Ads (728x90)

भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन

 भिवंडी। कल्याण रोड राजनोली बायपास स्थित  टाटा ग्रुप ऑफ कंपनी द्वारा भिवंडी कल्याण रोड  राजनोली स्थित पूर्व  कई वर्षो से आमंत्रा हाउसिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य  जारी  है जिसमे 1600 लोगो से एक एक लाख रुपये  लेकर 16 करोड रुपये क्लब हाउस के नाम पर लिया गया है परंतु  क्लब हाउस का आधा भाग बैंक वालो को बेच दिया गया और साथ ही रेसीडेंट बोलकर कमर्शियल तौर पर बिल्डिंग के पहले महले  पर प्ले स्कुल खुलवाया गया है जिसके विरोध में आज वहां के सैकड़ो रहिवासियों ने बुकिंग कार्यालय का घेराव कर हंगामा किया।
गौरतलब है कि  भिवंडी कल्याण रोड बायपास से सटे हुए  टाटा ने आमंत्रा नामक एक बड़ा रेसिडेंट प्रोजेक्ट शुरू किया है जिसमे लोगो ने अच्छी सोसायटी देखकर मुंहमांगी कीमत देकर अपने सपनो का घर खरीदा है  लेकिन कही ना कही बिल्डर की मनमानी सामने आ गई। वहां  के रहिवासियों का कहना है की हमने अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए यहां  घर लिया है लेकिन बिल्डर और टाटा की मनमानी से हमारे सपने चूर चूर होते नजर आ रहे है,  फ्लैट बेचते समय कल्याण रोड से मुख्य प्रवेश द्वार था जो अब मुंबई नाशिक महामार्ग से किए जाने  का निर्णय लिया गया है जिससे दुर्घटना होने की संभावना है,बिल्डिंग मे रहनेवालों से पूरा पैसा लेने के बाद भी बिल्डिंग मे सुरक्षा दृष्टि से ना सीसीटीवी कॅमेरा है ना ही इंटरकॉम, बरसात मे कई घरो मे पानी लिकेज होते हैं, 34 मंजिला इमारत मे  बेसमेन्ट से लेकर पार्किग के चार मंजिला  के बाद 1मंजिल पर जो कि बेसमेंट से पाचवी मंजिल पर चार फ्लैट है चारो फ्लैट्स के अंदर बच्चों के लिए स्कूल और चाईल्ड टेकर ,यानी बच्चो का पालना घर बनाने को दे दिया है, सवाल स्कूल का नही है सुरक्षा की दृष्टि  से देखा जाए तो 34 मंजिला इमारत के लिए बिल्डिंग मे केवल तीन लिफ्ट उसी बिल्डिंग के पहली मंजिल पर स्कूल होने के कारण ऊपर रहने वाले लोगो को परेशानी होगी क्योंकि  स्कूल मे बच्चे और पालकों का आवागमन  रहेगा जिसके कारण दूसरी मंजिल से लेकर 32 मंजिल पर रहनेवाला लिफ्ट के कारण परेशान रहने वाले है, टाटा आमंत्रा मे रहने वाले सैकड़ो परिवार ने क्लब हाउस से लेकर सेल्स ऑफिस तक मोर्चा निकाला और सेल्स ऑफिस का घेराव किया। अंदर बैठे कई ग्राहक अंदोलन देखकर बाहर निकल गए ,टाटा आमंत्रा के सेल्स अधिकारी विकास सिंह ने गलती स्वीकारते  हुए कहा है कि उन्होंने स्कूल के बारे मे ग्राहक को जानकारी नही दी थी ,क्लब हाउस का आधा भाग  बैंक को देना और मुख्य आगमन और निकासी किसी कारण की वजह से मुंबई नासिक महामार्ग पर किया गया है। बिल्डिंग मे रहने वालों का कहना है कि हम लोगों ने टाटा का नाम देखकर इतना पैसा लगाया ,मगर टाटा वालों  ने हम सबको ठग लिया , आपको बतादे यह पूरा इलाका राजनोली और पिम्पलास ग्राम पंचायत सीमांतर्गत  आता है, मगर बिल्डिंग या हाउसिंग सोसायटी का कोई भी अधिकारी ग्राम पंचायत से स्कूल या बैंक के लिए परमिशन नही लिया है, आंदोलन करने वालों में अधिकांश  महिलाएं थी जो अपने बच्चों  के भविष्य को लेकर चिंतित थी ,उनका कहना था कि बैंक और स्कूल के नाम पर सोसायटी के अंदर कोई भी बड़ी आसानी से दाखिल होगा और हमारे बच्चे निचे ही खेलते है उनके साथ कोई  घटना घटी तो उसका जवाबदार कौन होगा ,अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हमारा अगला आंदोलन सड़क से लेकर ठाणे जिलाधिकारी  कार्यालय तक का होगा। 

Post a Comment

Blogger