मुंबई, बेस्ट की उपक्रमाची आर्थिक स्थिती खराब होने के वजह से मुंबई महानगर पालिका से आर्थिक सहाय्यता लेकर दीवाली का वितरण किया गया था. बेस्ट उपक्रम में सुधार नही होनेपर कर्मचारियों की वेतन से रकम काटी जाएगी यह मनपा ने घोषित किया था. जिससे कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त था. इसका असर आज की बेस्ट कमेटी की बैठक में हुवा . कमेटी के सदस्यों ने पालिका के निर्णय से असंतोष व्यक्त किये जानेपर बोनस का ५०० रुपये प्रतेक महीने वेतन से नही काटने का निर्णय बेस्ट प्रशासन ने आज की बैठक में घोषित किया. बेस्ट उपक्रम की परिस्थिती खराब होने केचलते कर्मचारियों को वेतन समय पर नही मिल रहा है . और दीवाली का बोनस वितरण करने के लिए मनपा से २५ करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता लिया था . यह २५ करोड़ रुपये बेस्ट उपक्रम स्वय में सुधार किये जाने पर नही काटा जायेगा यह आयुक्त ने स्पष्ट किया था. मात्र बेस्टने सुधार नही किया यह कहते हुवे आयुक्त ने बोनस की रक्कम वेतन से काटने को कहा था. बेस्ट कर्मचारियो को ५ हजार ५०० रुपये बोनस दिया गया था. उसके बदले में उनके वेतन से प्रतेक महीने ५०० रुपये कटौती किया जायेगा इसको लेकर कर्मचारियो में असंतोष व्याप्त था. इस मुद्दे को लेकर भाजपा के बेस्ट समिती के सदस्य सुनील गणाचार्य ने सभा स्थगित किये जाने का सुचना दिया. बेस्ट के कर्मचारी पेंग्विन होते तो बेहतर होता, पेंग्विन को रहने के लिए पालिका प्रशासन वातानुकूलित स्थान दे सकती है , पेंग्विनpर करोडो रुपये पालिका खर्च कर सकती है लेकिन बेस्ट कर्मचारीयो को देने के लिए मनपा के पास २१ नही है यह तकलीफ है यह कहते हुवे सुनील गणाचार्य ने पालिका के काम-काज पर टीका किया. बेस्ट कर्मचारियो के वेतन से रुपया काटने निर्णय किसने दिया ? आयुक्त ने या फिर महाप्रबंधक ने यह प्रश्न गणाचार्य ने इस समय उपस्थित किया. बेस्ट को किसी भी तरह की सहायता नही करने का पालिका का विचार है. पालिका का यह काम - काज देखो और चुप बैठो यह अवस्था हम सबकी हुई है यह गणाचार्य ने कहा. पालिका आयुक्त जो कहेगे उसपर हा बोलने के लिए ही हम है क्या यह प्रश्न उन्होंने उक्त समय उपस्थित किया. बोनस की रक्कम वेतन से काटने के निर्णयपर सर्व दलीय सदस्यों ने प्रशासन को घेरने के बाद महाप्रबंधक ने बोनस की रक्कम वेतन से नही काटी जाएगी यह घोषित किया. इससे बेस्ट कर्मचारियो को राहत मिली है.
बेस्ट कर्मचारियों को राहत, बोनस की रक्कम वेतन से नही कटेगी
मुंबई, बेस्ट की उपक्रमाची आर्थिक स्थिती खराब होने के वजह से मुंबई महानगर पालिका से आर्थिक सहाय्यता लेकर दीवाली का वितरण किया गया था. बेस्ट उपक्रम में सुधार नही होनेपर कर्मचारियों की वेतन से रकम काटी जाएगी यह मनपा ने घोषित किया था. जिससे कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त था. इसका असर आज की बेस्ट कमेटी की बैठक में हुवा . कमेटी के सदस्यों ने पालिका के निर्णय से असंतोष व्यक्त किये जानेपर बोनस का ५०० रुपये प्रतेक महीने वेतन से नही काटने का निर्णय बेस्ट प्रशासन ने आज की बैठक में घोषित किया. बेस्ट उपक्रम की परिस्थिती खराब होने केचलते कर्मचारियों को वेतन समय पर नही मिल रहा है . और दीवाली का बोनस वितरण करने के लिए मनपा से २५ करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता लिया था . यह २५ करोड़ रुपये बेस्ट उपक्रम स्वय में सुधार किये जाने पर नही काटा जायेगा यह आयुक्त ने स्पष्ट किया था. मात्र बेस्टने सुधार नही किया यह कहते हुवे आयुक्त ने बोनस की रक्कम वेतन से काटने को कहा था. बेस्ट कर्मचारियो को ५ हजार ५०० रुपये बोनस दिया गया था. उसके बदले में उनके वेतन से प्रतेक महीने ५०० रुपये कटौती किया जायेगा इसको लेकर कर्मचारियो में असंतोष व्याप्त था. इस मुद्दे को लेकर भाजपा के बेस्ट समिती के सदस्य सुनील गणाचार्य ने सभा स्थगित किये जाने का सुचना दिया. बेस्ट के कर्मचारी पेंग्विन होते तो बेहतर होता, पेंग्विन को रहने के लिए पालिका प्रशासन वातानुकूलित स्थान दे सकती है , पेंग्विनpर करोडो रुपये पालिका खर्च कर सकती है लेकिन बेस्ट कर्मचारीयो को देने के लिए मनपा के पास २१ नही है यह तकलीफ है यह कहते हुवे सुनील गणाचार्य ने पालिका के काम-काज पर टीका किया. बेस्ट कर्मचारियो के वेतन से रुपया काटने निर्णय किसने दिया ? आयुक्त ने या फिर महाप्रबंधक ने यह प्रश्न गणाचार्य ने इस समय उपस्थित किया. बेस्ट को किसी भी तरह की सहायता नही करने का पालिका का विचार है. पालिका का यह काम - काज देखो और चुप बैठो यह अवस्था हम सबकी हुई है यह गणाचार्य ने कहा. पालिका आयुक्त जो कहेगे उसपर हा बोलने के लिए ही हम है क्या यह प्रश्न उन्होंने उक्त समय उपस्थित किया. बोनस की रक्कम वेतन से काटने के निर्णयपर सर्व दलीय सदस्यों ने प्रशासन को घेरने के बाद महाप्रबंधक ने बोनस की रक्कम वेतन से नही काटी जाएगी यह घोषित किया. इससे बेस्ट कर्मचारियो को राहत मिली है.
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