल आदि ने दुर्जन भोईर को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उक्त अवसर पर शिवसेना तालुका प्रमुख विश्वास थले,जिला परिषद बांधकाम समिति सभापती सुरेश (बालया मामा) म्हात्रे,उप जिला प्रमुख देवानंद थले,पं. स. सदस्य अंकुश पाटिल ,धर्मसेवक सोन्या पाटिल,जयवंत पाटिल आदि सहित शिवसेना पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने दुर्जन भोईर को पुष्पमाला अर्पण कर अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय है कि वेहले ग्रामपंचायत की सरपंच रेश्मा सूरज पाटिल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद उन्होंने ठाणे जिलाधिकारी डॉ.महेंद्र कल्याणकर के समक्ष अविश्स्वास प्रस्ताव के विरुद्ध अपील दाखिल की थी, परंतु जिलाधिकारी ने अपील वापस कर दिया था जिसके बाद भिवंडी तहसीलदार ने सरपंच पद का चुनाव कराने के लिए आदेश दिया था।इसके विरुद्ध रेश्मा पाटिल ने मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है ।जिसके पश्चात भिवंडी तहसीलदार शशिकांत गायकवाड ने सरपंच पद का चुनाव कराने के लिए स्थगति आदेश दिया था।परंतु दुर्जन भोईर ने उक्त संदर्भ में अपना पक्ष रखते हुए तहसीलदार को विश्वास में लेकर बताया कि उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है परंतु मा न्यायालय द्वारा चुनाव कराने के लिए स्थगति आदेश नहीं दिया गया है इसके बाद नियम का पालन करते हुए चुनाव संंपन्न हुआ। उक्त अवसर पर नवनिर्वाचित सरपंच दुर्जन भोईर ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेरी नहीं सत्य की विजय हुई है।
भिवंडी। तालुुका के वेहले ग्रामपंचायत सरपंच पद का चुनाव विवादग्रस्त था जहां शांतिपूर्ण रूप से चुनाव संपन्न हुआ और वेहले ग्रामपंचायत के सरपंच पद पर शिवसेना के दुर्जन भोईर निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इनके चुनावी परिणाम की घोषणा होते ही शिवसैनिकों ने फटाखे फोडकर व गुलाल उडाकर जश्न मनाया।गौरतलब है कि वेहले ग्रामपंचायत की पूर्व सरपंच रेश्मा पाटिल ने आपसी सहमति के अनुसार त्यागपत्र देने से इनकार कर दिया था इसलिए दो महीने पूर्व उनके विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव मंजूर किया गया था।जिस कारण उक्त पद रिक्त था, रिक्त सरपंच पद के लिए ग्रामपंचायत कार्यालय में चुनाव कराया गया। इस चुनाव के लिए पिठासीन अधिकारी के रूप में पंचायत समिति के ग्रामविस्तार अधिकारी आर.बी.भोसले की नियुक्ति की गई थी।उक्त अवसर पर सरपंच पद हेतु दुर्जन भोईर का ही मात्र एक नामांकन भरा गया था परिणामस्वरूप सरपंचप पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा पिठासीन अधिकारी ने की।उक्त चुनाव के बाद उपसरपंच पुष्पा माली,ग्रा.पं.सदस्य गजानन पाटिल,संगीता पाटिल,राजेश माली,अनिता पाटिल,रुपेश मुकादम,वंदना थले,मधुकर थले,कमला पाटिल आदि ने दुर्जन भोईर को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उक्त अवसर पर शिवसेना तालुका प्रमुख विश्वास थले,जिला परिषद बांधकाम समिति सभापती सुरेश (बालया मामा) म्हात्रे,उप जिला प्रमुख देवानंद थले,पं. स. सदस्य अंकुश पाटिल ,धर्मसेवक सोन्या पाटिल,जयवंत पाटिल आदि सहित शिवसेना पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने दुर्जन भोईर को पुष्पमाला अर्पण कर अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय है कि वेहले ग्रामपंचायत की सरपंच रेश्मा सूरज पाटिल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद उन्होंने ठाणे जिलाधिकारी डॉ.महेंद्र कल्याणकर के समक्ष अविश्स्वास प्रस्ताव के विरुद्ध अपील दाखिल की थी, परंतु जिलाधिकारी ने अपील वापस कर दिया था जिसके बाद भिवंडी तहसीलदार ने सरपंच पद का चुनाव कराने के लिए आदेश दिया था।इसके विरुद्ध रेश्मा पाटिल ने मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है ।जिसके पश्चात भिवंडी तहसीलदार शशिकांत गायकवाड ने सरपंच पद का चुनाव कराने के लिए स्थगति आदेश दिया था।परंतु दुर्जन भोईर ने उक्त संदर्भ में अपना पक्ष रखते हुए तहसीलदार को विश्वास में लेकर बताया कि उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है परंतु मा न्यायालय द्वारा चुनाव कराने के लिए स्थगति आदेश नहीं दिया गया है इसके बाद नियम का पालन करते हुए चुनाव संंपन्न हुआ। उक्त अवसर पर नवनिर्वाचित सरपंच दुर्जन भोईर ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेरी नहीं सत्य की विजय हुई है।
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