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  भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन

 भिवंडी। तालुका के  शिरोले गावं स्थित आरक्षित वन विभाग क्षेत्र की  खदान  व डांबर प्लांट संचालित है जो  नागरिकों के  आरोग्य व पर्यावरण के लिए  धोकादायक बना हुआ है  जिसे तुरंत  बंद करने की  मांग  तालुका रिपाई युवा अध्यक्ष अविनाश जाधव ने  राज्य के  मुख्य सचिव सुमित मलिक के समक्ष  ज्ञापन प्रस्ततु कर की है। भिवंडी तालुका के  पूर्व क्षेत्र  शिरोले स्थित  गांव सहित  आसपास  क्षेत्र के  आरक्षित वनक्षेत्र कायम रखने के लिए  महाराष्ट्र शासन ने  घोषित किया है।गौरतलब है कि  शिरोले गावं स्थित  सर्वे नं. १५३ / ३ की भूखंड पर  संदीप ठाकरे नामक  व्यवसायिक ने  महसूल अधिकारियों  का संंरक्षण प्राप्त कर पत्थर खदान  व डांबर प्लांट का संचालन कर रहा है। उक्त भूखंड पर नियमापेक्षा बड़े  पैमाने पर  पत्थर  उत्खनन कर डांबर मिश्रण किया  जा रहा   है जिससे बडे पैमाने पर  प्रदूषण हो रहा है।इसलिए उक्त प्लांट  से स्थानिक नागरिकों के  आरोग्य को धोखा पहुंच कर  पर्यावरण  का वातावरण  बिगड रहा है। पत्थर तोड़ने के लिए   भूसुरूंग के  विस्फोट करने से वन्यजीव प्राणी सैरभैर हो रहे हैं जिससे  शिरोले परिसर के  ग्रामीणों के  घरों में  भूकंप जैसी स्थिति हो रही है। इसी प्रकार पत्थर खदान में  विस्फोट करने से  धूल मिट्टी  बडे पैमाने पर  उडकर हवाा में  प्रदूषण बढा रहे हैं। यहां पर पत्थर खदान  केंद्रीय पर्यावरण व प्रदूषण नियंत्रण मंडल की  अनुमति लिए बगैर  महसूल अधिकारियों के  आशीर्वाद से पत्थर खदान व डांबर प्लांट का संचाालन किया जा रहा है।इसलिए  नागरिकों के  आरोग्य व पर्यावरण के लिए  धोकादायक बन रहे पत्थर खदान  व डांबर प्लांट तत्काल प्रभाव से  बंद कराए जाने के लिए  मांग तालुका रिपाई युवा अध्यक्ष अविनाश जाधव ने  राज्य के  मुख्य सचिव सुमित मलिक को ज्ञापन देकर की  है।

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