Ads (728x90)

भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन

 भिवंडी।  मनपा आयुक्त डॉ योगेश म्हसे के सख्त  तेवर से भिवंडी के राजनीतिक दलों के लोग व नेता तथा कुछ नगरसेवक और बिल्डर लाबी परेशान होकर आयुक्त के स्थानांतरण  के लिए राज्य के  मुख्यमंत्री के दरबार में गुहार लगाई है। मनपा आयुक्त के स्थानांतरण  को लेकर भिवंडी  में राजनीतिक हलचल  काफी तेज हो गई है । मनपा आयुक्त के स्थानांतरण  को लेकर जहां सभी सत्ता पक्ष व विरोधी पक्ष के राजनीतिक दलों के नेता एकजुट हो गए हैं । भिवंडी शहर के कुछ प्रबुद्ध नागरिकों तथा राजनीतिक दलों के नेताओं और सत्ता में बैठे नेताओं से नाराज लोग चाहते हैं कि यदि भिवंडी को सुधारना है तो डॉ योगेश मासे जैसे आईएएस अधिकारी को भिवंडी में और 2 वर्ष  रहना जरूरी है ।वही भिवंडी शहर में लगभग  सभी दलों के प्रमुख राजनेता व मनपा के नगरसेवक तथा बिल्डर लाबी और कुछ बड़े औद्योगिक घराने के लोगों का मानना है कि यदि यह आयुक्त अपना मनमाना कार्यभार  इसी प्रकार  करते रहे तो शहर के  सारे विकास योजनाएं ठप पडे रह जाएंगे  और आगे काम भी बाधित  होगा। विश्वसनीय सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी मनपा आयुक्त डॉ योगेश  म्हसे के क्रियाकलाप से नाराज भिवंडी के सांसद, विधायक, महापौर व अधिकतर नगरसेवकों ने एक राज्यमंत्री के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलकर मनपा आयुक्त के अड़ियल रवैए की शिकायत कर मांग की है कि यदि  इसी प्रकार  मनपा में मनमाना कामकाज चलता रहा तो भिवंडी शहर में विकास नहीं होगा जिसका पूरा ठीकरा राज्य सरकार के सर फूटेगा । और आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्तासीन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। शहर में मनपा की राजनीत को लेकर घट रहे घटनाक्रम से  इन दिनों शहर में रोज नित नई अटकलें लगाई जाती हैं और यह अफवाह गरम  है कि इस सप्ताह के अंदर मनपा आयुक्त डॉ  योगेश म्हसे का स्थानांतरण  हो  जाएगा।
         भिवंडी के  नेताओं व नगरसेवकों की गतिविधि से बेफिक्र मनपा आयुक्त डॉ योगेश म्हसे  का इस संदर्भ में कहना है कि हमें सरकार व शासन ने पारदर्शी कार्य के लिए यहां नियुक्त किया है मैं जब तक रहूंगा शहर के विकास व भलाई  के हित में नियम पूर्वक कार्य करता रहूंगा। मेरा यहां से स्थानांतरण  आज नहीं तो कल होना  है।हमारे लिए यह कोई नई बात नहीं है ।
      गौरतलब हो कि भिवंडी मनपा के 18 नगरसेवकों के पद रद्द मामले  की जांच मनपा में कर की वसूली, अवैध निर्माण कार्य पर कार्रवाई, मेट्रो रेल्वे प्रकल्प व स्वच्छ भारत अभियान को प्रभावी तरह से लागू करने जैसे कार्य को लेकर भिवंडी मनपा के आयुक्त डॉ योगेश म्हसे चर्चा में आए है। पूर्व  वर्ष डॉ योगेश म्हसे  भिवंडी मनपा के पहले आईएएस के रूप में  आयुक्त पद भार ग्रहण किया  था उस समय मनपा के  खजाने में केवल 18लाख रुपए मात्र बैलेंस थे जिससे मनपा में कर्मचारियों कि 2 से 3 महीने तक के वेतन का भुगतान  नहीं हो पाता था  ।मनपा की आर्थिक स्थिति बिकट होने से बचने के लिए मनपा आयुक्त ने कर वसूली का काम सबसे पहले हाथ में लिया और उन्होंने शहर के बड़े व्यापारियों और नागरिकों को बड़े पैमाने पर बकाया कर  भरने के लिए मजबूर किया एलबीटी  न भरने वाले कई व्यापारियों के बैंक खातों को सील किया गया  जिस के बचाव में  शहर के कई  जनप्रतिनिधि व नगरसेवकों  ने  मुख्यमंत्री  से जाकर  शिकायत भी की किंतु आयुक्त ने  हार नहीं  मानी और 50 करोड़ रुपए कर   वसूल कर मनपा की तिजोरी में जमा कराए। कर वसूली कर व  फिजूलखर्ची को रोककर  वर्तमान  स्थिति में मनपा की तिजोरी में लगभग 100 करोड़ रुपए  बैलेंस है। इसी प्रकार    आठ महीने पूर्व  हुए  मनपा नगरसेवकों के चुनाव के बाद कई  नगरसेवकों ने  अपने जरूरी दस्तावेज   चुनाव आयोग को समय से नहीं दिए व गलत शपथ पत्र,  जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत  करने के कारण चुनाव आयोग ने ऐसे कुछ नगरसेवकों के दस्तावेज  की जांच के आदेश दिए थे जिस पर कार्रवाई करते हुए मनपा आयुक्त ने  18 नगरसेवकों के दस्तावेज  की जांच शुरू की है जिससे  राजनीतिक दलों के नेताओं तथा नगरसेवकों ने  आयुक्त के प्रति  काफी  नाराजगी जताई है   । सबसे अहम मुद्दा शहर में सबसे बड़े ठेकेदार मैसर्स ईगल कंस्ट्रक्शन कंपनी को लेकर है जिसने शहर में भूमिगत  ड्रेनेज लाइन डालने का ठेका लगभग  403 करोड रुपये में लिया है। पहले तो कई नगरसेवकों ने मनपा आयुक्त को ज्ञापन देकर  शिकायत की थी कि उल्हास नगर की ठेकेदार कंपनी मेसर्स ईगल कंपनी प्राइवेट लिमिटेड भूमिगत  ड्रेनेज लाइन का काम बेहद घटिया कर रही है।इसका काम बंद कर जांच की जाए। उसके बाद इसी संदर्भ में नागरिकों की तमाम शिकायतों को संज्ञान में लेकर मनपा आयुक्त योगेश म्हसे ने ठेकेदार कंपनी  के काम पर रोक लगा दी ,जो शहर में सबसे बड़ी लूट के लिए जिम्मेदार माना जाता है।लाख प्रयासों   के बाद भी भिवंडी मनपा में अपनी दाल गलती ना देख कर ईगल कंपनी के ठेकेदार ने भिवंडी मनपा के सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों तथा जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर एक नाराज ठेकेदारों की लाबी खड़ी की और मनपा आयुक्त के विरुद्ध मुख्यमंत्री के यहां शिकायत कराई गई और  बताया गया कि जब तक भूमिगत  ड्रेनेज  लाइन का कार्य पूरा नहीं होगा तब तक शहर की जिन 52 सड़कों को आरसीसी सड़क बनाए जाने की योजना की मंजूरी सरकार ने एम एम आर डी ए के तहत दी है। वह शुरू नहीं होगी जो शहर के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई है।

Post a Comment

Blogger