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-किसानों की इजाजत बगैर किया जा रहा है खेतों से मिट्टी का खनन

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। जब सैया भये कोतवाल तो डर काहे का की कहावत को चरितार्थ करते हुए पुलिस और खनन माफियाओं के गठजोड़ से मड़िहान तहसील क्षेत्र के पटेहरा में बेखौफ होकर अवैध ढंग से खनन हो रहा है।  आलम यह है कि शाम ढलते ही दर्जनों ट्रैक्टर व जेसीबी से क्षेत्र में खनन का खेल शुरू हो जाता है। इलाकाई थाना व पुलिस चैकी पटेहरा क्षेत्र में शाम ढलते ही अवैध खनन शुरू हो जाता है जिसकी जिसे रोकने की जहमत न तो पुलिस प्रषासन उठा रहा है और ना ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि। संबंधित विभाग के लोग तो सबकुछ जानकार भी खामोष बने हुए हैं। बताते चले कि इन दिनों मड़िहान तहसील खेत्र में अवैध खनन का खेल जोरो पर चल रहा है। खदानों से पत्थर, बोल्डर इत्यादि के खनन के साथ-साथ मिट्टी का भी खनन जोरो पर है। मिट्टी के खनन के मामले में पटेहरा विकास खंड का क्षेत्र अव्वल होना बताया जा रहा है। जहां खनन माफियाओं द्वारा कास्तकारों की अनुमती के बिना उनके खेतों से मनमाने ढंगस से मिट्टी का खनन कराया जा रहा है।खनन के खेल में खनन माफियाओं के साथ सफेदपोष लोगों की भी संलिप्तता होने से पुलिस भी सबकुछ जानकार अपना हिस्सा लेकर खामोष बनी हुई है। जिसका परिणाम यह है कि खनन माफिया बड़े पैमाने पर जेसीबी व दर्जनों ट्रैक्टर को लेकर क्षेत्र में मोरंग व मिट्टी की खुदाई कर किसानों को महंगे दामों में बेचकर अच्छा खासा मलाई काट रहें है। लोगों को उम्मीद थी कि सूबे में सत्ता परिर्वतन के बाद खनन माफियाओं पर लगाम लगेगा, लेकिन देखने में आ रहा है ठीक उल्टा। लोगों का कहना है कि जब से यूपी में भाजपा की सरकार बनी है तब से खनन माफियाओं के हौसले और बुलन्द होते जा रहे  है व सूत्रों की माने तो इलाकाई पुलिस खनन माफियाओं के प्रति अंकुश लगाने के बजाय खुद संरक्षण सी दे रखी है जिससे खनन माफिया इलाकाई पुलिस से मिलकर पहाडों से लेकर मोरंग व मिट्टी की खुदाई कर पर्यावरण को क्षति पहुंचाने का काम तेजी के साथ करते आ रहे हैं। किसानों के खेतों में उनकी अनुमती के बगैर मिट्टी का खनन पुलिस की सांठगांठ से कराया जा रहा है। गौर करने की बात है कि सरकार बनते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार व अवैध खनन करने वालों को चेताते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये थे कि ऐसे लोगों पर कठोरतम कार्रवाई की जाये। लेकिन नहीं सूबे मुखिया के आदेशों व निर्देशों का पालन ना करा कर इलाकाई पुलिस खनन माफियाओं को भरपुर संरक्षण देकर उन्हें बढ़ावा देने का काम कर रही है। क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस अधीक्षक से ऐसे मलाई काटने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग किया है।  ताकि मुख्यमंत्री के निर्देशों के खिलाफ कार्य करने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही हो सके और अवैध खनन के कारोबार पर रोक लगाया जा सके। वहीं दुसरी ओर इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर पटेहरा चैकी प्रभारी उमाशंकर गिरी ने बताया कि खनन कार्य में चैकी पुलिस जांच नहीं कर सकती है। इसके लिये खुद ही शिकायतकर्ता क्षेत्राधिकारी से शिकायत करें व खनन कार्य की जांच क्षेत्राधिकारी ही कर सकते है व रुकवा सकते है, चैकी पुलिस इसमें कुछ नहीं कर पायेगी।



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