Ads (728x90)

*गोबर खाद पुआल चारा से पटा पंचायत भवन*

 *साफ साफ जाहिर हो रही विभागीय अधिकारियों की लापरवाही*

 विश्व बैंक द्वारा लाखों की लागत से बना था पंचायत भवन

प्रतापगढ, हिन्दुस्तान की आवाज, विजय पाठक
 प्रतापगढ , ग्राम सभा  मेडुवाडीह में सासन बदला अधिकारी बदले लोग बदले लेकिन ग्राम सभा मेडुुआडीह में सुधार होता नहीं दिखता है यहां पर बने पंचायत भवन में अधिकारी नहीं बैठक नहीं यहां पर पशुओं को बांधा जाता है और पंचायत भवन पशुशाला में तब्दील हो गया है जिसे देखकर सभी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही मान रहे हैं

  विकासखंड गौरा के ग्राम सभा मेडुवाडीह तुलइया का पूरा गांव में विश्व बैंक द्वारा लाखों रुपए की लागत से भव्य पंचायत भवन बनवाया गया शासन की मंशा थी कि यहां पर पंचायत भवन बनने से ग्राम सभा स्तर के विकास कार्य संबंधी बैठक और ग्राम सभा के उपयोग के लिए या भवन सार्थक होगा लेकिन यहां पर ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के ढुलमुल नीति के चलते शासन की मंशा फलीभूत नहीं हो पा रही है ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत अधिकारी की लापरवाही यहां पर साफ-साफ उजागर होती है ग्राम पंचायत मेडुवाडीह का जब अमर उजाला टीम ने जब निरीक्षण किया निरीक्षण किया तो यहां का नजारा चौंकाने वाला था लाखों की लागत से बना पंचायत भवन अधिकारी कर्मचारी तो दूर यहां पर वर्षों से पशुओं को बांधा जा रहा है और अंदर बाहर अंदर बाहर गोबर खाद चारा व पुआल से पंचायत भवन पट़ा हुआ है विभागीय लापरवाही के चलते पंचायत भवन पशुशाला में तब्दील हो चुका है टीम ने पहले तो इसे पशुशाला समझा लेकिन जब निगाह पंचायत भवन के बोर्ड पर गई तो पता चला कि विश्व बैंक पोषित लाखों की लागत से वर्ष 2001 व02 का पंचायत भवन है लेकिन यहां पर पंचायत भवन पर पूरी तरह से पशुशाला में तब्दील हो चुका है  पंचायत भवन का मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है

इस संबंध में ग्राम प्रधान संतोष कुमार यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गांव में जो छुट्टा सांड व जानवर हैं उन्हीं को ग्रामीणों द्वारा बांध दिया गया है मेरी जानकारी में नहीं था।

Post a Comment

Blogger