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-द्वादष ज्योर्तिलिंगम मेले का हुआ समापन
- श्रृद्धालु महिलाओं को प्रवचन सुनातीं ब्रह्मकुमारी भावना व मौजूद श्रृद्धालु महिलाएं

कन्नौज,हिन्दुस्तान की आवाज़,अनुराग चौहान

कन्नौज। मनुष्य को हठयोग, प्रणायाम, मालाजाप आदि की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि स्वयं परमपिता भगवान शिव ने हमें राजयोग सिखाया है। राजयोग जीवन जीने की कला सिखाता है। यह बात बुधवार को द्वादश ज्योर्तिलिंगम मेले के समापन अवसर पर ब्रह्मकुमारी भावना दीदी ने श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए कहा।
बुधवार को श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए भावना दीदी ने कहा कि राजयोग को हम गृहस्थ रहते हुए भी कर सकते हैं। पवित्र कर्म हमारे जीवन को श्रेष्ठ बना सकते हैं, जिससे जीवन में सुख और शान्ति आती है। मेले के समापन पर उत्तर प्रदेष जोन प्रभारी बिंध्या दीदी ने नगर के सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए ईष्वरीय विष्व विद्यालय द्वारा ज्ञानमयी वाणी सुनने पर बल दिया। प्रवक्ता श्यामबाबू राठौर ने सभी बहनों को फल और इत्र प्रदान कर उनकी शतायु की प्रार्थना की। इस अवसर पर बीके गिरजा देवी, बीके लता दीदी, बीके विंध्या देवी आदि मौजूद रहे।


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