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-आयुर्वेद एंव जड़ी-बूटी अभियान के समापन अवसर पर छात्रों को बताये गए योग के लाभ

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। आयुर्वेद का संबंध मनुष्यों से नहीं अपितु प्राणीमात्र से होता है। सामान्य मनुष्य अपने स्वास्थ्य को बनाये रखे तथा रोगों से बचा रहे इसके लिए आयुर्वेद को अपनाना होगा। यह कहना है योगाचार्य भोलानाथ के वह पतंजलि योग समिति एंव विंध्य सेवाधाम के संयुक्त तत्वाधान में चलाये जा रहे निःषुल्क योग व आयुर्वेद, जड़ी-बुटी अभियान के तहत नगर स्थित एक स्कूल में आयोजित दो दिवसीय योग षिविर के समापन अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं और षिक्षकों को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन में आयुर्वेद को षामिल कर लिया मानों गागर में सागर भर दिया। योगाचार्य ज्वाला सिंह ने लोगों को नीम, गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, अजुबा, सतावर, अष्वगंधा के साथ-साथ विभिन्न जड़ी बुटियों के बारे में विस्तार से बताते हुए उसकी उपयोगिताओं को गिनाये तथा बताया कि सभी के जीवन के लिए इन जड़ी बुटियों का कितना महत्व है। आयुर्वेद और जड़ी बुटियों के लाभ के बारे में बताते हुए बताया कि हमारे पूर्वजों, ऋषि मुनियों, चरक एंव धनवंतरी ने आयुर्वेद पर बहुत षोध किया था जिसका लाभ अनंत है। ऐसे में हमें उनके कार्यो को हमेषा जिंदा रखना होगा ताकि हम और हमारा समाज और आने वाली भावी पिढ़ी को रोगमुक्त रखा जा सके। इस मौके पर योगाचार्य ज्वाला द्वारा छात्र-छात्राओं को योग कि विभिन्न क्रियाओं को कराते हुए स्वच्छ निरोगी काया के साथ स्वच्छ मन के प्रभावों के बारे में बताया गया। उन्होंने छात्रों को योग के विभिन्न क्रियाओं के साथ इससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताते हुए छात्रों को योगक्रिया से जुड़ने पर जोर दिया। इस मौके पर संगीता व्यास, रतन जानसन, प्रवीण आर्य, रमेष, किरन पांडेय, अदनान, फरमान, अनस खां, अदिती, षालिनी, आकर्षक, आयुष आदि लोग उपस्थित रहे।



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