-डेमो भी करके दिखाया। गरीबी बन रही बाधा, खेबनहार का तलाश
समस्तीपुर:-जिले के मोहनपुर रोड के युवक ने सीमा पर, सरहद की सुरक्षा करते वक्त बुलेट प्रुफ जैकेट छेदकर सैनिकों की हो रही मौत से मर्माहत शहर के मोहनपुर रोड का एक युवक दीनबंधु प्रसाद ने सैनिकों के लिए एक ऐसा जैकेट बनाने का दाबा किया है। जिसे गोली भी नहीं छेद सकता है और न ही नुकीली एवं तेज बस्तु काट भी सकता है। आज उन्होंने इसका डेमो इनौस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह समेत दर्जनों लोगों के समक्ष किया। पूरी तरह से तैयार जैकेट पर मोटा एवं नुकीला काँटी को बड़े हथौड़े से ठोकने पर छिद्र नहीं हो पाया।प्रथम दृष्टि डेमो देखने से सच प्रतीत होता है, लेकिन विशेषज्ञ ही सैनिक के पास उपलब्ध जैकेट एवं युवक द्वारा बनाया जैकेट की विशेषता परख सकते है। इतना ही नहीं युवक ने दावा कि विशुद्ध रूप से ये देशी जैकेट उपयोग में लाया जा रहा है। जैकेट से सस्ता के साथ- साथ हलका भी है। पूछे जाने पर इसकी वजन सिर्फ 4 किलोग्राम बताया।उन्होंने बताया की गरीबी एवं अधिक नहीं पढे होने के कारण इस टेक्नोलॉजी का प्रचार- प्रसार नहीं कर सकते।फिलहाल उसकी इस प्रतिभा को आगे ले जाने वास्ते खेबनहार की तलाश है।
समस्तीपुर:-जिले के मोहनपुर रोड के युवक ने सीमा पर, सरहद की सुरक्षा करते वक्त बुलेट प्रुफ जैकेट छेदकर सैनिकों की हो रही मौत से मर्माहत शहर के मोहनपुर रोड का एक युवक दीनबंधु प्रसाद ने सैनिकों के लिए एक ऐसा जैकेट बनाने का दाबा किया है। जिसे गोली भी नहीं छेद सकता है और न ही नुकीली एवं तेज बस्तु काट भी सकता है। आज उन्होंने इसका डेमो इनौस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह समेत दर्जनों लोगों के समक्ष किया। पूरी तरह से तैयार जैकेट पर मोटा एवं नुकीला काँटी को बड़े हथौड़े से ठोकने पर छिद्र नहीं हो पाया।प्रथम दृष्टि डेमो देखने से सच प्रतीत होता है, लेकिन विशेषज्ञ ही सैनिक के पास उपलब्ध जैकेट एवं युवक द्वारा बनाया जैकेट की विशेषता परख सकते है। इतना ही नहीं युवक ने दावा कि विशुद्ध रूप से ये देशी जैकेट उपयोग में लाया जा रहा है। जैकेट से सस्ता के साथ- साथ हलका भी है। पूछे जाने पर इसकी वजन सिर्फ 4 किलोग्राम बताया।उन्होंने बताया की गरीबी एवं अधिक नहीं पढे होने के कारण इस टेक्नोलॉजी का प्रचार- प्रसार नहीं कर सकते।फिलहाल उसकी इस प्रतिभा को आगे ले जाने वास्ते खेबनहार की तलाश है।
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