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भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन

भिवंडी। में रिक्शा परमिट और वाहन चलाने संबंधी परवाना, रिक्शा का बैच बनाने के लिए बोगस दस्तावेज  तैयार करने वाले गिरोह पर क्राइम ब्रांच यूनिट -2 द्वारा की गई छापेमारी व फर्जीवाड़ा करने वाली टोली के 6 लोगों की गिरफ्तारी के मामले में सनसनीखेज  नया मोड़ आया है। उक्त  भ्र्ष्टाचार प्रकरण में भिवंडी क्राइम ब्रांच- यूनिट 2 के अधिकारियों ने ठाणे आरटीओ के दो क्लर्क विक्रम सिंह सूरत सिंह चौहान (31) व तनवीर सलीम शेख (31) को देर रात में  गिरफ्तार किया है जिससे हडकंप मच गया है ।
            गौरतलब हो कि भिवंडी क्राइम ब्रांच यूनिट 2 ने पिछले सप्ताह भिवंडी के संजरी ऑटो कंसल्टेंट धामणकर नाका, वंजर पट्टी नाका, तथा शेलार गांव स्थित  में छापा मारकर आरटीओ एजेंट का काम करने वाले नफीस सगीर अहमद फारूकी (38), नाज़िल नवाज अहमद मोमिन (28 ),मोहम्मद इस्माइल मोहम्मद रजा अंसारी उर्फ पप्पू( 34), संगमेश्वर मरोल सिद्ध स्वामी (42), राकेश बाबू लाल केसरवानी (38), इंतजार मुस्तफा काजी (35) सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से पुलिस विभाग ने बोगस चरित्र प्रमाण पत्र, महाराष्ट्र सरकार के नागरिक का डोमिसाइल सर्टिफिकेट, रिक्शा का परमिट, मोटर बीमा कंपनी के दस्तावेज , लैपटॉप तथा सील मोहर बरामद किया था ।साथ ही छापेमारी में आरटीओ एजेंट के वाहन की पासिंग संबंधित 261 फाइल भी बरामद किया था। इस  बनावट मोटर के कागज घोटाला में आरटीओ कार्यालय के2 क्लर्क विक्रम सिंह और तनवीर  की भूमिका जांच में प्रकाश में  आने पर भिवंडी क्राइम ब्रांच यूनिट -2 के जांच अधिकारी एपीआई एस जी चोपडे ने बुधवार की देर रात आरटीओ कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार की जानकारी करने पर पुलिस परिवहन अधिकारी रश्मि पगार व डॉक्टर पीयूष मिश्रा नाम के मोहर भी बरामद हुए।जिससे उक्त  फर्जीवाड़ा रैकेट में शामिल दो क्लर्क को गिरफ्तार किया है । पुलिस जांच अधिकारी ने संभावना व्यक्त की है कि इस मामले में और भी लोग तथा फर्जी एजेंट शामिल हो सकते हैं।उक्त प्रकरण की विस्तृत  जांच व करवाई जारी है।

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