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-सत्ताधारी विधायक की दबंगई से सहमा फरियादी, अवैध कब्जा है जारी
-अद के छानबे विधायक ग्राम समाज की भूमि पर करा रहे है भवन निर्माण
-दिव्यांग भाई के साथ न्याय की खातिर भटकता फिर रहा है पीड़ित परिवार

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। सारे कायदा कानून को ठेंगा दिखाते हुए सत्तामद में चूर जिले के पटेहरा में ग्राम समाज सहित एक यादव परिवार की भूमि पर विधायक द्वारा कब्जा किया जा रहा है। जिनके आतंक से पीड़ित परिवार जहां अपनी फरियाद लेकर दर-दर की ठोकरे खाता फिर रहा है, वहीं सत्ताधारी विधायक द्वारा बेखौफ होकर निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने का काम तेज कर दिया गया है। मजे कि बात है कि इस मामले में हुई भद्द और मामला मीडिया में उछलने पर प्रषासन ने जब तेवर दिखाने षुरू किए तो विधायक के पिता पूर्व सांसद ने सारे दोष का ठिकरा लेखपाल, कानूनगों पर फोंड अपना बचाव करते हुए तहसील प्रषासन को लिखित षपथ पत्र दे एक सप्ताह में स्वयं अतिक्रमण हटा लेने के साथ उक्त भूमि को कब्जामुक्त करने की मोहलत मांगी थी। लेकिन एक सप्ताह बीतने को कौन कहे पूर्व सांसद द्वारा दिए गए षपथ पत्र के एक माह पूरे होने जा रहे हैं और उक्त भूमि को न तो कब्जामुक्त किजा सका है और ना ही मड़िहान तहसील प्रषासन इस मामले में कोई कार्रवाई करने की जहमत उठाना चाह रहा है। जिसका असर यह है कि पूर्व सांसद और उनके विधायक पुत्र द्वारा ग्राम समाज कि कब्जा की गई जमीन पर कराये गए दुकान निर्माणा की छत को ढालने की पूरी तैयारी अंदर ही अंदर प्रारंभ की जाने लगी है। जिसकी ओर से मड़िहान तहसील प्रषासन और पुलिस भी खामोष बनी हुई है। कहना गलत नहीं होगा कि एक ओर जहां प्रदेष सरकार सरकारी भूमि को कब्जामुक्त कराने के लिए भले ही एण्टी भू-माफिया अभियान के तहत ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का ढिढ़ोरा पीट रही है, लेकिन हकीकत यह है कि यह अभियान केवल दिखावा बन कर रह गया है। जिले के छानबे विधान सभा क्षेत्र से अपना दल (एस) विधायक राहुल प्रकाष कोल खुद ग्राम समाज की भूमि सहित दूसरे की भूमि को हथियाने में जुटे हुए है। जिन पर ठोस कार्रवाई की बजाए स्थानीय प्रषासन बचाव की मुद्रा में दिखलाई दे रहा है। मामला सत्ताधारी विधायक से जुड़ा हुआ है। सो सत्ताधारी दल के नेता वैसे ही इस मामले में पूरी तरह से खामोष बने हुए है विप़क्षी दलों ने भी पूरी तरह से खामोषी की चादर ओंढ ली है। षुरूआती दौर में सपा ने इस मामले को मीडिया के सामने लाने का काम तो जरूर किया लेकिन बाद में उसकी भी खामोषी किसी को हजम नहीं हो पा रही है। गौरतलब हो कि जिले के मड़िहान तहसील क्षेत्र के पटेहरा विकास खंड़ के ग्राम पटेहरा, कुबरी निवासी उमषंकर यादव ने षासन-प्रषासन को भेजे गए अपने षिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि गांव निवासी छानबे विधायक राहुल प्रकाष कोल उसकी आबादी की भूमि को जबिरयां कब्जा कर उस पर निर्माण कार्य करा रहे हैं। विरोध करने पर जानमाल की धमकी दे रहे हैं। सत्ताधारी अपना दल विधायक द्वारा कब्जा किए जाने की षिकायत उसने जिला प्रषासन लेकर स्थानीय तहसील प्रषासन तक कर रखी है, बावजूद इसके विधायक द्वारा कब्जा जारी है। जिससे उसका पूरा परिवार विधायक के खौफ से डरा सहमा हुआ है। पीड़ित उमाषंकर यादव ने आरोप लगाया है कि छानबे विधायक राहुल प्रकाष कोल आबादी तथा ग्राम सभा की आराजी संख्या 2677, 2680, 2679, तथा 2681 पर जबरन पहले से बने मकान को व परती आराजी ग्राम सभा 2677 पर निर्माण करा रहे हैं। जिसकी षिकायत उसने स्थानीय प्रषासन से लेकर जिला प्रषासन तक करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेष से भी की है। मजे कि बात है कि इस मामले में ठोस कार्रवाई करने की बजाए स्थानीय प्रषासन द्वारा षिकायत पत्रों को दबा कर जांच के नाम पर मामले को टरकाने के साथ विधायक का अंदर ही अंदर सहयोग करने में जुटा हुआ है। बताया जाता है कि विधायक की भूमि आराजी संख्या 2684 सड़क से दक्षिण दिषा में है जिसके आगेे आराजी संख्या 2677 ग्राम सभा की भूमि है जिस पर वह कब्जा करने के साथ भवन व दुकान को विस्तार देने के कार्य में जुटे हुए हैं। इसी के साथ विधायक द्वारा आराजी संख्या 2683 क व ख जो आबादी की भूमि है जिस पर उमाषंकर यादव का परिवार रह रहा है उसे वह दबंगई और सत्ताके बल पर कब्जा कर लेने के साथ उनके दो



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